मुमुक्षु हीनल ने सांसारिक जीवन का त्याग कर संयम पथ अपनाकर बनी साध्वी बन गई। हीनल का खमनोर क्षेत्र के सेमल में दीक्षा समारोह का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में समाज के कई लोग मौजूद थे। मुमुक्षु हिनल काे श्रमण संघ के मेवाड़ प्रवर्तक मदन मुनि ने दीक्षा प्रदान की। मुमुक्षु हिनल अब साध्वी हर्षप्रभा बनी। दीक्षा के दाैरान मेवाड़ केसरी कोमल मुनि करुणाकर आदि ठाणा व मेवाड़ उपप्रवृतिनी साध्वी राजमति, विजयप्रभा माैजूद थे।
कार्यक्रम में सम्पूर्ण मेवाड़, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, चेन्नई सहित अन्य शहराें के श्रावक-श्राविकाएं माैजूद रहे। दीक्षार्थी हिनल ने सांसारिक जीवन काे त्याग कर संयम पथ काे अपनाया है। मेवाड़ प्रवर्तक मदन मुनि, कोमल मुनि, पराग मुनि के सानिध्य में हिनल का वेश परिवर्तन कराकर ओघा, साहित्य व पात्र प्रदान कर दीक्षित किया गया।
इस दाैरान श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ कांकरोली ने आगामी चातुर्मास के लिए गुरुदेव के समक्ष विनती की। संघ अध्यक्ष देवीलाल हिंगड़ ने बताय कि मुमुक्षु कुमारी हिनल राजावत के भव्य दीक्षा समारोह में उपस्थित 8 हजार की जन मेदिनी में कांकरोली श्री संघ ने मेवाड़ प्रवर्तक व साध्वी मंडल आदि ठाणा का चातुर्मास कांकरोली में कराने की विनती की।
इस दाैरान महामंत्री रोशनलाल डांगी, कोषाध्यक्ष सागर चंडालिया, दलपतसिंह बोल्या, बाबूलाल हिंगड़, देशबंधु हिंगड़, दिनेश बाबेल, देवीलाल सुराणा, भैरुलाल हिंगड़, संजय बोल्या, सुरेशचंद्र हिंगड़, महिला मंडल, बहु मंडल, नवयुवक मंडल के सदस्य माैजूद थे। विनती पत्र का वाचन रोशनलाल डांगी ने किया।