एक शादीशुदा युवती और युवक के बीच प्रेम प्रसंग (Love Affairs) चल रहा था। युवती के पति को पत्नी के साथ किसी के अफेयर (Love Affairs) की भनक लगने पर पति ने प्रेमी को धमकाया। इस पर प्रेमी युवक ने अपमान का बदला लेने की ठान कर प्रेमिका के पति की हत्या करवा दी। घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची पर मामले जी जांच शुरू हुई तो पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। ()
मध्यप्रदेश (MP) के इंदौर में बीपीओ आकाश मेडकिया हत्याकांड (Massacre) में चाैंकाने वाला खुलासा हुआ है। हत्या (Murder) के आराेपियाें ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि हत्या करवाने वाला देवास अमलतास अस्पताल का नर्सिंग हेड और उसका दाेस्त है। आकाश काे पत्नी के प्रेम प्रसंग का पता चला ताे प्रेमी काे अस्पताल जाकर धमकाया था। अपमान का बदला लेने के लिए हत्या की साजिश रची थी।
पुलिस ने मामले में लापस्या, राजसमंद निवासी नर्सिंग (Nursing) हेड मनीष शर्मा, उसकी प्रेमीका वृतिका सहित इंदाैर देवास के अमलतास हॉस्पिटल (Hospital) के हाउस कीपिंग इंचार्ज जितेंद्र लीलाधर वर्मा, अर्जुन मंडलोई, और उज्जैन के अंकितसिंह पंवार काे गिरफ्तार किया। लापस्या के मनीष ने प्रेमिका वृतिका के पति आकाश से अपमानित होने के बाद उससे बदला लेने की साेचकर अपने दोस्त जितेंद्र से सहायता मांगी। मनीष का कहना था कि अगर वह बदला नहीं ले सका, तो नौकरी छोड़कर चला जाएगा। इसके बाद जितेंद्र ने प्लानिंग की। जितेंद्र ने देवास के ही परिचित अर्जुन और अंकित को हत्या के लिए तैयार किया।
उज्जैन निवासी आकाश ने वृतिका के साथ डेढ़ साल पहले लव मैरिज की थी। परिवार इसके खिलाफ था। बाद में मान गया था। दंपती उज्जैन से इसी साल जनवरी में इंदौर में वाल्मीकि नगर में रहने आए थे। 13 अक्टूबर की सुबह आकाश पत्नी वर्तिका को बस स्टॉप पर छोड़कर घर लौट रहा था। तभी हमलावराें ने चाकू घाैंपकर आकाश की हत्या कर दी।
वृतिका देवास के अमलतास हॉस्पिटल के एचआर विभाग में काम करती है। वहीं उसी अस्पताल में लापस्या निवासी मनीष शर्मा नर्सिंग हेड पद पर कार्यरत था। मनीष और वृतिका में अवैध संबंध थे। आकाश को जब इसका पता चला तो उसने देवास पहुंचकर मनीष को पत्नी से दूर रहने का कहा था। मनीष ने आकाश को सबक सिखाने के लिए अस्पताल के कर्मचारी जितेंद्र और वृतिका के साथ मिलकर सबक सिखाने की साजिश रची।
किसी को शक न हो, इसलिए आकाश के मर्डर से पहले मनीष लापस्या अा गया था। उसने अर्जुन और अंकित को बाइक, मोबाइल और चाकू उपलब्ध करा दिया था। आकाश का फोटो दिखाकर उसकी पहचान कराई थी। हमला करने के एक दिन पहले अर्जुन और अंकित सरवटे बस स्टैंड पर आकर रुक गए थे।
सुबह वृतिका ने घर से निकलने से पहले मनीष शर्मा को मिस कॉल किया था, ताकि हमलावर तैयार हो जाएं। जब वृतिका को बस में बैठाकर आकाश लौटने लगा, तभी हमलावरों ने उसकी आंख में मिर्च डालकर चाकू मारे। मनीष और वृतिका पर शक न हो, इसके लिए हमला करते समय लेन-देन के रुपए लौटाने की बात की।