राजसमंद शहर में इंदिरा रसोई योजना के तहत अभी आमजन को 8 रुपए नहीं, बल्कि मुफ्त में भोजन कराया जा रहा है। राजसमंद शहर में 3 जगह इंदिरा रसोई चल रही है, जहां से कोरोना संक्रमितों के अलावा आमजन को रोज 500 भोजन के पैकेट उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। लॉकडाउन में जनसेवा के लिहाज से नगरपरिषद द्वारा पूरी थाली फ्री कर दी है। बीस रुपए की थाली में पहले 12 रुपए राज्य सरकार देती है और 8 रुपए भोजन खाने वाले को ही देना पड़ता था, मगर अब 8 रुपए का खर्च नगरपरिषद द्वारा वहन किया जा रहा है। पहले फ्री सिर्फ लॉकडाउन प्रभावित के लिए थी, मगर अब यह थाली सभी के लिए फ्री कर दी गई है।
नगरपरिषद सभापति अशोक टांक ने बताया कि कांकरोली, राजनगर एवं आरके जिला चिकित्सालय में इंदिरा रसोई योजना के तहत भोजन की व्यवस्था उपलब्ध है। इसके तहत प्रति व्यक्ति भोजन पर 12 रुपए अनुदान देने के उपरांत लोगों को रियायती दर मात्र 8 रुपए में भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा था, मगर कोरोना महामारी व लॉकडाउन में असहाय, गरीब व अभावग्रस्त परिवारों को राहत देने के लिए वर्तमान में सरकार द्वारा अब पूरी थाली ही नि:शुल्क कर दी है। सरकार ने स्थानीय स्तर पर जन सहयोग या अन्य स्रोत जुटाकर यह व्यवस्था चलाने को कहा था, लेकिन फिलहाल यह व्यय नगरपरिषद उठा रही है। तीनों ही केन्द्रों पर प्रतिदिन 500 भोजन के पैकेट आमजन को उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग व संचालन के लिए कनिष्ठ अभियंता को जिम्मेदारी दी गई है, जबकि आयुक्त जनार्दन शर्मा भी इसका प्रतिदिन फीडबैक ले रहे हैं, ताकि आमजन को किसी भी तरह की असुविधा न हो और गुणवत्तापूर्ण भोजन मिल सकें।
आयुक्त ने किया निरीक्षण, संतोषप्रद स्थिति
राजसमंद नगरपरिषद आयुक्त जनार्दन शर्मा ने कांकरोली एवं राजनगर में इंदिरा रसोईघरों का निरीक्षण किया। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता, मात्रा, स्वच्छता आदि हर एक पहलू का जायजा लिया, जिसमें सभी व्यवस्थाएं संतोषप्रद होना बताया है। आयुक्त शर्मा ने बताया कि वाहन से अब तक चिह्नित जरूरतमंद लोगों तक मुफ्त भोजन मुहैया कराया जा रहा है, लेकिन अब सरकार के नए निर्देश अनुसार कोई भी व्यक्ति इंदिरा रसोई केन्द्र पर भी नि:शुल्क भोजन कर सकेगा।
नेता प्रतिपक्ष के सवालों बो बताया अनुचित
सभापति अशोक टांक ने बताया कि इंदिरा रसोई का भोजन पूर्णतया गुणवत्तायुक्त है। नेता प्रतिपक्ष हिम्मत कुमावत द्वारा उठाए सवाल को राजनीतिक अड़ंगा करार दिया है। एक वर्ष में इंदिरा रसोई के भोजन में कोई शिकायत नहीं मिली। फिर भी समय व गुणवत्ता की कमियों के सवाल कर लोगों को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है, जो अनुचित व गलत है।