राजसमंद नगर परिषद की बोर्ड बैठक सभापति अशोक टांक की अध्यक्षता व राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी के सानिध्य में आयोजित हुई। सभापति अशोक टांक ने शहर में चल रहे अवैध निर्माण पर कार्यवाही, सभी वार्डो में समानता के आधार पर विकास कार्य करवाने, उपसभापति चुन्नीलाल पंचोली ने सनवाड़ में परिषद की भूमि एक पुराने फर्जी पट्टे जारी का मुद्दा उठाया तो विपक्षी पार्षदों ने नहीं बोलते देने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। नेताप्रतिपक्ष हिम्मत कुमावत ने इस बॉर्ड के आने के बाद पिछले तीन सालों से विकास कार्यों में ग्रहण लग गया है। मांगीलाल टांक व हिमानी नंदवाना ने परिषद की सरकारी भूमि को निलाम कर राजस्व बढ़ाने, मोहन कुमावत ने विकास कार्यों में भेदभाव करने, अर्जुन मेवाड़ा ने विकास कार्य के जोन के बजाय वार्ड वाईज टैण्डर कराने, चम्पालाल कुमावत ने धोइंदा तलाई सौन्दर्यकरण, नए नाला निर्माण कराने, उत्तम खींची ने सामुदायिक भवन में घटिया निर्माण करने सहित कई मुद्दों को उठाए। कई मुद्दो को लेकर पक्ष- विपक्ष के पार्षद आपस में उलझते दिखाई दिए।
एक साल बाद आयोजित हुई नगर परिषद की साधारण सभा हंगामेदार रही। बैठक में विधायक दीप्ति माहेश्वरी की मौजूदगी में गणगौर महोत्सव और गणपति महोत्सव को भव्य तरीके से मनाने, शहर के सभी वार्डों में जरूरत के हिसाब से विकास कार्य करने, शहर की चारों प्रमुख सड़कों पर नगर परिषद की ओर से प्रवेश द्वार बनवाने और नगर के प्रमुख चौराहे को सौंदर्यकरण के प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किए गए। बैठक में नगर परिषद की जमीनों पर कब्जे, बाजारों में अतिक्रमण, विकास कार्यों में भेदभाव के मुद्दे भी सदन में गूंजे। अंत में सभी पार्षदों ने अपने-अपने वार्डों की समस्याओं का ध्यान आकर्षित करते हुए नगर में विकास कार्यों को लेकर अपने-अपने सुझाव दिए।
अवैध निर्माण को लेकर जवाब देने से कतराए जिम्मेदार
नगर परिषद की शुरू हुई बैठक में सभापति अशोक टांक ने शहर में नियमों के विपरीत हो रहे अवैध निर्माण पर कार्यवाही की मांग का मुद्दा उठाया। जिसका सभी पार्षदों ने समर्थन किया। वहीं नेताप्रतिपक्ष हिम्मत कुमावत ने विकास कार्यों में भदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा पार्षदों की अनुसंशा के आधार पर विकास कार्य नहीं हुए है। ऐसे में भाजपा पार्षद को अपने वार्ड की जनता के सामने खुलकर जाने से बचना पड़ रहा है।
सफाई व्यवस्था पर हो काम
विधायक बनने के बाद पहली बार बैठक में पहुंची राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी अपने तल्ख अंदाज में नजर आई। विधायक ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों की कोई भी शिकायत को नजर अंदाज नहीं करें, कोई भी जनप्रतिनिधी कर्मचारियों व अधिकारियों को फोन करें तो तत्काल उनको जवाब दें। ऐसा नहीं करने वालों के खिलाफ चार्जशीट जारी करते हुए कार्यवाही करने की हिदायत दी। वहीं शहर में कराए जा रहे विकास कार्यों की गुणवत्ता जांचने तथा स्थानीय पार्षदों की अनुसंशा पर ही ठेकेदार को भुगताने करने की बात कही। माहेश्वरी ने शहर की सफाई व्यवस्था पर असंतुष्टता जताते हुए शहर की सफाई व्यवस्था सुधारने, सफाई कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारी से काम करने, नगर परिषद में राजस्व बढ़ाने तथा शहर के विकास में कदम से कदम मिलाकर सहयोग करने की बात कहीं। सफाई कार्य में बजट बढ़ाने, मार्बल स्लेरी डालने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने, ट्रांसपोर्ट नगर के लिए जमीन आंवटन करने, गौशाला का पीपीपी मोड़ पर संचालन करने, शहर में पब्लिक टॉयलेट बढ़ाने, विधायक ने नियमित बॉर्ड बैठक बुलाने, कमेटियों के गठन, शिकायतों का निस्तारण कर भ्रष्टाचार की जांच करने के निर्देश दिए।
पुराने पट्टे को लेकर हुई तकरार
उपसभापति चुन्नीलाल पंचोली ने सनवाड़ में परिषद की भूमि का एक पुराने फर्जी पट्टे जारी करने का मुद्दा उठाया तो विपक्ष ने बॉर्ड पर सवाल उठाया। इस पर उपसभापति पंचोली ने पूरे मामले से अवगत कराते हुए इस प्रकरण को सालों पुराना बताया। लेकिन उनका सवाल था कि आखिर नगर परिषद की जमीन का पट्टा किस आधार पर जारी किया गया है। इस प्रकरण में परिषद के अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए मामले की जांच कराने की मांग की। वहीं पार्षद आशीष पालीवाल ने परिषद के अधिकारियों व कर्मचारियों पर पट्टा जारी करने में हठ धर्मिता के आरोप लगाए। जब तक कर्मचारी के पास विटामीन एम (मनी) नहीं पहुंचती तब तक उनका काम नहीं होता है।