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राजसमंद में मवेशियों में लंपी स्किन के साथ लोगों में मौसमी बीमारियों का बड़ा खतरा, देखिए

01 3 https://jaivardhannews.com/health-department-engaged-in-prevention-of-seasonal-diseases-1-lakh-26-thousand-water-vessels-tested/

प्रदेश के साथ राजसमंद जिले में इन दिनों में मवेशियों में लंपी स्किन डिजीज नामक बीमारी का संक्रमण फैल रहा है, वहीं आम लोगों में भी मौसमी बीमारियों का खतरा मंडराने लगा है। इसको लेकर जिलेभर में चिकित्सा विभाग ने बड़ा एक्शन लिया है। इसको लेकर अलग अलग टीमों का गठन करते हुए शहर से लेकर गांव- ढाणी तक डोर टू डोर जाकर स्वास्थ्य कार्यकर्ता व्यवस्थाएं देख रहे हैं, तो उच्चाधिकारी भी गंभीरता से मॉनिटरिंग में जुटे हुए हैं।

राजसमंद जिले में वर्तमान में मौसमी बीमारियों का प्रकोप काफी बढ़ गया है वहीं अस्पतालों में भी आउटडोर का आंकड़ा 100 से 150 के पार पहुंच रहा है। मौसमी बिमारीयों की रोकथाम को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। जिले में संडे ड्राई डे ड्राईव का आयोजन किया गया। अभियान के तहत मच्छर जनित बिमारीयां डेंगू एवं मलेरिया के लार्वा को मच्छर बनने से पहले ही नष्ट किया गया तथा आमजन को एन्टीलार्वा गतिविधी के बारे में जानकारी दी गई। अभियान में सीएमएचओ से लेकर आशा तक लार्वा नष्ट करने में जुटे रहे।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रकाश चन्द्र शर्मा ने बताया की बरसात का पानी घरो के आस-पास जमा हो जाता है जिसमें बड़ी संख्या में मच्छरो के लार्वा पैदा होते है। समय पर लार्वा के मच्छर बनने से पहले ही नष्ट कर देने से मलेरिया एवं डेंगु जैसी बिमारीयों की प्रभावी रोकथाम संभव है। उन्होंने बताया की घरो में पानी के पात्र जैसे कुलर, परिण्डे, मटके, पुराने टायर, टंकी, टेंक, पशुओ के पीने की खोली, ड्रम को हर रविवार पूरी तरह सूखाकर पुनः पानी भरना चाहिए जिससे उनमें लार्वा पैदा नहीं होगा।

मौसमी बीमारियों की रोकथाम में जुटा स्वास्थ्य विभाग

एक हजार से अधिक आशा सहयोगिनी, 600 से अधिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता, लगभग 300 से अधिक पर्यवेक्षको, प्रबंधकीय कार्मिको एवं चिकित्सा अधिकारियों ने भाग लिया। अभियान को आमजन के साथ-साथ अस्पतालो एवं स्वास्थ्य केन्द्रो में भी किया गया। गांव-ढांणी से लेकर शहरो में लगभग एक लाख 11 हजार 272 घरो व घरो के आस-पास लगभग 1 लाख 26 हजार 331 से अधिक पानी के पात्रो एवं कन्टेनरो एवं पानी से भरे स्थानो की जांच की गई। लार्वा पाए गए कंनरो को मौके पर ही खाली करवाया। खाली नही हो होने की स्थिति में टेमिफोस से उपचारीत किए। घरो के आस-पास भरे हुए पानी के स्थानो पर एमएलओ डाला गया। अभियान की मोनिटरिंग रियल टाईम एवं लोकेशन फोटो के माध्यम से की गई। 

मौसमी बीमारी रोकने के लिए प्रभारी नियुक्त

अभियान के तहत जिला स्तर से एक दर्जन जिला स्तरीय अधिकारियों एवं प्रबंधकीय वर्ग को प्रभारी के रूप में नियुक्त किया। जिसमें सीएमएचओ डॉ प्रकाश चन्द्र शर्मा ने भीम ब्लॉक, जिला प्रजनन एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सुरेश मीणा ने आमेट, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. ताराचंद गुप्ता ने देलवाड़ा, जिला क्षय रोग अधिकारी हेमंत बिन्दल ने रेलमगरा, प्रभारी अधिकारी जिला औषधी भण्डार अनिल जैन ने खमनोर, डिप्टी सीएमएचओ डॉ जीनेश सैनी एवं एपिडिमियोलोजिस्ट हरिश कुमार ने कुम्भलगढ़, जिला कार्यक्रम प्रबंधक आशीष दाधीच ने आमेट, जिला सलाहकार हार्दीक जोशी  ने राजसमंद, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक कृष्णकांत वसीटा एवं कॉउन्सलर विनोद पुरोहित ने नाथद्वारा, जिला सलाहकार फ्लोरोसिस प्रिया कालरा एवं जिला समन्वयक आईईसी दिलीप श्रीमाली ने राजसमंद शहर, जिला आशा समन्वयक हरिशंकर शर्मा ने रेलमगरा एवं पुर्णिमा पालीवाल ने डिप्टी, प्राईवेट पब्लिक कॉर्डिनेटर मांगीलाल ने कमला नेहरू हॉस्पीटल के आस-पास स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं आशा द्वारा एन्टी लार्वा गतिविधियों का अवलोकन आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके अलावा खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारीयों के नेतृत्व ख्ंाड स्तरीय टीमो एवं सेक्टर स्तर पर चिकित्सा अधिकारी प्रभारी ने अभियान का सहयोगात्मक पर्यवेक्षण किया।

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