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Heart Attack Problem : कब्ज़ और दिल का दौरा : कैसे छोटी सी समस्या बन सकती है जानलेवा खतरा

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Heart Attack Problem : कब्ज़ (Constipation) को अक्सर एक सामान्य और हल्की समस्या मान लिया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपकी सेहत के लिए गंभीर खतरा बन सकती है? कब्ज़ को लंबे समय तक अनदेखा करना दिल के दौरे (Heart Attack) जैसी गंभीर स्थितियों को जन्म दे सकता है। यह लेख आपको कब्ज़ और हृदय स्वास्थ्य के बीच के गहरे संबंध को समझने में मदद करेगा, साथ ही इससे बचाव के उपाय बताएगा।

Constipation can cause heart attack : कब्ज़ और हृदय रोग का संबंध

Constipation can cause heart attack : कब्ज़ केवल पेट की परेशानी नहीं है। यह पूरे शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, खासकर हृदय पर। जब शरीर मल त्याग में कठिनाई का सामना करता है, तो यह पेट और दिल पर अतिरिक्त दबाव डालता है। यह दबाव न केवल पाचन तंत्र को प्रभावित करता है, बल्कि रक्तचाप और हृदय गति को भी बढ़ा सकता है। इन समस्याओं का दीर्घकालिक प्रभाव हृदय रोगों के रूप में सामने आ सकता है।

constipation affect the heart? : कब्ज़ के कारण दिल पर असर

constipation affect the heart? : हृदय पर दबाव

कब्ज़ के दौरान जब व्यक्ति जोर लगाता है, तो पेट और हृदय पर अत्यधिक दबाव पड़ता है। यह दबाव रक्त प्रवाह को बाधित कर सकता है, जिससे दिल की धड़कन असामान्य हो सकती है और दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है।

वैल्सल्वा मानेवर:

कब्ज़ के समय जोर लगाने से वैल्सल्वा मानेवर नामक स्थिति उत्पन्न होती है। इसमें श्वास रोककर जोर लगाया जाता है, जिससे रक्त प्रवाह कम हो जाता है। यह स्थिति हृदय की धड़कन को असामान्य बना सकती है और अचानक दिल के दौरे का कारण बन सकती है।

वागस नस का उत्तेजन:

जोर लगाने से वागस नस उत्तेजित हो सकती है, जो हृदय गति को नियंत्रित करती है। इसकी अधिक उत्तेजना से अचानक हृदय गति और रक्तचाप गिर सकते हैं, जिससे चक्कर, मितली और गंभीर मामलों में दिल का दौरा भी हो सकता है।

Symptoms of constipation Affect Heart : कब्ज़ के लक्षण जो दिल की समस्या का संकेत हो सकते हैं

prevent constipation : कब्ज़ से बचाव के उपाय

prevent constipation : कब्ज़ से बचने और दिल को स्वस्थ रखने के लिए निम्नलिखित सुझाव अपनाएं:

  1. संतुलित आहार लें:
  1. पर्याप्त पानी पिएं:
  1. नियमित व्यायाम करें:
  1. प्राकृतिक उपचार आज़माएं:
  1. डॉक्टर से परामर्श लें:

अगर कब्ज़ बार-बार हो रही है और आपकी दिनचर्या को प्रभावित कर रही है, तो डॉक्टर से संपर्क करें। वे आपको सही दवाइयां और स्टूल सॉफ्टनर दे सकते हैं।

कब डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए?

यदि कब्ज़ के साथ निम्नलिखित लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें:

कब्ज़ को हल्के में लेना आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। यह केवल पाचन समस्या नहीं है, बल्कि हृदय रोगों का एक संभावित कारण भी है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और समय पर इलाज करवा कर आप न केवल कब्ज़ से बच सकते हैं, बल्कि दिल की बीमारियों के जोखिम को भी कम कर सकते हैं। इसलिए, अपनी सेहत का ध्यान रखें, संतुलित आहार लें, व्यायाम करें, और समय पर चिकित्सा सहायता प्राप्त करें। याद रखें, आपका दिल आपका सबसे कीमती अंग है — इसे स्वस्थ रखना आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए।

Author

  • परमेश्वरसिंह चुडावत युवा व उत्साही पत्रकार है। 2 साल में न सिर्फ पत्रकारिता को समझा, बल्कि आहत, पीड़ित की आवाज भी बने। पढ़ने- लिखने के शौकीन परमेश्वर वेब पोर्टल पर SEO Based खबरें बनाने की तकनीकी समझ भी रखते हैं। घटना, दुर्घटना, राजनीतिक हो या कोई नवाचार, हर मुद्दे पर बेहतर डिजिटल कंटेंट यानि रोचक खबर बनाने में माहिर है। jaivardhanpatrika@gmail.com

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