Mewar Talk Fest : साहित्य एवं संवाद का उत्सव मेवाड़ टॉक फेस्ट का तीसरा संस्करण राजसमंद में 11-12 जनवरी को होगा। इसकाे लेकर बुधवार शाम निजी हाेटल में एमटीएफ 3.0 का पोस्टर विमोचन साहित्य परिषद के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री मनोजकुमार, मेवाड़ टॉक फेस्ट के समन्वयक डाॅ सुनील खटीक, संरक्षक सतीश आचार्य और पद्मेश तैलंग ने करते हुए कार्यक्रम की जानकारी दी।
Poster Vimochan : साहित्य परिषद के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री मनोजकुमार ने बताया कि संविधान के चित्रों की प्रदर्शनी के माध्यम से भारत के स्व से परिचित होंगे। औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्ति के लिए विमर्श समाज में चलना चाहिए। इसलिए साहित्य फेस्ट जैसे आयोजन अधिक महत्वपूर्ण हो जाते हैं। क्योंकि वैचारिक साहित्य देश की दिशा भी तय करते हैं। विमोचन कार्यक्रम में अध्यक्षता करते हुए वाणिज्यिक कर विभाग के सेवानिवृत्त अतिरिक्त आयुक्त पद्मेश तैलंग ने कहा कि राजसमंद की भूमि धार्मिक, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक रही हैं। इस तरह के आयोजन से युवाओं को जुड़ने का अवसर मिलेगा।
Rajsamand News Today : ये होंगे कार्यक्रम
Rajsamand News Today : मेवाड़ टॉक फेस्ट के समन्वयक डॉ सुनील खटीक ने बताया कि दो दिवसीय इस फेस्ट की थीम भारत के स्व की कहानी होगी। लेखन व अध्ययन विधा पर कार्यशाला, ड्राइंग एंड पेंटिंग और स्टोरी टेलिंग की प्रतियोगिता, साहित्यिक वार्ता सत्र और सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन होंगे। साहित्यिक सत्रों में लेखक सुरेंद्रसिंह राव, लेखक मुरारी गुप्ता, विवेकानंद केंद्र के उमेश चोरसिया, आईआईएमसी प्रो संगीता प्रणवेंद्र, राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय के फिल्म विभाग के प्रो अमिताभ, सुखाडिया विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के प्रो कुंजन आचार्य, लेखक चंद्रेश टेलर, सोशल मीडिया एक्सपर्ट योगेश राजपुरोहित अपने सुझाव साझा करेंगे। Festival of Books and Dialogues
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Festival of Literature and Dialogue : लेखक, प्रकाशक व पाठक होंगे एक मंच पर
Festival of Literature and Dialogue : पुस्तक एवं संवाद का यह उत्सव एक ऐसा आयोजन है, जिसमें लेखक, प्रकाशक और पाठकों को एक मंच पर आने का अवसर मिलता है। यह ज्ञान, शिक्षा और साहित्य का उत्सव है, जहाँ विभिन्न भाषाओं और विधाओं की पुस्तकें प्रदर्शित की जाती हैं। फेस्ट का मुख्य उद्देश्य साहित्य, शिक्षा और ज्ञान के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना हैं। यहां पाठक अपनी रुचि की पुस्तके खरीद सकते हैं, लेखकों से बातचीत कर सकते हैं और साहित्य से जुड़ी कार्यशालाओं एवं विविध गतिविधियों में हिस्सा ले सकते हैं।संविधान लागू होने के 75 वर्ष होने पर प्रदर्शनी का आयोजन होगा जिसका उद्घाटन 11 जनवरी शाम को होगा। विमोचन कार्यक्रम में भूमिका विकास छाजेड़ ने रखी और संचालन गोपाल कुमावत और धन्यवाद नवीन चोरडिया ने किया। विमोचन कार्यक्रम में टीम के सदस्य पुष्पेंद्र पणिक्कर, इंदुमणि, लोकेश सुथार, डॉ उषा, दिग्विजयसिंह, भूवनेश, संपतनाथसिंह आदि माैजूद रहे।