एमबी हॉस्टल के कमरें खंडर फिर भी पोर्टल पर एडमिशन किया शुरू 5 https://jaivardhannews.com/in-the-name-of-convenience-in-rajsamand-what-kind-of-bullying-why-construction-in-the-presence-of-police/

सडक़, पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा का ढ़ांचागत विकास बहुत जरूरी है, मगर ग्रामीणों की सुविधाओं का ख्याल रखना भी उतना ही आवश्यक है। कुछ ऐसा ही मामला राजसमंद जिले में झालो की मदार के डांग की भागल का है, जहां प्रशासन द्वारा पुलिस की मौजूदगी में ग्रामीणों के विरोध के बाद जबरन निर्माण करना पड़ रहा है। आखिर ऐसी नौबत क्यों आ गई, ग्रामीण क्यों विरोध कर रहे हैं। खास बात यह है इस हालात से ग्रामीणों ने जिला कलक्ट्री में धरना देकर कलक्टर नीलाभ सक्सेना को अवगत करा दिया और वैकल्पिक तलाशने का आश्वासन भी दिया। फिर भी शनिवार सुबह उसी जगह भारी पुलिस जाब्ते की मौजूदगी में नवनिर्माण के लिए नींव खुदाई व पुराने ढांचे को तोडऩे के लिए दो-दो जेसीबी मशीनें लगा दी है। इस तरह जनसुविधा पर भारी दबंगई को लेकर ग्राम पंचायत से लेकर पुलिस व प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

वैकल्पिक जगह तलाशने में क्या हर्ज

डांग की भागल के चौराहे पर अस्पताल निर्माण की वैकल्पिक जगह तलाशने में आखिर प्रशासन कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठा रहा है। क्या इसमें कतिपय व्यक्ति का कोई स्वार्थ है या ग्रामीणों की जनभावना से कोई मतलब नहीं। ग्रामीणों में आक्रोश है, मगर प्रशासन को आखिर भारी पुलिस जाब्ता तैनात कर निर्माण क्यों शुरू करना पड़ा।

गांव का चौराहा और मंदिर भी है

ग्रामीणों ने बताया कि जिस जगह अस्पताल बनवाया जा रहा है, उस जगह दशामाता की पूजा होती है, तो होलिका दहन के साथ गांव की सामूहिक बैठक का आयोजन भी उसी जगह होता है। गांव में इस तरह की सुगम जगह गांव के बीच में और कहीं नहीं है। इसलिए अस्पताल भी उनके लिए आवश्यक है, मगर उसे गांव के बाहर अन्य जगह भी बनवाया जा सकता है। बताया कि उसके पास महादेव का मंदिर भी बना हुआ है, जहां जन सहयोग से ग्रामवासी दस से पन्द्रह लाख रुपए खर्च कर उसे विकसित कर चुके हैं।

एक पहले ग्रामीणों ने कलक्ट्री पर दिया धरना

झालो की मदार पंचायत के डांग की भागल से सैकड़ों ग्रामीणों ने 24 जून दोपहर को जिला कलक्ट्री राजसमंद में धरने पर बैठ गए। शाम 5 बजे तक धरना जारी रहा और ग्रामीणों की मांग थी कि गांव के चौराहे पर अस्पताल का निर्माण नहीं किया जाए। ग्रामीणों ने ठेकेदार व कतिपय कार्यकर्ताओं के प्रति आक्रोश जताते हुए नारेबाजी की और तत्काल निर्माण कार्य रूकवाने की मांग उठाई। इसी के तहत दोपहर में जिला कलक्ट्री में धरने पर बैठ गए और शाम पांच बजे जिला कलक्टर द्वारा नाथद्वारा उपखंड अधिकारी को दूसरी जगह जमीन तलाशने के निर्देश दिए, तब ग्रामीण धरने पर उठे और गांव चले गए।

निर्माण शुरू होने से फिर ग्रामीणों में रोष

शनिवार सुबह फिर निर्माण कार्य शुरू होने के बाद ग्रामवासी लामबद्ध हो गए हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा मौके पर भारी पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया है। इससे प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर प्रशासन द्वारा जबरन निर्माण क्यों करवाया जा रहा है। गांव के ही अस्पताल है, जो दूसरी जगह क्यों नहीं बनाया जा सकता है, यही सवाल हर ग्रामवासी के जेहन में है। इस दौरान कमलसिंह, जवेरसिंह, प्रभुसिंह, गणेशसिंह, खुमाणसिंह, कालूसिंह, भैरूसिंह, अर्जुनसिंह, केदारसिंह, विजयसिंह, नानसिंह, सुरेशसिंह, पे्रमसिंह, केसरसिंह, ईश्वरसिंह सहित कई ग्रामवासी मौजूद थे

सरपंच पर मनमानी का लगाया आरोप

डांग की भागल में अस्पताल निर्माण आरजी नं. 9722/4904 पर किया जा रहा है। ग्रामीणों ने सरपंच पर भी मनमानी करने का आरोप लगाया। अस्पताल जगह जनहित का है ग्रामवासियों के लिए ही है, तो ग्रामीण भी आखिर क्यों अड़े हुए हैं, उसे प्रशासन को समझना चाहिए। कहीं कतिपय व्यक्ति के स्वार्थ की वजह से तो प्रशासन गुमराह नहीं हो रहा है, यही यक्ष सवाल हर किसी के जेहन में है।

प्रशासन कर रहा मनमानी

झालो की मदार में प्रशासन द्वारा भारी पुलिस जाब्ता तैनात कर जबरन निर्माण किया जा रहा है। राजनीति की वजह से बेवजह ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है। जल्द प्रशासन ने उचित कदम नहीं उठाया तो फिर उग्र आंदोलन किया जाएगा। योगेंद्रसिंह चौहान, भाजपा युवा नेता नाथद्वारा