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राजसमंद : वृद्धा से बेहोशी की हालत में फर्जी तरीके से वसीयत कर ली अपने नाम, उसी रात वृद्धा की मौत, तीन आरोपी गिरफ्तार

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एक बुजुर्ग वृद्धा नि:संतान थी कुछ लोगों ने बेहोशी की हालात में वृद्धा से वसीयत उसके नाम कर ली। उसी रात में वृद्धा की मौत हो गई। न्यायालय में इस्तगासा पेश करने पर पुलिस ने जांच करते हुए मामले का खुलासा कर 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने आपसी मिलीभगत कर बेहोशी की हालत में वृद्धा से फर्जी तरीके से वसीयतनामा तैयार करवा लिया। फर्जी वसीयत तैयार करने की रात ही वृद्धा की मौत हो गई। पीड़ित बाणिया टुकड़ा चदाणा की भागल निवासी मांगूसिंह पुत्र डालूसिंह ने 18 फरवरी को न्यायालय में इस्तगासा पेश किया था।

न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने मुख्य आरोपी को पुलिस रिमांड पर और सहयोग करने वालों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। राजसमंद जिले के चारभुजा थानाधिकारी भवानीशंकर ने बताया कि बाणिया टुकड़ा, चदाणा की भागल निवासी किशन सिंह पुत्र देवीसिंह चदाणा, बहादुरसिंह पुत्र जगतसिंह चदाणा और बाणिया टुकड़ा मुणावतों की भागल निवासी फूलसिंह पुत्र मांगूसिंह दसाणा को विभिन्न धाराओं में आरोपी मानते हुए गिरफ्तार किया।

पीड़ित मांगूसिंह ने बताया कि वृद्धा रंबा बाई पत्नी स्वर्गीय गुलाबसिंह नि:संतान होने से उनकी सेवा कई वर्षों से मेरे परिवार द्वारा की जा रही थी। रंबा बाई के पति की मृत्यु पर उनका जाति रिवाज अनुसार अंतिम क्रिया की गई। सेवा करने पर वृद्धा ने पीड़ित के पुत्र मनोहरसिंह को गोद लेकर सम्पूर्ण जमीन जायदाद के गोदनामा लिखकर पंजीयन करवा लिया।

वृद्धा के मनोहरसिंह को गोद लेने की जानकारी आरोपी किशन सिंह को होने पर वृद्धा की सम्पूर्ण जमीन जायदाद प्राप्त करने की नीयत से बेहोशी की हालत में साथी ने किसी वकील और स्टाम्प वेण्डर से मिलकर फर्जी तरीके से वृद्धा की वसीयत अपने नाम पर करवा ली। पुलिस ने कांकरोली हॉस्पिटल से इलाज का रिकॉर्ड, उपपंजीयक गढ़बोर से गोदनामा रिकॉर्ड व गोदनामा प्रलेख लेखक, स्टांप वेंडर से अनुसंधान कर प्रकरण के कथित आरोपी के मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल का विश्लेषण किया।

आरोपी ने साथियों से मिलकर फर्जी वसीयतनामा की फोटो प्राप्त की गई। आरोपियों ने मिलकर 27 जनवरी को नोटेरी कर्ता किसी अधिवक्ता और स्टाम्प वेण्डर से मिलकर फर्जी वसीयतनामा तैयार कर वसीयत अपने नाम करवा दी थी। आरोपियों को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने आरोपी किशन सिंह को पुलिस रिमांड और फूलसिंह व बहादुरसिंह को जेल भेज दिया।

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