कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार ने धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर पूर्ण प्रतिबंद लगा दिया है। इसके तहत राजसमंद के चारभुजा में जलझूलनी एकामदशी का मेला भी स्थगित कर दिया गया है। यहां की धर्मशालाओं की बुकिंग भी रद्द कर दी। मंदिर तीन दिन बंद रहेंगे।
धर्म नगरी चारभुजा में प्रतिवर्ष भरने वाला जलझुलनी एकादशी का मेला कोरोना के चलते दूसरे साल भी मेला नहीं भरेगा। शुक्रवार को चारभुजा मंदिर परिसर में पुजारियों और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई । बैठक में मेला मजिस्ट्रेट जयपाल सिंह राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार की नई गाइड लाइन में सभी धर्म स्थलों पर होने वाले धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ही चारभुजा मंदिर में पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा। कुंभलगढ़ डीएसपी नरपत सिंह ने बताया कि जलझूलनी एकादशी सहित 3 दिन तक धार्मिक स्थल बंद रहेंगे। तीन दिन तक आम दर्शनार्थियों के लिए दर्शन बंद रहेंगे। पुजारियों को आग्रह किया कि अपने यात्रियों को जलझूलनी एकादशी पर नहीं बुलाए। सभी गेस्ट हाउस पर श्रद्धालुओं को नहीं ठहराने और पूर्व में हुई बुकिंग को रद्द करने के निर्देश दिए।
चारभुजा मंदिर के पुजारी, भाजपा प्रदेश प्रतिनिधि सदस्य व पूर्व सरपंच नाथू लाल गुर्जर ने कहा कि कई लोग पहले ही दर्शन कर घर चले गए। थाना अधिकारी भावनी शंकर ने बताया कि पुलिस जाब्ता लगाया जाएगा। बैठक में चारभुजा तहसीलदार दिनेश आचार्य, देवस्थान मुंतजिम तिलकेश पालीवाल, चारभुजा मंदिर पुजारी में पूर्व उप जिला प्रमुख मदनलाल गुर्जर, पंचायत के उपसरपंच नंदलाल गुर्जर, रामलाल गुर्जर ,घिसूलाल भंडारी, रामचंद्र गुर्जर, भंवरलाल पंचोली, देवीलाल चोवटिया, नाथूलाल गुर्जर, रूपलाल गुर्जर, छगनलाल गुर्जर भेरू गुर्जर सहित मंदिर के पुजारी मौजूद थे।