अवैध संबंधों में रोड़ा बन रहे पति को एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटाने के लिए योजना बनाकर हाइवे पर कार से कुचलवाया ताकि सारा घटनाक्रम रोड़ एक्सीडेंट लगे। पुलिस ने दो दिन में घटना का खुलासा कर पत्नी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
यह मामला बीकानेर का है। लखासर निवासी रुघवीर सिंह की पत्नी संजू कंवर का अवैध संबंध झंझेऊं गांव के गणेश सिंह के साथ था। दोनों का मिलना विवाह के बाद भी हो रहा था। ऐसे में गणेश और संजू ने मुलाकातों में बाधा बन रहे पति रघुवीर सिंह को रास्ते से हटाने का फैसला किया। रघुवीर सिंह को मारने के लिए गणेश सिंह ने भवानी सिंह, लाल सिंह, काननाथ का सहयोग लिया। इन सभी ने मिलकर हत्या का प्लान बनाया।
भवानी सिंह ने रघुवीर को 7 जून को फोन करके लखासर बस स्टैंड पर बुलाया। यहां से मोटर साइकिल पर होटल देशी ठाठ तक गए। यहां उसने रघुनाथ को जमकर खाना खिलाया और शराब भी पिलाई। इसके बाद लाल सिंह को फोन कर दिया। वह अपने साथ कान नाथ को लेकर आया। इनके पास एक पिकअप गाड़ी थी। भवानी और गणेश तय योजना के तहत रघुवीर को लेकर नेशनल हाइवे पर ले गए। वहां गाड़ी से टक्कर मारकर रघुनाथ सिंह की हत्या कर दी। इसके बाद मामले को सड़क हादसा बताने का प्रयास किया।
इस मामले में पुलिस ने काफी पैनी नजर रखी। दरअसल, जहां शव मिला वो जगह सड़क से इतनी दूर थी कि शव उछल कर नहीं जा सकता था। ऐसे में इसे शुरू से ही हत्या का मामला मानते हुए छानबीन शुरू की। रघुवीर की पत्नी संजू कंवर के बारे में पता लगाया तो उसके अवैध संबंधों के बारे में भी जानकारी मिल गई। इसके बाद गणेश सिंह की छानबीन की गई। यहीं से सारा मामला खुल गया।
साइबर सेल की भूमिका
इस मामले में साइबर सेल ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन बदमाशों के मोबाइल नंबर की लोकेशन से यह पता लगाया गया कि वे किस वक्त कहां थे। जिसे दुर्घटना स्थल बताया जा रहा था, वहीं पर इनकी लोकेशन भी आ रही थी। साइबर सेल के दीपक यादव और दिलीप के साथ ही उप निरीक्षक मनोज कुमार, कांस्टेबल सुभाष, भीवाराम, प्यारेलाल, विनोद कुमार, संदीप, अशेाक, विक्रांत, सुरेंद्र, विजय, गुलाम, सहीराम और राम निवास की इस केस को हल करने में मुख्य भूमिका रही।