ललिता राठौड़
राजसमंद. नाथद्वारा के लालबाग में बजरी से भरा डम्पर छोडऩे की एवज में 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते खान एवं भू विज्ञान विभाग के बॉर्डर होम गार्ड को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजसमंद की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजसमंद के एएसपी हर्ष रतनू के नेतृत्व में टीम में दल ने लालबाग में रिश्वत लेते बॉर्डर होम गार्ड राजेश कुमार को गिरफ्तार किया। एएसपी हर्ष रतनू ने बताया कि कल्लाखेड़ी निवासी कुंदनसिंह राजपूत ने 20 मई सुबह भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कार्यालय राजसमंद में शिकायत की। बताया कि खान विभाग के बॉर्डर होम गार्ड राजेश कुमार ओड़ जो नाथद्वारा शहर के लालबाग में तैनात है और बजरी से भरा डम्पर छोडऩे की एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है। इस पर एएसपी हर्ष रतनू ने तत्काल सत्यापन कराया, जिसमें 20 हजार रुपए मांगने का सत्यापन हुआ।
फिर एसीबी टीम द्वारा बताए अनुसार डम्पर चालक कुंदनसिंह लालबाग नाथद्वारा पहुंचा और बोर्डर होम गार्ड राजेश कुमार को 20 हजार रुपए दिए, जिसे राजेश ने लेकर जेब में रख वापस घर में जाने लगा। तभी एसीबी टीम ने उसे पकड़ लिया और उसके हाथ धुलवाए, तो रंग उभर आया। एसीबी दल ने 20 हजार रुपए नकद राशि बरामद करते हुए आरोपी राजेश कुमार ओड़ को गिरफ्तार कर लिया। अब उसकी कोरोना जांच करवाने के साथ ही 21 मई को एसीबी के उदयपुर स्थित न्यायालय में पेश करने की कार्रवाई की जाएगी।
लॉकडाउन में भी बजरी की तस्करी
कोरोना महामारी में आमजन पेरशान है, मगर ऐसी स्थिति में भ्रष्टाचार कम नहीं हो रहा है। इससे बजरी खनन व परिवहन की पोलपट्टी भी खुल गई और जिम्मेदार महकमों की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं। लॉकडाउन में एक तरफ जहां आमजन का इधर उधर जाना ही प्रतिबंधित है और ऐसी स्थिति में बजरी से भरे डम्पर की आवाजाही कैसे हो रही है। वैसे ही बहुत कम वाहनों की आवाजाही हो रही है, तो खान विभाग और पुलिस की अस्थायी चौकियां भी बनी हुई है, जहां इनकी जांच क्यों नहीं हो रही है।