अवैध बजरी खनन व परिवहन में पुलिस की संलिप्तता का एक और बड़ा मामला सामने आया है। रेती के ट्रेक्टर पर कार्रवाई नहीं करने की एवज में 5 हजार रुपए मासिक बंधी लेते कुंवाथल पुलिस चौकी के हैड कांस्टेबल को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो भीलवाड़ा की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के अनुसार कुंवाथल, देवगढ़ निवासी हीरालाल गुर्जर ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो भीलवाड़ा में 27 मई को शिकायत दर्ज कराई। फिर 28 मई को एसीबी द्वारा शिकायत का सत्यापन कराया गया, जिसमें कुंवाथल पुलिस चौकी के हैड कांस्टेबल औंकारसिंह रावत द्वारा रिश्वत मांगना सत्यापित हुआ। बताया कि हीरालाल के छोटे भाई श्रवण गुर्जर द्वारा कुंवाथल पुलिस चौकी पर दी गई रिपोर्ट पर कार्रवाई करने एवं उसके फॉर्म हाउस पर दीवार बनाने के लिए रेती लाने के लिए कार्रवाई नहीं करने की एवज में 5 हजार रुपए मांगी गई।
सत्यापन के दौरान 2 हजार रुपए लेने और रेती के ट्रेक्टर को नहीं पकडऩे की एवज में 5 हजार रुपए मासिक बंधी मांगना सही पाया गया। इसके तहत हीरालाल ने गुरुवार को कुंवाथल चौकी के हैड कांस्टेबल औंकारसिंह रावत को 5 हजार रुपए दिए और औंकारसिंह ने उक्त राशि पेंट की जेब में रख ली। इस पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो भीलवाड़ा की सीआई दीपिका राठौड़ ने रामपाल, गोपाल जोशी, गोपाललाल, राजेंद्रसिंह व हेमेंद्रसिंह मय टीम के पकड़ लिया। फिर उसके हाथ धुलवाए तो रंग उभर आया। एसीबी टीम ने उसकी जेब से रिश्वत की राशि को बरामद कर लिया और उसके आवास व चौकी की तलाशी लेने के साथ ही हैड कांस्टेबल औंकारसिंह रावत को गिरफ्तार कर लिया।
बजरी तस्करी में पुलिस बंधी
दिवेर थाने के कुंवाथल चौकी पर कार्यरत हैड कांस्टेबल औंकारसिंह रावत के रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद अवैध बजरी खनन व परिवहन में पुलिस की मिलीभगत को लेकर फिर सवाल खड़े हो गए।