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Video… सुर्खियों में राजसमंद विधायक दीप्ति का बड़ा ऐलान- अब नहीं डरेगी किसी से, लड़ेगी आर-पार की लड़ाई

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सुर्खियों के बीच विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने ठोकी ताल | Jaivardhan News | Rajsamand MLA | BJP Leader

दिग्गज बीजेपी नेता रही दिवंगत किरण माहेश्वरी की पुत्री दीप्ति माहेश्वरी इन दिनों निजी आवास पर भाजपा कार्यकर्ताओं का बूथ सम्मेलन आयोजित चर्चाओं में है। इस बीच विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने अब राजसमंद विधानसभा क्षेत्र में जनता के हक की बात करते हुए प्रदेश की गहलोत सरकार को बड़ी चुनौती दे दी है। अपने विधायक कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर मीडियाकर्मियों के समक्ष ऐलान किया है कि अब वह जनता के हक के लिए आर पार की लड़ाई लड़ेगी और किसी भी स्थिति में राजसमंद की जनता के हक पर किसी दूसरे को डाका नहीं डालने दिया जाएगा। चाहे इसके लिए उन्हें कोई भी कदम उठाना पड़ेगा, वे उठाएगी और जनता को हक दिलाकर ही रहेगी।

जी हां, हम बात कर रहे हैं राजसमंद जिला मुख्यालय पर मेडिकल कॉलेज खोलने की बात की। यहां राजसमंद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बजट में मेडिकल काॅलेज की घोषणा की। उसके बाद गत दिनों जिला प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना ने मीडियाकर्मियों के सवालों के जवाब में कोई स्थिति स्पष्ट नहीं की थी कि आखिर मेडिकल काॅलेज खुलेगा किस जगह। जैसा कि पहले ही लोगों में चर्चा है कि कहीं मेडिकल कॉलेज भी नाथद्वारा ही तो नहीं चला जाएगा। क्योंकि प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए थे। इसलिए लोगों में असमंजस था कि यह मेडिकल काॅलेज नाथद्वारा जा सकता है। हालांकि अभी तक भी कोई अधिकारिक आदेश जारी नहीं हुए हैं। मंत्री ने कहा कि नियमानुसार जहां भी उचित होगा, उस जगह मेडिकल काॅलेज होगा, वह राजसमंद जिले की सीमा में ही होगा, जिला मुख्यालय कोई फीक्स नहीं है। जिला मुख्यालय भी हो सकता है और दूसरी जगह भी संभव है। इसको लेकर राजसमंद विधायक कार्यालय पर आयोजित प्रेस काॅन्फ्रेंस आयोजित कर विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने उग्र आंदोलन का ऐलान किया है। इस दौरान भाजपा के महेश पालीवाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष दिनेश पालीवाल, भाजयुमो जिलाध्यक्ष मोहन कुमावत, भाजपा नगर अध्यक्ष सुभाष पालीवाल, पूर्व पालिका उपाध्यक्ष सत्यप्रकाश काबरा, भाजपा पूर्व जिला महामंत्री सत्यनारायण पूर्बिया, पूर्व नगर अध्यक्ष महेंद्र टेलर, महेश चंद्र आचार्य आदि मौजूद थे।

विधायक बोली- सरकार नहीं मानी तो कोर्ट की शरण लेंगे

विधायक दीप्ति ने राजसमंद जिला मुख्यालय पर मेडिकल कॉलेज खुलवाने की बात को लेकर स्पष्ट तौर पर चेतावनी दी है कि अगर गहलोत सरकार ने मेडिकल कॉलेज को राजसमंद मुख्यालय के अलावा अगर किसी दूसरी जगह शिफ्ट करने की कोशिश की, तो जनता के साथ वे सड़क पर उतरेगी। साथ ही जरूरत पड़ने पर कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया जाएगा।

मेडिकल कॉलेज के लिए राजसमंद को बताया सर्वोत्तम विकल्प 

राजसमंद में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने कहा कि नव घोषित राजकीय मेडिकल कॉलेज के लिए राजसमंद जिला मुख्यालय सर्वाधिक सर्वोत्तम विकल्प है। चिकित्सा महाविद्यालय का जिले की जनता को अधिकतम लाभ मिले, इसी भावना के साथ महाविद्यालय के लिए इसी स्थल का चयन होना चाहिए।

जिला अस्पताल में पर्याप्त जमीन का दावा

विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने बताया कि राजसमंद जिला चिकित्सालय वर्तमान परिसर का क्षेत्रफल 95,938 वर्ग मीटर है। 15,590 वर्ग मीटर क्षेत्र में भवन निर्मित है। चिकित्सालय परिसर में 80712 वर्ग मीटर रिक्त भूमि उपलब्ध है। चिकित्सालय परिसर के समीप ही 150 बीघा राजकीय भूमि उपलब्ध है। चिकित्सा महाविद्यालय के समग्र विकास के लिए इस प्रकार एक ही परिसर में आवश्यकतानुसार भूमि की उपलब्ध है।

प्रत्येक जिला मुख्यालय पर है मेडिकल कॉलेज

विधायक दीप्ति ने कहा कि राजस्थान के सभी राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय जिला मुख्यालय पर ही स्थापित किए गए हैं। वर्तमान में प्रदेश में केवल राजसमन्द, जालौर और प्रतापगढ़ जिला मुख्यालयों पर ही मेडिकल कॉलेज नहीं है। इन तीनो जिलों मे राज्य सरकार ने चिकित्सा महाविद्यालय खोलने की बजट में घोषणा की है भारत सरकार देश में 257 नए चिकित्सा महाविद्यालय स्थापित कर रही है। ये सभी चिकित्सा महाविद्यालय जिला मुख्यालयों पर ही खोले जा रहे हैं। राजसमंद में भी चिकित्सालय स्थापित करने के लिए आरके जिला चिकित्सालय ही सबसे उपयुक्त है।

आर के जिला चिकित्सालय में उपलब्ध सुविधाएं

विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने कहा कि उपलब्ध सुविधाओं की दृष्टि से आरके जिला चिकित्सालय राजसमंद ही चिकित्सा महाविद्यालय के लिए सबसे उपयुक्त परिसर है। यह परिसर चिकित्सा महाविद्यालय के लिए आवश्यक सभी मांगों की पूर्ति करता है। वर्तमान में आर के जिला चिकित्सालय मे 150 शैय्याएं सामान्य एवं 50 शैय्याए मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य योजना में कार्यरत् है। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य योजना में 50 अतिरिक्त शैय्याओ का निर्माण कार्य प्रगति में है। इस प्रकार कुल 250 शैय्याएं उपलब्ध है। चिकित्सा महाविद्यालय के लिए आवश्यक 300 शैय्याओं की पूर्ति मात्र 50 अतिरिक्त शैय्याओं के निर्माण से हो सकती है।

सम्बद्ध चिकित्सालय

आर के जिला चिकित्सालय के साथ 12 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और 65 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सम्बद्ध है।

कायाकल्प सम्मान

वर्ष 2014 से अभी तक आर के जिला चिकित्सालय को कायाकल्प योजना में राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त हो चुका है। इस सम्मान में चिकित्सालय को 50 लाख रुपये की धनराशि विकास कार्यों में के लिए दी जाती है।

रोगी भार

विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने बताया कि आर के जिला चिकित्सालय में अन्तरंग रोगियों का प्रति माह का औसत 300 है। उपलब्ध शैय्याओ का उपयोग अनुपात 70% से अधिक है। बहिरंग रोगियो की प्रति दिन की औसत संख्या संख्या 1500 है। चिकित्सा महाविद्यालय बनने की स्थिति में यह भार बढ़ कर दुगुना हो जाएगा। इस चिकित्सालय में प्रतिदिन 20 से अधिक प्रसूति होती है।

मातृ एवं शिशु कल्याण की लक्ष योजना

आर के जिला चिकित्सालय, राजसमंद केन्द्र सरकार की मातृ एवं शिशु कल्याण योजना में चयनित है। इसके अर्न्तगत प्रसुति एवं शल्या चिकित्सा कक्ष का चयन हो चुका है। चिकित्सालय को मुस्कान योजना में भी चयनित किया जा चुका है।

राष्ट्रीय गुणवत्ता इन्श्युरेन्स प्रमाण पत्र

आर के जिला चिकित्सालय राजसमन्द को राष्ट्रीय गुणवत्ता इन्स्योरेन्स का प्रमाण पत्र भी मिल चुका है।

चिकित्सालय में विभाग एवं पद

आर के जिला चिकित्सालय में अभी 55 चिकित्सकों के पद स्वीकृत है। इनमें से 31 पदों पर चिकित्सक कार्यरत है।चिकित्सालय में 19 विभाग कार्यरत है। विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने कहा कि अभी तक की स्थापित परम्पराओं, उपलब्ध सुविधाओं और जनता को अधिकतम लाभ मिले इसके लिए चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना आर के जिला चिकित्सालय को सम्बद्ध करते हुए जिला मुख्यालय पर ही करनी चाहिए। इसके लिए वे मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री एवं प्रमुख शासन सचिव से व्यक्तिगत भेंट करके आग्रह करेगी।

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