Tanker Blast in Jaipur https://jaivardhannews.com/jaipur-fire-incident-17-people-death/

Jaipur Fire Incident : 20 दिसंबर को जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुए भीषण LPG टैंकर ब्लास्ट के बाद चार दिनों में 17 लोगों की जान जा चुकी है। इस हादसे में झुलसे 16 मरीज अभी भी गंभीर हालत में सवाई मानसिंह (SMS) हॉस्पिटल में भर्ती हैं। बुधवार को दो और लोगों की मौत हो गई, जिससे मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

बुधवार को प्रतापगढ़ की 22 वर्षीय विजेता और जयपुर के पास भुरीबड़ाज निवासी 36 वर्षीय विजेंद्र ने दम तोड़ा। ये दोनों 70% तक झुलसे हुए थे। SMS हॉस्पिटल के बर्न वॉर्ड में अब भी 16 मरीजों का इलाज चल रहा है। इनमें से दो मरीज वेंटिलेटर पर हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इनकी हालत नाजुक बनी हुई है। एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी में दोनों मृतकों के शव रखे गए हैं। मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई के बाद शवों को परिजनों को सौंपा जाएगा। इससे पहले मंगलवार, 24 दिसंबर को एटा (यूपी) के नरेश बाबू और नूंह (हरियाणा) के यूसुफ की भी मृत्यु हो चुकी है। जयपुर LPG ब्लास्ट ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया है। इस हादसे ने सुरक्षा नियमों की अनदेखी और आपातकालीन प्रबंधन की कमियों को उजागर किया है। मृतकों के परिजनों के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है। झुलसे हुए मरीजों के लिए हर संभव चिकित्सा प्रयास जारी है। प्रशासन और संबंधित एजेंसियों को अब इस तरह के हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।

Tanker Blast in Jaipur : कैसे हुआ हादसा

Tanker Blast in Jaipur : पुलिस और चश्मदीदों के मुताबिक, 20 दिसंबर की सुबह करीब 5:44 बजे जयपुर-अजमेर हाईवे पर यह हादसा हुआ। मथुरा निवासी LPG टैंकर ड्राइवर जयवीर सिंह एक कट से यू-टर्न लेकर मुख्य सड़क पर आ रहा था। इसी दौरान पीछे से किसी भारी वाहन ने टैंकर को टक्कर मारी। इस टक्कर से टैंकर के पांच नोजल टूट गए, और करीब 18 टन (180 क्विंटल) गैस लीक हो गई। लीक हुई गैस ने आग का विकराल रूप धारण कर लिया और पूरे इलाके को अपनी चपेट में ले लिया।

17 People Death in Tanker Blast : तत्कालीन स्थिति और ब्लास्ट का असर

17 People Death in Tanker Blast : धमाके के समय टैंकर के आसपास मौजूद वाहन और राहगीर आग की चपेट में आ गए।

  • मौके पर चार लोगों की मौत: ब्लास्ट में चार लोग मौके पर ही जिंदा जल गए।
  • अस्पताल में बढ़ती मौतें: SMS हॉस्पिटल में झुलसे 13 लोगों ने दम तोड़ दिया। इनमें मंगलवार और बुधवार को चार नई मौतें शामिल हैं।
  • 200 मीटर दूर दूसरा टैंकर: जहां धमाका हुआ, वहां से 200 मीटर दूर एक और LPG टैंकर खड़ा था। गनीमत रही कि वह आग की चपेट में नहीं आया, वरना नुकसान और भी भयानक हो सकता था।

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Jaipur tanker blast new update : जांच के दायरे में ड्राइवर और ट्रक मालिक

Jaipur tanker blast new update : LPG टैंकर के ड्राइवर जयवीर सिंह ने पुलिस को बताया कि वह हादसे के समय वाहन में अकेला था। टक्कर के बाद उसने तुरंत ट्रक मालिक अनिल कुमार को सूचना दी और मोबाइल बंद कर दिया। ट्रक के मालिक अनिल कुमार को भी पुलिस ने थाने बुलाया है। वे दिल्ली के निवासी हैं और उनसे भी पूछताछ की जा रही है। ड्राइवर ने दावा किया कि हादसे के बाद वह सुरक्षित स्थान पर रुक गया था। पुलिस उसकी बातों की सत्यता की जांच कर रही है।

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How many deaths in Jaipur blast : SMS हॉस्पिटल में इलाज की स्थिति

How many deaths in Jaipur blast : SMS हॉस्पिटल के प्लास्टिक सर्जन डॉ. राकेश जैन ने बताया कि अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। दो मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है, जबकि पांच अन्य मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।

  • सोमवार को तीन मरीज डिस्चार्ज हुए।
  • मंगलवार को दो और मरीजों को छुट्टी दी गई।

ब्लास्ट का खौफनाक मंजर

गेल इंडिया लिमिटेड के फायर एंड सेफ्टी के DGM सुशांत कुमार सिंह के अनुसार, टैंकर के नोजल टूटने से 18 टन गैस लीक हुई। धमाका इतना जोरदार था कि पूरे इलाके में आग फैल गई। आग की लपटों ने वाहनों और राहगीरों को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि धमाके की आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी।

हादसे के बाद की कार्रवाई

पुलिस और प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए राहत और बचाव कार्य शुरू किया। गंभीर रूप से झुलसे मरीजों को SMS हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।

  • मृतकों के पोस्टमॉर्टम: मृतकों के शव SMS हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखे गए हैं। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे।
  • प्रभावित इलाका: हादसे के बाद से जयपुर-अजमेर हाईवे का यह हिस्सा संवेदनशील बना हुआ है। ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया गया है।

जनजीवन पर प्रभाव और सुरक्षा के उपाय

इस हादसे ने LPG टैंकरों के सुरक्षित संचालन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

  • सुरक्षा नियमों की अनदेखी: हादसा टैंकर के मोड़ने के दौरान हुआ, जिससे गैस के लीक होने की संभावना बढ़ी।
  • आग से बचाव: स्थानीय प्रशासन और विशेषज्ञों ने आग के खतरों से बचाव के उपाय सुझाए हैं।

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  • Parmeshwar Singh Chundawat

    परमेश्वरसिंह चुडावत युवा व उत्साही पत्रकार है। 2 साल में न सिर्फ पत्रकारिता को समझा, बल्कि आहत, पीड़ित की आवाज भी बने। पढ़ने- लिखने के शौकीन परमेश्वर वेब पोर्टल पर SEO Based खबरें बनाने की तकनीकी समझ भी रखते हैं। घटना, दुर्घटना, राजनीतिक हो या कोई नवाचार, हर मुद्दे पर बेहतर डिजिटल कंटेंट यानि रोचक खबर बनाने में माहिर है। jaivardhanpatrika@gmail.com

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By Parmeshwar Singh Chundawat

परमेश्वरसिंह चुडावत युवा व उत्साही पत्रकार है। 2 साल में न सिर्फ पत्रकारिता को समझा, बल्कि आहत, पीड़ित की आवाज भी बने। पढ़ने- लिखने के शौकीन परमेश्वर वेब पोर्टल पर SEO Based खबरें बनाने की तकनीकी समझ भी रखते हैं। घटना, दुर्घटना, राजनीतिक हो या कोई नवाचार, हर मुद्दे पर बेहतर डिजिटल कंटेंट यानि रोचक खबर बनाने में माहिर है। jaivardhanpatrika@gmail.com