Lepard in udaipur https://jaivardhannews.com/leopard-accident-udaipur-city-panther-injured/

Leopard Accident : उदयपुर के शिल्पग्राम क्षेत्र में रविवार की रात एक रोमांचक और अप्रत्याशित घटना घटी। यहां एक लेपर्ड सड़क पार कर रहा था, तभी एक दूधवाले की बाइक उससे टकरा गई। इस टक्कर में जहां दूधवाला घायल हो गया, वहीं लेपर्ड को भी चोटें आईं, लेकिन वह तुरंत जंगल की ओर भाग गया। यह पूरी घटना पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिससे इसका वीडियो सामने आया है।

Udaipur News : घटना रविवार रात लगभग 7:50 से 7:55 बजे के बीच की बताई जा रही है। शिल्पग्राम के मुख्य गेट से बड़ी टाइगर हिल की ओर जाने वाले रास्ते पर एक बाइक सवार दूधवाला जा रहा था। तभी अचानक शिल्पग्राम के अंदर स्थित जंगल क्षेत्र से एक लेपर्ड तेजी से दौड़ते हुए सड़क पर आ गया और इसी दौरान दूधवाले की बाइक उससे टकरा गई।

Panther in udaipur : लेपर्ड को सामने देखकर बाइक सवार घबरा गया, जिससे वह संतुलन खो बैठा और बाइक समेत सड़क पर गिर पड़ा। इस हादसे में दूध के कंटेनर का सारा दूध सड़क पर फैल गया। आसपास से गुजर रहे कुछ लोगों ने यह नज़ारा देखा और तुरंत मौके पर पहुंचे।

राहगीरों की मदद से संभला मामला

इस दौरान एक कार चालक ने अपनी गाड़ी रोकी और आसपास के अन्य लोगों के साथ मिलकर घायल दूधवाले को संभाला। दूसरी ओर, टक्कर के बाद लेपर्ड घबराकर पास के जंगल की ओर भाग गया। सीसीटीवी फुटेज से यह प्रतीत हो रहा है कि लेपर्ड को भी चोट आई है, लेकिन वह गंभीर रूप से घायल नहीं था।

वन विभाग की टीम ने की जांच

Forest department rajasthan : घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। सज्जनगढ़ सेंचुरी से रेंजर गजेंद्र सिंह, डीपी शर्मा और प्रादेशिक रेंज से सहायक वनपाल भैरूलाल सहित अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। टीम ने तुरंत उस क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन शुरू किया, जहां लेपर्ड गया था, लेकिन वह कहीं दिखाई नहीं दिया। रेंजर गजेंद्र सिंह के अनुसार, “अगर लेपर्ड गंभीर रूप से घायल होता, तो वह आसपास ही मिलता, लेकिन वह तेजी से जंगल की ओर चला गया।”

घायल दूधवाले की जानकारी जुटा रही टीम

वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, वहां मौजूद किसी गाड़ी वाले ने घायल दूधवाले को अस्पताल पहुंचा दिया, लेकिन उसकी सही स्थिति की जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है। बाइक वहीं सड़क पर खड़ी है और उसके परिवार के सदस्य अभी तक मौके पर नहीं पहुंचे हैं।

इलाका पूरी तरह जंगल से घिरा हुआ है

घटना स्थल के आसपास का क्षेत्र घने जंगलों से घिरा हुआ है। एक ओर सज्जनगढ़ अभयारण्य है, तो दूसरी ओर थूर मगरा का जंगल फैला हुआ है। इसके अलावा, पास में वन विभाग की नर्सरी और अन्य हरियाली क्षेत्र भी मौजूद हैं।

रानी रोड और फतेहसागर झील के आसपास भी कई बार लेपर्ड देखे गए हैं। कुछ समय पहले, एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें एक लेपर्ड फतेहसागर की बांसियों पर चलते हुए नजर आया था। यह इलाका वन्यजीवों के लिए उपयुक्त माना जाता है, जिससे यहां लेपर्ड जैसी जंगली बिल्लियों का आना-जाना लगा रहता है।

क्या कहता है वन विभाग?

वन विभाग की टीम अब यह जांच कर रही है कि क्या यह लेपर्ड पहले भी इस क्षेत्र में देखा गया था या यह पहली बार जंगल से बाहर निकला। अधिकारियों का मानना है कि यदि लेपर्ड को चोट लगी होगी, तो वह कुछ दिनों तक इसी इलाके में रहेगा। वन विभाग की टीम ने स्थानीय लोगों को सतर्क रहने और किसी भी जंगली जानवर को देखने पर तुरंत सूचना देने की अपील की है।

यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि शहर के आसपास के जंगलों में रहने वाले वन्यजीव कभी भी मानव बस्तियों की ओर आ सकते हैं। वन विभाग का सुझाव है कि ऐसी स्थिति में घबराने के बजाय सतर्कता और संयम बरतना जरूरी है।

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