सांसद ने केंद्रीय मंत्री व सीएम को लिखा पत्र
खमनोर के रक्ततलाई में लगे गलत तथ्यों वाले शिलालेखों को तुरंत बदलने को लेकर राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने केंद्रीय एवं कला संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल और सीएम अशोक गहलोत को पत्र में लिखा।
हल्दीघाटी में शिलालेखों पर युद्ध में महाराणा प्रताप की सेना के पीछे हटने का जिक्र है, जो तथ्यात्मक नहीं है। जिसमें उन्होंने इतिहासकार और राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय में सहआचार्य डॉ. चन्द्रशेखर शर्मा की ओर से पुरातत्व विभाग को लिखे पत्र का हवाला भी दिया। उन्होंने लिखा हल्दीघाटी एक ऐसा पूजनीय स्थान है, जहां की मिट्टी को हर नवयुवक अपने ललाट पर लगाकर खुद को गौरवान्वित महसूस करता है। यह शौर्य का परिचय देने वाला पहला अध्याय है।
जिसे कोई भी शिक्षक या अभिभावक नई पीढ़ी को बताना चाहता है। ऐसे में युद्ध के परिणाम और तिथि के गलत तथ्यों वाले शिलालेखों को तुरंत बदला जाना चाहिए। क्योंकि राष्ट्र के गौरव पुरुष महाराणा प्रताप के शौर्य को इस प्रकार ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर गलत प्रस्तुत कराना अवांछनीय है। साथ ही उन्होंने बादशाह बाग के नामकरण पर भी आपत्ति जताते हुए सुधार करने की मांग की। इधर, पुरातत्व विभाग की ओर से कमेटी बनाकर जांच कराने के बयान के बाद समाज ने भी इसका स्वागत किया है।
मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के महामंत्री तनवीर सिंह कृष्णावत ने कहा कि महाराणा प्रताप के त्रुटिपूर्ण शिलालेख को बदले जाने की पुरातत्व विभाग की बात का समाज स्वागत करता है। अनुरोध है कि विभाग समाज और संगठन की भावना की कद्र करे। साथ ही जल्द ही इस गलती को सुधारा जाए।