भीलवाड़ा जिले के बदनोर क्षेत्र में एक खदान के पास भूस्खलन के चलते लाखों टन मलबा भरभरा कर गिर गया। देखते ही देखते खदान पूरी तरह से खत्म हो गई। भूस्खलन होने के कारण खदान के अंदर पड़ी मशीनें व अन्य वाहन मलबे में दब गए। गनीमत रही कि जिस समय यह हादसा हुआ उस समय खदान में कोई मजदूर नहीं था। इससे बड़ा हादसा होने से टल गया। इस दौरान वहां मौजूद ग्रामीणों ने खदान ढहने का वीडियो अपने कैमरे में कैद कर लिया।
बताया जा रहा है कि बदनोर क्षेत्र के शीतला का चौड़ा रेंज में खदानें संचालित हो रही है। उसमें से एक खदान में मंगलवार सुबह 8 बजे मजदूर काम करने के लिए जा रहे थे। इस दौरान एक हिस्सा हिलने लगा और भूस्खलन जैसा महसूस हुआ तो वे पीछे हट गए और खदान में नहीं उतरे। देखते ही देखते खदान के आस-पास से लाखों टन मिट्टी और पत्थर का मलबा ढह गया। चंद सेकंड में ही पूरी खदान धंस गई। मजदूरों ने भी अपनी किस्मत अच्छी मानी की वे खदान में नहीं उतरे थे। इस भूस्खलन में किसी को भी चोट नहीं आई है। वहीं खदान में पड़ी कटर की मशीनें व अन्य वाहन मलबे के नीचे दब गए।
खदान संचालकों की लापरवाही से होती हैं ऐसी घटनाएं
खनन विभाग की ओर से क्षेत्र में कई खदानों को आवंटित किया जा चुका है। खदान आवंटित होने के बाद संचालक केवल खुदाई करने और पैसे कमाने का ही ध्यान रखते हैं। मजदूरों की सुरक्षा और खदान की स्थिति के बारे में वह कभी नहीं सोचते। इसी कारण कई बार ऐसे हादसे बड़ी घटनाओं में तब्दील हो जाते हैं