Leopard Attack : राजसमंद शहर के समीपवर्ती ग्राम पंचायत पीपलांत्री व बोरज की सीमा पर सोमवार दोपहर बकरियां चरा रही महिला पर अचानक पैंथर ने हमला करते हुए मुंह में दबोच कर जंगल में ले गया। चरवाह बच्ची ने हल्ला मचाया तो ग्रामीण दौड़कर आए तभी हो-हल्ला सुनकर पैंथर महिला के शव को छोड़ कर भाग गया। पैर दोनों पंचायत क्षेत्र के आबादी क्षेत्र में लगातार विचरण कर रहे हैं। पैंथर अब तक तीन लोगों का शिकार कर चुका है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है।
Rajsamand news today : राजसमंद उपवन संरक्षक वन्यजीव सुदर्शन शर्मा ने बताया कि धर्मेटा काना का तालाब भील बस्ती, मोरवड़ हाल खारण्डिया स्थित भील बस्ती अंडेला बोरज निवासी रुकमादेवी 32 पत्नी रामलाल गमेती भतीजी नीलू के साथ बकरियां चरा रही थी तभी मार्बल लफरों से निकल कर आए पैंथर ने बकिरयों पर हमला किया। रूकमा ने पैंथर पर पत्थर मारे तो पैंथर ने महिला की गर्दन पकड़ ली और घसीटकर झाड़ियों में ले गया। तभी उसके साथ बकरियां चरा रही बच्ची ने चीख-पुखार की। भागते हुए ग्रामीणों व परिजनों को सूचना दी। इस पर बड़ी संख्या में ग्रामीण, मार्बल माइंस मालिक व श्रमिक पहुंच गए। जिससे पैंथर शव छोड़कर भाग गया। सूचना पर राजसमंद से वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेते हुए घटना स्थल का मुआयना किया। वन विभाग के सतर्कता दल ने ग्रामीणों व माइंस पर कार्य करने वाले लोगों को भी सतर्क व सावधान रहने के लिए नसीहत दी। साथ ही वन विभाग ने मौके पर पिंजरा रखने की तैयार शुरू कर दी। पैंथर महिला को गर्दन से पकड़कर झाड़ियों में ले गया, जिससे लहूलुहान होकर शव क्षत विक्षत हो गया और कपड़े भी फट गए। शव को वन विभाग के कर्मचारियों ने कब्जे में लेकर एंबुलेंस की सहायता से आरके अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया और मेडिकल बोर्ड से जंगल में पड़ा महिला का शव पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपा।
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Panther Attack on Woman : सुबह भैंस पर किया था हमला
Panther Attack on Woman : पैंथर संभवतया भूखा होने के कारण शिकार को लेकर अटैक कर रहा था। सुबह खारण्डिया के पास एक भैंस पर हमला कर दिया। भैंस को बचाने के लिए ग्रामीण दौड़े। वहीं भैंस भी सींगों से पैंथर पर वार कर रही थी। इससे पैंथर भाग गया।
Panther News rajsamand : प्रत्यक्षदर्शी नीलू बोली- बचने के लिए पत्थर मारे तो चाची को उठा ले गया
Panther News rajsamand : विधवा रुकमणी व भतीजी नीलू 17 पुत्री नारूलाल भील सोमवार सुबह बारिश रुकने के बाद अंडेला में बकरियां लेकर गई थी। दोपहर करीब एक बजे के आस पास झाड़ियों में बैठा पैंथर बकरियों का शिकार करने के लिए लपका तो महिला व नीलू ने बकरियों व स्वयं को बचाने के लिए हल्ला करते हुए पत्थर मारे, जिससे पैंथर अधिक आक्रोशित हो गया और चाची की ओर बढ़ने लगा तो नीलू हल्ला मचाते हुए दौड़ कर भागी। तभी पैंथर ने छलांग लगाकर चाची रुकमणी को गर्दन से पकड़ लिया। हल्ला सुनकर माइंस पर काम कर रहे लोग और अन्य ग्रामीण दौड़ कर आ गए और हल्ला मचाया तो पैंथर चाची को छोड़कर फरार हो गया। इधर, ग्राम पंचायत बोरज व पीपलांत्री के आस-पास लगातार पैंथर लोगों का शिकार करते हुए आए दिन वाहनों के पीछे दौड़कर हमला कर रहे हैं। पैंथर के हमले से परेशान ग्रामीण सहित बोरज सरपंच डिम्पल कंवर, भाजपा जिला मंत्री महेंद्रसिंह चौहान, वार्डपंच डूंगरसिंह के नेतृत्व में ग्रामीणों ने वन विभाग के उपवन संरक्षक से लेकर कलेक्टर तक को शिकायत कर दी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाही नहीं होने पर आक्रोश जताया।
Panther Attack on vehical : सड़कों से गुजरते वाहनों के पीछे दौड़ता है पैंथर
Panther Attack on vehical : जिले में पिछले तीन माह में चौथी बड़ी घटना हो गई। पहले 29 मई रात देलवाड़ा के गोड़वा भील बस्ती में घर के आंगन में सो रही महिला की गोद में मासूम को पैंथर उठा ले गया था। उसके बाद 24 जुन को ग्राम पंचायत बोरज के खारण्डिया भील बस्ती का युवक राधेश्याम भील का 5 दिन पुराना क्षत विक्षत शव मिला था, जिसे पैंथर पूरी तरह खा चुका था। उसके बाद भी बोरज, मुंडल क्षेत्र में आए दिन पैंथर वाहन चालकों व पैदल राहगीरों पर हमला कर रहा है। ग्राम पंचायत पीपलांत्री के खनन क्षेत्र आरके माइंस के पास चोरवाड़ी चौराहा पर 28 जून रात को मजदूरी करके घर जा रहे पुठोल निवासी वाहन चालक रणसिंह 45 पुत्र सोहनसिंह मंदावत का पैंथर शिकार कर जंगल में ले गया जहां अन्य वाहन आने से लाइट को देखकर पैंथर मौके से फरार हो गया था।
Panther Hunted Woman : पति की पांच साल पहले मौत, 5 बच्चे हुए बेसहारा
Panther Hunted Woman : पैंथर की शिकार बनी विधवा रकमादेवी गमेती के पति रामा गमेती पांच वर्ष पूर्व बीमारी के चलते मौत हो गई थी, उसके बाद परिवार में उसके तीन बेटे व दो बेटियां हैं। विधवा महिला बकरियां चराते हुए मजदूरी कर 5 बच्चों का पालन पोषण करते हुए परिवार का गुजारा चला रही थी। हालांकि बच्चे भी पढ़ाई छोड़कर मजदूरी कर रहे हैं। महिला का सबसे बड़ा पुत्र 17 वर्षीय पुरण मजदूरी करने माइंसों पर जाता है, वहीं दो छोटे बेटे गणपत 15 व अमृत 13 मजदूरी करने बाहर गए हुए हैं। वहीं दो बेटियां संगीता 11 और गीता 9 गांव में ही घर पर रहती हैं।