Jaivardhan News

Killed two sisters : दहेज के लिए पति व परिजनों ने कर दी दो बहनों की हत्या, वारदात के बाद सब फरार

two Sister murder in rajasthan https://jaivardhannews.com/killed-two-sisters/

सामाजिक कुरीतियां किस तरह लोगों के लिए जानलेवा बन जाती है, उसका जीता जागता उदाहरण राजस्थान के अलवर जिले में देखने को मिला है, जहां दहेज की कुप्रथा में दो बहनों की जिन्दगी दांव पर लग गई। शादी के दाे साल की समयावधि में दोनों बहने जब पीहर से दहेज नहीं ला पाई, तो उन दोनों बहनों के पति व ससुराल पक्ष को इतना गुस्सा आ गया कि पीट पीट कर उनकी हत्या ही कर डाली। दहेज प्रथा के खात्मे के लिए सख्त कानून भी है, मगर प्रशासनिक ढिलाई, जागरूकता के अभाव में आज भी हमारा सभ्य समाज इस कुप्रथा से मुक्त नहीं हो पा रहा है। इसी कारण रोज कहीं न कहीं से दहेज के चलते महिलाएं अपनी जिन्दगी कुर्बान कर रही है। यक्ष सवाल यह है कि आखिर समाज में इस तरह की घिनौनी करतूत पर अंकुश क्यों नहीं लग पा रहा है।

पुलिस के अनुसार अलवर जिले में कठूमर के नंगला फरासिया गांव में शनिवार को बहन वंदना (22) व अंजना (20) पुत्री गाेविद जाट की शादी करीब पौने दो साल पहले 1 दिसंबर 2021 को नंगला फरासिया गांव के शैलू उर्फ शैलेंद्र व कैलाश पुत्र राजेंद्र के साथ हुई थी। जब से शादी हुई तब से ही वंदना व अंजना के पति शैलू उर्फ शैलेंद्र व कैलाश और उनके सास-ससुर द्वारा दहेज की मांग की जा रही थी। लगातार दहेज की मांग का दबाव बनाने के लिए आरोपियों ने दोनों बहनों के साथ मारपीट भी की, जिससे तंग आकर व परेशान होकर दोनों बहने जनवरी माह में पीहर गारू गांव लौट आई और पिता के घर ही रहने लग गई। इसके बाद ससुराल पक्ष से रिश्तेदार फिर दोनों बहनों के लाने के लिए गए, जहां काफी विचार विमर्श करने के बाद दोनों बहनों को फिर 7 सितंबर को ससुराल ले जाया गया, मगर फिर भी न तो उनके पति दहेज की मांग और प्रताड़ना देना बंद किया और न ही सास व ससुर ही अपनी हठधर्मिता से बाझ आए। इसके चलते दस दिन की समयावधि में रोज ताने देना, मारपीट कर शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करना आम बात हो गई। इससे परेशान दोनों बहनों ने फिर जो हालात बन रहे थे, उसको लेकर पीहर पक्ष को बता दिया। इस बीच 16 सितंंबर को दहेज में नकद राशि व कार की बात को लेकर उनके पति व ससुराल पक्ष के लोग इतने उत्तेजित हो गए कि दोनों बहनों की बेरहमी से मारपीट की, जिससे उनकी मौत हो गई। इस बीच जब दोनों बहनों की अमानवीय तरीके से मारपीट हो रही थी, उसके बारे में किसी रिश्तेदार ने पीहर पक्ष को सूचना दे दी। इस पर पीहर से बहनों के भाई श्यामसुंदर व पीहर पक्ष के अन्य लोग पहुंच गए, तब तक दोनों बहनों की मौत हो चुकी थी। इसके बाद दोनों बहनों के पति और परिवारजन भी घर से भाग गए। पीहर पक्ष द्वारा थाने में भी सूचना दे दी गई, तो पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। साथ ही उनके शव को अस्पताल के मोर्चरी में रखवाए और पीहर पक्ष के आने पर पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा कर शव पीहर पक्ष को सौंप दिए। दूसरी तरफ आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के प्रयास जारी है।

आखिर ऐसे अमानवीय बर्ताव क्यों ?

पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि दोनों बहनों के साथ अमानवीय बर्ताव हुआ, जिसमें न सिर्फ कानून कायदे को दरकिनार कर दिया गया, बल्कि उन्हें नारकीय जीवन जीने को मजबूर कर दिया। बहने न तो फोन पर पीहर बात कर पाती है और न ही मारपीट से वे कभी वंचित रह पाती थी। ताना, उलाहना और प्रताड़ना से शारीरिक व मानसिक संताप झेलना तो उनके लिए रूटीन हो गया था। एक तरह से एक पशु जैसे हालात उनके बन गए थे, जो एक खूंठे पर बंधा रहता है। एक बहन वंदना ने चोरी छीपे फोन कर उनके साथ हो रहे इस बर्ताव के बारे में पीहर को बताया, तब पीहर पक्ष के लोग पहुंचे।

पंच पटेल समझाकर ले गए थे ससुराल

ससुराल पक्ष की प्रताड़ना से परेशान वंदना व अंजना जनवरी 2023 से ही अपने पीहर गोरू गांव में रहने लग गई। इसके बाद बहनों के पति के मामा बरौली छार निवासी हैप्पू, बलवंत, चाचा ससुर महावीर व रणवीर सहित कई पंच पटेल गोरू गांव पहुंचे। पंच पटेलों द्वारा समझाइश की गई और फिर से उजड़ते परिवारों को बसाने का आग्रह किया। इस पर पिता गोविंद जाट ने दोनों बेटियों को 7 सितंबर 2023 को फिर ससुराल भेज दिया। उसके बाद भी आरोपी पति व ससुराल पक्ष के लोग अपनी हरकतों से बाझ नहीं आए और 16 सितंबर को पीट पीट कर हत्या ही कर दी।

ढाई लाख के साथ बाइक पहले ही दी थी दहेज में

गोरू गांव के गोविंद जाट ने उनकी बेटी वंदना व अंजना की शादी के वक्त ढाई लाख रुपए नकद और मोटरसाइकिल के साथ सोने- चांदी के जेवर भी दिए। शादी होने के बाद ससुराल पक्ष द्वारा दहेज में कार और 11 लाख रुपए नकद मांगे जा रहे थे। इसके लिए दोनों बेटियों के माध्यम से ससुराल पक्ष द्वारा लगातार दबाव बनाया जा रहा था। इतना दहेज दे पाना गोविंद जाट के भी बस में नहीं था, मगर आरोपियों को इससे कोई वास्ता नहीं था। तभी तो पत्नियों से ज्यादा उन्हें दहेज से प्यार था शायद, इसीलिए उन्हें मार डाला।

गुपचुप कर ली थी अंतिम संस्कार की तैयारी

नंगला फरासिया गांव में वंदना व अंजना की हत्या करने के बाद आरोपी उनके पति व ससुराल पक्ष के लोगों ने गुपचुप तरीके से अंतिम संस्कार करने की भी तैयारी कर ली। इस बीच पीहर पक्ष के लोग भी नंगला फरासिया पहुंच गए और पुलिस भी पहुंच गई थी। इसके चलते हत्या के आरोपी घर से फरार हो गए। हालांकि पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अन्य आरोपी मौके से फरार हो गए, जिनकी तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है।

Exit mobile version