बात चाहे स्वच्छता की हो या कार्मिकों के कामचोरी अथवा गुणवत्ता की। नगरपरिषद राजसमंद के सभापति अशोक टांक हर जगह सजग व सतर्क दिखाई दे रहे हैं और इसी का परिणाम है कि पिछले पखवाड़े परिषद के ही एक कार्मिक की चोरी पकडक़र उसे पुलिस के हवाले कर दिया और दो दिन शहर में वर्षों से काबिज कतिपय लोगों को बेदखल कर नगरपरिषद की करोड़ों की जमीन अतिक्रमण मुक्त करवा दी। अब सडक़ पर चल रहे निर्माण कार्य का औचक निरीक्षण किया, तो ठेकेदार द्वारा करवाए जा रहे निर्माण कार्य की पोलपट्टी भी खुल गई।
नगर परिषद सभापति टांक ने बुधवार सुबह नाथद्वारा रोड पर धोइंदा से टीवीएस चौराहा तक 10 लाख रुपए की लागत से चल रहे डिवाइडर के निर्माण कार्य का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस कार्य में ठेकेदार मुजफ्फर हुसैन द्वारा रोड पर बनाए गए डिवाइडर के बीच में पौधरोपण के लिए डाली गई मिट्टी की जांच की तो वह और उपजाऊ होकर उसमें पत्थर आदि की मात्रा ज्यादा होने पर टांक ने ठेकेदार के कार्मिक को फटकारते हुए कहा कि इस तरह की पत्थर युक्त अनउपजाऊ मिट्टी में पौधे कैसे पनप पाएंगे।
उन्होंने इस मिट्टी को तत्काल हटाने व पौधरोपण के लिए बिना पत्थर वाली मिट्टी डिवाइडर में डलवाने के आदेश देने के साथ ही ठेकेदार को कार्यालय में तलब किया। बाद में ठेकेदार हुसैन के कार्यालय पहुंचने पर उसे फटकारा तथा तत्काल मिट्टी को बदलने और कार्य सही नहीं होने पर ब्लैक लिस्टेड करने की चेतावनी दी। इसके साथ ही उन्होंने डिवाइडर पर करवाए जा रहे हैं रंग रोगन के कार्य को भी तत्काल रोकने के निर्देश दिए। इस दौरान उनके साथ आयुक्त जनार्दन शर्मा, पार्षद हेमंत रजक, प्रमोद रेगर, पुष्कर श्रीमाली आदि मौजूद थे।