Heat Increased : देश व प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से लगातार मौसम में बदलाव हो रहा है। कभी तेज धूप व उमस आमजन को बेहाल कर देती है, तो कभी आसमान में बादल छाने से मौसम खुशनुमा बन जाता है। कुछ ऐसे ही हालात राजसमंद जिले के तापमान में भी देखने को मिल रहे हैं। यहां तापमान में अचानक बढ़ने व घटने से लोगों के मौसमी बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बढ़ गया है। 48 घंटों में 2 डिग्री की आई कमी प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार मौसम में बदलाव देखा जा रहा है और वही असर राजसमंद जिले में भी देखने को मिला। तीन दिन पहले मंगलवार को राजसमंद में 39.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था, लेकिन फिर से 2 दिनों में तापमान में 3.5 डिग्री की कमी आई है। फिर बुधवार दोपहर का तापमान 38 डिग्री और न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि गुरूवार को दिन व रात के तापमान में कमी हुई है। रात का तापमान 6.5 डिग्री घटकर 14.5 डिग्री पर आ गया। अधिकतम तापमान भी 2 डिग्री घटकर 36 डिग्री रह गया।
Weather in rajsamand : मौसम में उतार चढ़ाव के चलते दिन व रात के तापमान में खूब बदलाव देखे जा रहे हैं। राजसमंद शहर के साथ जिलेभर में सुबह से ही तेज धूप के कारण लोग परेशान हैं, तो दोपहर के वक्त बाजार में सन्नाटा पसर जाता है। राजसमंद में पिछले 2 दिनों से हल्की हवा चल रही है। मौसम विभाग का कहना है कि आगामी 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 1 से 2 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है और 72 घंटे बाद 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी होने की संभावना है, लेकिन 5वें दिन से 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट भी हो सकती है। फिलहाल राजसमंद में हीट वेव चलने में कम संभावना लग रही है। इस साल 25 मई 2024 से सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और उसी दिन से नौतपा शुरू हो जाएगा और 8 जून 2024 तक नौपता रहेगा। इस दिन सूर्य मृगशिरा नक्षत्र में चले जाएंगे और 9 दिन धरती आग की तरह तपती है। इस कारण लोगों को गर्मी में असुविधा हो सकती है। ऐसे में सबको सतर्क व सावधान रहने की जरूरत है, ताकि कोई मौसमी बीमारी की चपेट में न ले लेवे।
बताया कि सूर्य देव के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही नौतपा का प्रारंभ हो जाता है। सूर्य ज्येष्ठ माह में 15 दिन के लिए रोहिणी नक्षत्र में आते हैं। जिसमें 9 दिन नौतपा रहता है। रोहिणी नक्षत्र में आते ही पृथ्वी का तापमान बढ़ जाता है। वैज्ञानिक दृष्टि के अनुसार मई के आखिरी सप्ताह में सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी सबसे कम होती है इसलिए इस दिन भीषण गर्मी पड़ती है।
Rain in rajsamand : 9 दिनों तक लू और गर्मी से हाल हो जाएगा बेहाल
ज्योतिषाचार्य पं. अर्जुनकृष्ण पालीवाल ने बताया कि हर साल ज्येष्ठ माह में 9 दिन ऐसे होते हैं, जिसमें भीषण गर्मी पड़ती है। इन्हें नौतपा के नाम से जाना जाता है। नौतपा के दौरान सूर्य देव अपने पूरे चरम पर रहते हैं असहनीय आग बरसाते हैं। इंसानों के साथ प्रकृति पर भी इसका बुरा असर पड़ता है. पेड़-पौधे, तालाब, सूखने लगते हैं। लोग लू की चपेट में आ जाते हैं। नौतपा में भीषण गर्मी का एहसास होता है, ये समय काफी कष्टदायी होते है लेकिन वैज्ञानिक दृष्टि से नौतपा बेहद खास माना गया है।
Nautapa to Life will be Affected due : नौतपा क्यों है महत्वपूर्ण?
पंडित अर्जुनकृष्ण पालीवाल के अनुसार विज्ञान में भी बताया कि इस दौरान सूर्य की किरणें सीधे धरती पर पड़ती है, जिससे तापमान में बढ़ोतरी होती है। वहीं मैदानी इलाकों में तापमान में बढ़ोतरी के कारण समुद्री लहरों की अपनी ओर आकर्षित करते हैं। जिससे तटीय क्षेत्रों में बारिश और तूफान की संभावना बढ़ जाती है। कहते हैं कि जैसे अच्छे से पका खाना स्वाद लगता है उसी तरह नौतपा में भीषण गर्मी हमें आने वाले समय में राहत देती है। इस दौरान हवाएं चलना ठीक है लेकिन बारिश का होना अच्छा नहीं माना जाता, क्योंकि इससे मानसून सिस्टम बिगड़ जाता है और फिर अच्छी बारिश नहीं होती।
नौतपा में करें ये उपाय
नौतपा के दौरान सूर्य देव का रूप बहुत ही प्रचंड स्वरूप में होते हैं। इसीलिए लोगों को ठंडक पहुंचाने वाली चीजें जैसे तरबूज, खरबूज, आम, शरबत, पंखा, छाता, जूते दान करना अच्छा माना जाता है। नौतपा में बेजुबान जानवरों, पक्षियों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था करें, पेड़ों को निरंतर जल दें। कहते हैं इससे सोया भाग्य जाग उठता है, नौतपा के दौरान मंदिर में कालीन या हरी घास की पट्टी लगवा दें, ताकी आने जाने वालों के पैर न जलें। ये छोटा सा काम आपकी तरक्की के रास्ते खोलता है।