01 153 https://jaivardhannews.com/monsoon-weakened-due-to-pakistans-hot-winds-heat-and-humidity-increased-the-problem/

पाकिस्तान की गर्म हवाओं ने मानसून का रास्ता रोक दिया है। मानसून कमजोर पडऩे से उमस और गर्मी से लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। पश्चिमी क्षेत्र से आ रही गर्म हवाओं ने न केवल मानसून की गति थामी, बल्कि प्रदेश में गर्मी का असर भी बढ़ा दिया। इसी कारण आज भी पश्चिमी राजस्थान के अलावा उत्तरी और पूर्वी राजस्थान में तेज गर्मी और उमस से लोग परेशान हैं।

इस बार मानसून राज्य में प्रवेश करते ही कमजाेर पड़ गया है। तय समय से सात दिन पहले यानी 18 जून काे प्रदेश में एंट्री करने के बाद शुरुआती दिनों में करीब डेढ़ दर्जन जिलों में औसत बारिश हुई है, लेकिन दो दिन बाद जैसे ही पश्चिमी क्षेत्र पाकिस्तान से गर्म हवा का दौर शुरू हुआ मानसून कमजाेर पड़ने लग गया। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो पश्चिमी हवा की सक्रियता बढ़ने से दक्षिण और पूर्वी क्षेत्र से जो हवाएं मानसून को आगे बढ़ाती हैं, उनका प्रभाव कम हो गया। इसी कारण मानसून पिछले 8 दिनों से यथास्थिति में है।

जयपुर मौसम विभाग की मानें तो इस सप्ताह 2 जुलाई तक इस तरह की कोई स्थितियां नहीं बन रही, जिसके कारण मानसून मध्य राजस्थान से उत्तरी इलाकाें की तरफ आगे बढ़ सके। फिलहाल मानसून की उत्तरी रेखा बाड़मेर, भीलवाड़ा और धाैलपुर में ही अटकी हुई है। अगले चार दिन तक प्रदेश में पश्चिमी हवाओं का असर बना रह सकता है।

मौसम विभाग के मुताबिक, राजस्थान में झालावाड़, उदयपुर के रास्ते प्रवेश के बाद अगले दिन मानसून की उत्तरी सीमा आगे बढ़ी और यह बाड़मेर, भीलवाड़ा और धौलपुर तक पहुंची। इस दौरान मानसून ने उदयपुर, झालावाड़ा के अलावा बारां, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़ और सिरोही जिले में पूरी तरह प्रवेश कर गया, जबकि पाली, जालौर, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बूंदी, धौलपुर और कोटा जिले के कुछ हिस्सों में मानसून की मौजूदगी दर्ज हुई है। 2 जुलाई तक प्रदेश में स्थितियां मानसून के अनुकूल नहीं हैं। इसके बाद अगर संभावना बनती है तो यह अजमेर, टोंक, जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर, करौली, भरतपुर जिलों की सीमा में प्रवेश करेगा।