लक्ष्मणसिंह राठौड़ @ राजसमंद
देश व प्रदेश में बेकाबू रफ्तार में कार चलाने के कतिपय लोगों का यह शोक आम लोगों के लिए जानलेवा सिद्ध हो रहा है। हाइवे, फोरलेन, सिक्सलेन से लेकर शहर और गांव की तंग सड़कों पर भी तय गति सीमा को दरकिनार कर 100 से 120 की स्पीड में कार ड्राइव कर रहे हैं। इसी वजह से आए दिन हादसे भी हो रहे हैं। ऐसा ही एक ओवरस्पीड कार चलाने के एक्सीडेंट का लाइव वीडियो सामने आया है, जो राजस्थान के राजसमंद जिले के अंतर्गत खमनोर थाना क्षेत्र में खेड़ा की भागल का है। यहां करीब 120 की स्पीड में बेकाबू स्वीफ्ट कार सड़क किनारे खड़ी अल्टो कार को चपेट में लेकर एक पेड़ से टकराकर आगे पलट गई। कार की स्पीड का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सड़क किनारे जो पेड़ था, वह भी एक सेकंड में उखड़कर दूर जा गिरा। गनीमत यह रही कि सड़क किनारे खड़ी जिस अल्टो कार से बेकाबू कार टकराई, उस अल्टो कार से कुछ सेकेंड पहले ही 4 साल की मासूम बच्ची उतरी और तभी हादसा हो गया। इस तरह उस मासूम बच्ची की जान बाल बाल बच गई। यह हादसा 10 नवंबर का है, लेकिन सीसीटीवी फुटेज का यह वीडियो देख हर किसी की रूह कांप उठेगी।
खमनोर क्षेत्र के खेड़ा की भागल में दुकान संचालक भैरूलाल सुथार ने बताया कि करीब बीस दिन पहले वह अपनी 4 साल की मासूम दोहिती साक्षी के साथ दुकान के बाहर बैठे थे। दुकानदार मूलत: परावल के रहने वाले है, जो भी खमनोर क्षेत्र का ही गांव है। दोहिती दुकान के बाहर खड़ी अल्टाे कार में ही खेल रही थी, 5 सेकंड पहले ही दोहिती कार से उतरकर उनके पास सीढ़ियो पर आ गई, जहां वह बैठा था, तभी तेज रफ्तार में आई स्वीफ्ट कार ने खड़ी अल्को कार को पलटते हुए खड़े पेड़ से टकराई, जो भी उखड़ गया, मगर कार उससे भी काफी आगे जाकर रूकी।
हादसे की विभत्सता देख दुकानदार भी सिहर उठा
खेड़ा की भागल में भैरूलाल की पावर टूल्स रिपेयर्स की दुकान है। उनकी 4 साल की दोहिती दीक्षा सुथार कुछ दिनों के लिए ननिहाल आई हुई थी। वह उस दिन न जाने क्या हुआ कि उसने दुकान साथ चलने की जिद की। इसलिए उसे साथ में दुकान ले आए। हादसा इतना खतरनाक था कि एक बार तो उनका भी तन मन में सिहरन दौड़ पड़ी, तो उनकी दोहिती भी इतनी डर गई कि रो भी नहीं पाई। फिर मैंने उसे गोद में लिया और दिलासा दिया। अगर 5 सेकंड पहले दोहिती कार से नहीं उतरती तो बड़ा हादसा हो सकता था। टक्कर की आवाज सुन दीक्षा जोर-जोर से रोने लगी। मैंने उसे संभाला और वहां से उसे लेकर घर के लिए रवाना हुआ।
प्रत्यक्षदर्शी भैरूलाल बोले- स्पीड में ब्रेक से हुआ हादसा
हादसे का प्रत्यक्षदर्शी भैरूलाल सुथार ने मीडिया को बताया कि वह दुकान के बाहर सीढ़ि पर बैठकर मोबाइल देख रहा था, जबकि दोहिती दीक्षा कार में उतर व बैठ रही थी और खेल रही थी। वह बोली यह किसने थूंका है, लोग गंदे होते हैं। दीक्षा उनके पास आ गई, तभी तेज रफ्तार में आ रही कार के अचानक ब्रेक लगाया, जिससे कार पूरी मुड़ गई। ब्रेक लगने की तेज आवाज सुनाई दी। सामने बेकाबू कार देख खुद कांप उठ गया, डर गया। कुछ सुझ भी नहीं पाया। कार टकराकर आगे गई तो वह देखने लगा, तो दोहिती रोनी लगी, तो पहले उसे संभाला। कार दीक्षा को छूते हुए पेड़ से टकरा गई और अल्टो पर गिर गई। गनीमत रही कि कुछ सेकेंड का समय रहा होगा। हादसे के बाद उसके खुद के हाथ-पैर फूल गए थे।
शराब के नशे में था कार का ड्राइवर, FIR दर्ज नहीं
तेज रफ्तार में आई कार पहले पेड़ से टकराई, फिर उनकी खड़ी अल्टो कार पर जा गिरी। इसका फुटेज उनके दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। इसमें साफ नजर आ रहा है कार स्पीड में है। ड्राइवर ने कंट्रोल करने के लिए ब्रेक भी लगाए, लेकिन इससे पहले ही कार पेड़ से टकरा कर अल्टो पर गिर गई। अल्टो कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। दुकान के बाहर खड़ा शहतूत का पेड़ भी टूट कर गिर गया। भैरूलाल ने बताया कि ड्राइवर नाथद्वारा का था, जो शराब के नशे में था, जो हादसे के बाद भाग खड़ा हुआ। इस मामले को लेकर पुलिस थाने में कोई प्रकरण दर्ज नहीं कराया गया।