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Home Buying Tips : 5/20/30/40 रूल से करें अपने सपनों के घर की प्लानिंग: सही बजट बनाएं और वित्तीय संकट से बचें

Home Buying Tips : घर खरीदना जीवन के सबसे बड़े निर्णयों में से एक होता है। यह केवल एक संपत्ति खरीदने की बात नहीं होती, बल्कि यह हमारे वित्तीय भविष्य को भी प्रभावित करता है। इसलिए, घर खरीदने से पहले एक मजबूत वित्तीय योजना बनाना आवश्यक है, जिससे आपका भविष्य आर्थिक रूप से सुरक्षित रह सके।

एक सुव्यवस्थित योजना के साथ घर खरीदने का निर्णय लेना आपको आर्थिक संकट और तनाव से बचा सकता है। खासतौर पर पहली बार घर खरीदने वालों के लिए 5/20/30/40 रूल बेहद उपयोगी साबित हो सकता है। यह नियम आपको यह तय करने में मदद करता है कि आपको कितना महंगा घर खरीदना चाहिए, लोन कितने समय के लिए लेना चाहिए, आपकी ईएमआई कितनी होनी चाहिए और डाउन पेमेंट की सही रणनीति क्या होनी चाहिए। आइए इस नियम को विस्तार से समझते हैं:

1. Home buying tips 2025 : घर की कीमत : सालाना आय का 5 गुना से ज्यादा न हो

Home buying tips 2025 : घर खरीदते समय सबसे पहली बात जो आपको ध्यान में रखनी चाहिए, वह है उसकी कीमत। आपके द्वारा खरीदे जाने वाले घर की कीमत आपकी सालाना आय के 5 गुना से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसका मुख्य कारण यह है कि यदि आप बहुत महंगा घर खरीदते हैं, तो आपकी वित्तीय स्थिति पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है, और लंबे समय तक कर्ज चुकाना बोझिल हो सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आपकी सालाना आय 12 लाख रुपये है, तो आप अधिकतम 60 लाख रुपये तक के घर के लिए योजना बना सकते हैं। यदि आप इससे अधिक कीमत वाले घर को खरीदने का निर्णय लेते हैं, तो आपको अधिक लोन लेना पड़ेगा, जिससे आपका वित्तीय संतुलन बिगड़ सकता है।

2. लोन अवधि : 20 साल या उससे कम रखें

घर खरीदते समय लोन का चयन करना एक महत्वपूर्ण निर्णय होता है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि लोन की अवधि 20 साल या उससे कम होनी चाहिए

20 साल से अधिक लोन लेने के नुकसान:

यदि आप 20 साल के भीतर लोन चुका देते हैं, तो आप न केवल ब्याज में बचत करेंगे, बल्कि भविष्य में अपनी संपत्ति पर पूर्ण स्वामित्व भी जल्दी प्राप्त कर पाएंगे।

3. How To Buy a House : ईएमआई: मासिक आय का 30% से अधिक न हो

ईएमआई (EMI) तय करते समय यह ध्यान रखें कि यह आपकी मासिक आय के 30% से अधिक नहीं होनी चाहिए। यह आपको अन्य आवश्यक खर्चों के लिए पर्याप्त वित्तीय संतुलन बनाए रखने में मदद करेगा।

उदाहरण के लिए, यदि आपकी मासिक आय 1 लाख रुपये है, तो आपकी ईएमआई 30,000 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। इससे आपके पास अन्य खर्चों जैसे कि बच्चों की शिक्षा, मेडिकल खर्च और निवेश के लिए भी पर्याप्त राशि बची रहेगी।

ईएमआई अधिक होने के नुकसान:

4. home buying plan : डाउन पेमेंट: 40% तक बचत करें

home buying plan : घर खरीदने से पहले कम से कम 40% डाउन पेमेंट का लक्ष्य रखें। डाउन पेमेंट अधिक करने से आपकी लोन राशि कम होगी और ब्याज का बोझ भी घटेगा।

उदाहरण के लिए, यदि आप 50 लाख रुपये का घर खरीदना चाहते हैं, तो आपको कम से कम 20 लाख रुपये डाउन पेमेंट के रूप में बचाने चाहिए। हालांकि, यह राशि बड़ी हो सकती है, लेकिन यह आपको लंबी अवधि में अधिक ब्याज भुगतान से बचाएगी।

डाउन पेमेंट अधिक रखने के फायदे:

Home Buyers Guide : क्या 5/20/30/40 नियम सभी के लिए सही है?

हालांकि यह नियम पहली बार घर खरीदने वालों के लिए बहुत प्रभावी है, लेकिन कुछ परिस्थितियों में यह पूरी तरह से फिट नहीं बैठ सकता।

संभावित कमियां:

  1. बढ़ती संपत्ति कीमतें: कई मेट्रो शहरों में संपत्तियों की कीमतें इतनी अधिक होती हैं कि 5 गुना वार्षिक आय में फिट करना मुश्किल हो जाता है।
  2. कम बचत: कई लोग 40% डाउन पेमेंट के लिए पर्याप्त बचत नहीं कर पाते, जिससे अधिक लोन लेना पड़ता है।
  3. ब्याज दरों में बदलाव: ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव से ईएमआई की गणना में बदलाव आ सकता है।
  4. अन्य वित्तीय जिम्मेदारियां: यदि किसी के पास पहले से शिक्षा ऋण, कार लोन या अन्य वित्तीय देनदारियां हैं, तो उनके लिए यह नियम पूरी तरह कारगर नहीं हो सकता।

क्या कहती हैं बैंकिंग संस्थाएं?

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से रेपो रेट में कटौती के बाद कई प्रमुख बैंकों ने अपनी होम लोन ब्याज दरों में कमी की है। SBI, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया जैसे बड़े बैंकों ने अब अपनी ब्याज दरें 8.10% से शुरू कर दी हैं।

इसका मतलब है कि अब कम ब्याज दर पर होम लोन लेना संभव हो सकता है, जिससे आपके मासिक ईएमआई पर भी असर पड़ेगा।

सही प्लानिंग से बनाएं अपना घर का सपना साकार

यदि आप अपना खुद का घर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो 5/20/30/40 रूल का पालन करने से आपको सही दिशा मिलेगी। यह नियम आपको वित्तीय रूप से मजबूत बनाए रखेगा और कर्ज के बोझ से बचाएगा। हालांकि, यह भी जरूरी है कि आप अपनी व्यक्तिगत वित्तीय स्थिति और बाजार की स्थितियों के अनुसार निर्णय लें। सही बजटिंग, निवेश और प्लानिंग से आप अपने सपनों का घर बिना वित्तीय परेशानी के खरीद सकते हैं।

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