राजसमंद। कटते वृक्ष एवं बढ़ते प्रदूषण के साथ-साथ कोरोना महामारी में जहां ऑक्सीजन की कमी से देशभर में कई मौते हुई, वृक्षों की कटाई से पेड़ पौधे कम होने से ऑक्सीजन की कमी आई है। भाटोली बनास के किनारे विद्युत विभाग में कार्यरत भाटोली के लाइनमैन दुर्गाशंकर माली ने एक बहुत ही अच्छी पहल की शुरुआत की।
आज से एक वर्ष पूर्व इन्ही बारिश के दिनों में बनास नदी के किनारे मन्दिर के पास इन्होंने 101 पौधे लगाकर वृक्षारोपण का कार्य शुरू किया। उनकी इस पहल को देखकर ग्राम पंचायत ने नरेगा श्रमिको से पौधों के लिए खड्डे करवाए और बचाव हेतु एक साइड फैंसिंग भी करवाई। पौधे लगाने के पश्चात उनको घुमन्तु पशुओं से बचाने के लिए चारो ओर कांटे एवं झाडिय़ा लगवा दी और पानी पिलाने का कार्य शुरू कर दिया।
लाइनमैन माली ने इसे अपनी दैनिक दिनचर्या में जोड़ते हुए प्रतिदिन देखभाल की ठान ली। वो मूल रूप से एमड़ी के रहने वाले है लेकिन पौधों की देखभाल के लिए दिन में एक बार हर रोज वहां से भाटोली बनास पर आते है। गर्मी के दिनों एवं कोरोना महामारी में भी उन्होंने हाथो हाथ पानी के टैंकर मंगवा कर पौधों को पानी पिलाया एवं देखभाल की। अब एक वर्ष होने पर पौधें अच्छे खासे बड़े भी होने लग गए और किसी-किसी जगह पर पौधें नही चल सके वहां और पौधे मंगवा दिए जो लगाए जा रहे हैं। इस दरमियान वो अपनी जेब से पैसे खर्च करके इन पौधों की सार सम्भाल कर रहे है। अभी उन्होंने इन पौधों के चारों ओर तारबन्दी एवं झाली लगाने का कार्य भी प्रारम्भ कर दिया है जो कुछ ही दिनों में ये कार्य भी पूर्ण हो जाएगा। शुक्रवार को भी 11 पौधे लगाए गए। इस दौरान नितेश कुमावत, किशन धनगर, गोविन्द सेन सहित लोग उपस्थित थे। इनकी इस पहल को देखकर ग्राम पंचायत, नरेगा श्रमिक एवं गांव के पर्यावरण प्रेमी भी सहयोग के लिए आगे आए है।