मार्बल, ग्रेनाइट व अन्य पत्थरों की खदानों में आए दिन हो रहे हादसों में सुरक्षा प्रबंध की पोल खुलने के बावजूद न खान मालिक गंभीर है और न ही खान विभाग द्वारा कोई सख्ती बरती जा रही है। इसके तहत ग्रेनाइट की खदान में चट्टान गिरने से 3 श्रमिकों की दर्दनाक मौत हो गई, जबिक तीन गंभीर घायल है, जो अस्पताल में उपचाररत है। यह हादसा राजस्थान के पाली जिले में एंदला थाना क्षेत्र के साकदड़ा के चाणोद गांव के पास स्थित पन्ना मिश्री ग्रेनाइट माइंस में हुआ। चट्टान नीचे दबने से शव बूरी तरह से पिकच गए, जिनके क्षतविक्षत शव को कपड़े में भरकर अस्पताल ले जाया गया। बताया जा रहा है कि 25 टन यानि 25 हजार किलो वजनी चट्टान गिरी।
हादसे की सूचना मिलने पर गुड़ा एंदला व तखतगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और तत्काल राहत कार्य शुरू कर दिया गया। घायलों को भी पाली के बांगड़ अस्पताल में पहुंचाया गया, जबकि चट्टान के नीचे दबे क्षत विक्षत शव भी बाहर निकले, जिन्हें भी पाली के बांगल चिकित्सालय के मुर्दाघर में रखवा दिए गए। दुर्घटना के बाद अजमेर से खान सुरक्षा महानिदेशालय की टीम मौके पर पहुंच गई और हादसे की जांच में जुट गई है। दुर्घटना के बाद 2 घंटे के प्रयास के बाद चट्टान के नीचे दबे शवों को बाहर निकाला जा सका।
चट्टान गिरने के दौरान धमाके की आवाज से आसपास काम कर रहे मजदूर चौंक गए। मौके पर अफरा तफरी और चीख-पुकार मच गई। यहां पहुंचे सुरेश चौधरी ने बताया कि घटना के वक्त जोरदार धमाका हुआ था। ऐसा लगा जैसे कि कोई बम फटा हो। इसके बाद हम यहां दौड़ कर पहुंचे तो देखा कि मजदूर खदान में दबे थे। धूल का गुबार उठ रहा था और लोग इधर-उधर भागने लगे थे। इसके बाद पुलिस को सूचना दी और रेस्क्यू शुरू हुआ। संचालक प्रतिनिधि शुभम गौड़ के अनुसार, खदान मैसर्स पन्ना मिश्री ग्रेनाइट नाम से है। ये मजदूर पिछले 15 दिनों से ही यहां काम करने आए हुए थे। इन्हें नागौर निवासी रिछपाल भाकर यहां लाया था।
मृतक तीनों ही प्रतापगढ़ जिले के रहने वाले
गुडा एंदला पुलिस थाने के हैड कॉन्स्टेबल अमराराम ने बताया कि सुबह साढ़े 10 बजे हादसे की सूचना मिली, जहां छह श्रमिक कार्य कर रहे थे। ग्रेनाइट की खदान में पत्थर तोड़ने का काम कर रहे थे। ड्रिल मशीनों से पत्थर की कटाई व अन्य कार्य चल रहा था। ड्रिल के वाइब्रेशन से ऊपर की 100 टन की चट्टान भरभराकर नीचे आ गिरी। प्रतापगढ़ जिले में देवगढ़ क्षेत्र के बोरदी निवासी हेमराज (19) पुत्र कन्हैयालाल मीणा, मोहन (20) पुत्र देवा मीणा और प्रतापगढ़ जिले के धरियावद निवासी महावीर (22) पुत्र शंभूराम मीणा की चट्टान के नीचे दबने से मौत हो गई। इसके अलावा शांति लाल (25) पुत्र देवा मीणा को पाली में प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रेफर कर दिया। साथ ही श्रवण (24) और ईश्वर (24) भी घायल हो गए, जिनका पाली में उपचार चल रहा है।
पन्ना मिश्री ग्रेनाइट माइंस में हुआ हादसा
खनिज विभाग सोजत के माइनिंग इंजीनियर धीरज पंवार ने कहा कि खदान में काम करते समय मजदूरों को मास्क लगाकर रहना चाहिए। साथ ही शूज और हेलमेट पहने होने चाहिए ताकि हादसे से बच सकें। लेकिन, साकदड़ा के पास पन्ना मिश्री ग्रेनाइट में जो हादसा हुआ, उसमें करीब 100 टन वजनी पत्थर मजदूरों पर गिरने की बात सामने आई है। इतने भारी पत्थर के नीचे दबे मजदूरों का बचना मुश्किल था। जांच के लिए अजमेर से खान सुरक्षा महानिदेशालय से टीम आ रही है। उनकी जांच में खदान मालिक की गलती सामने आएगी तो मुकदमा भी दर्ज करवाया जाएगा। करीब 100 टन वजनी पत्थर के नीचे दबने से तीनों श्रमिकों की बॉडी पिचक गई थी। उन्हें कपड़े में भरकर कर बांगड़ हॉस्पिटल पहुंचाया गया। घटना की जानकारी मिलने पर DIG ओमप्रकाश मेघवाल, पाली कलेक्टर एलएन मंत्री, एसपी चूनाराम जाट, एएसपी अकलेश कुमार शर्मा, गुड़ा एंदला थाना पुलिस स्टाफ सहित कई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे थे।
सांसद चौधरी ने किया ट्वीट
घटना की जानकारी के बाद स्थानीय सांसद पीपी चौधरी ने ट्वीट कर हादसे में जान गंवाने वाले श्रमिकों के परिवार के प्रति संवेदना जताई और घायलों को जल्द स्वस्थ होने की कामन की। साथ ही उन्होंने स्थानीय प्रशासन को पीड़ितों की हरसंभव सहायता देने एवं अन्य कार्यवाही के लिए निर्देशित भी दिए।