Jaivardhan News

Mother-in-law’s shock, daughter-in-law’s death : सास के सदमे में बहू का भी निधन, एक चिता पर अंतेष्टी

Mother in laws shock daughter in laws death in udaipur https://jaivardhannews.com/mother-in-laws-shock-daughter-in-laws-death/

Mother-in-law’s shock, daughter-in-law’s death : आधुनिक समाज के परिवारों में सास – बहू के बीच अनबन व झगड़े की कहानियां तो आपने खूब सुनी होगी, लेकिन आज सास- बहू के बीच ऐसी घटना घटित हुई, जिसमें सास- बहू के बीच अटूट प्रेम सामने आया। यहां सास का निधन होने के बाद जब बहू न सिर्फ चीख चीख कर रोने, बिलखने लगी, बल्कि रोते बिलखते बेहोश ही हो गई। बाद में उसे तत्काल अस्पतताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इस तरह सास के निधन के सदमे में आकर बहू ने दम तोड़ दिया। यह घटना आधुनिक समाज में सास- बहू के रिश्ते में प्रेम की कहानी बयां करती है। फिर सास व बहू के शव का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। इस तरह परिजनों के साथ अंतेष्टी में शामिल हुए सभी लोग गमगीन हो गए। सास बहू की यह कहानी चौंकाने वाली व प्रेरणा स्पद है।

current situation in the family : यह घटना है उदयपुर जिले में खेरवाड़ा के पंडयावाड़ा गांव की, जहां 90 वर्षीय भूरीबाई पत्नी अन्दर्जी जोशी का सोमवार रात 9 बजे अचानक तबीयत बिगड़ गई। इस पर परिजन उन्हें तत्काल डूंगरपुर के सरकारी चिकित्सालय ले गए, जहां चिकित्सकों की टीम ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन उसके शव को लेकर वापस गांव पहुंचे। इस तरह सास भूरीबाई जोशी के निधन की खबर मिलते ही बहू उषा (50) पत्नी गोपाल जोशी काफी भावुक हो गई और चीख चीख कर रोने बिलखने लगी। परिजन व अन्य महिलाओं ने भी दिलासा दिया, मगर बहू उषा को सास के निधन का गहरा आघात लगा। इसके चलते राेते बिलखते ही बहू उषा बेहोश हो गई। इस पर परिजन उसे भी घर से 15 किमी. दूर डूंगरपुर के चिकित्सालय ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। इस तरह 90 वर्षीय सास भूरीबाई के बाद 50 वर्षीय बहू उषा का भी निधन हो गया। फिर सास व बहू की एक साथ अंतिम यात्रा निकाली और श्मशान घाट पर एक ही चिता पर सास व बहू का अंतिम संस्कार कियाा गया। यह घटना देखकर परिजनों के साथ रिश्तेदार व ग्रामवासी गमगीन हो गए।

Udaipur News : सास- बहू के बीच था अटूट प्रेम

Udaipur News : पंडयावाड़ा गांव में सास भूरीबाई व बहू उषा के बीच काफी गहरा लगाव व प्रेम था। इसी के चलते जब भूरीबाई के निधन को बहू उषा सहन नहीं कर पाई और रोते बिलखते खुद ने भी दम तोड़ दिया। घटना के बाद परिवार, रिश्तेदार व ग्रामवासी भी सास बहू के इस अटूट रिश्ते के बारे में ही बतियाते दिखाई दिए। साथ ही आज के समाज के लिए सास- बहू का यह प्रेम आमजन के लिए प्रेरणास्पद है।

Family Issue : शव के लिपटकर रोने लगी थी बहू

Family Issue : परिजनों ने बताया कि भूरीबाई का निधन होने पर जैसे ही शव घर पहुंचा, तो बहू उषा सास के शव से लिपटकर रोने बिलखने लगी। घर पर परिजनों ने काफी दिलासा दिया, मगर बहू उषा न तो रोते हुए चुप हुई और न ही सास के सिवाय कुछ सोच समझ पाई। इस कारण काफी देर तक रोते रोते बेहोश हो गई और सास के सदमे में निधन हो गया। इस तरह सास की मौत के करीब एक घंटे बाद ही बहू ने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि अपनी सास की मौत का गम वह सहन नहीं कर पाई।

family relationship : परिवार में सबसे बड़ी बहू थी उषा

family relationship : बताया जा रहा है कि भूरी बाई के तीन बेटे हैं और उषा सबसे बड़ी बहू थी। उषा के पति डाकिया है। दूसरा बेटा महाराष्ट्र में चाय की कैंटीन संचालित करता है, जबकि उसकी पत्नी का करीब 6 साल पहले निधन हाे गया था। सबसे छोटा बेटा किराणा दुकान चलता है। उषा के दो बेटे है, जो ई मित्र व किराणा शॉप का कारोबार संभालते हैं। साथ ही घर व खेती का काम करते हैं। इस तरह सास व बहू दोनों की एक साथ मौत होने से नाते-रिश्तेदारों की आंखें भी नम हो गई। मंगलवार को एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। गांव में किसी के भी घर चूल्हा तक नहीं जला।

Author

Exit mobile version