debate competition : राष्ट्रीय वाद विवाद प्रतियोगिता में नाथद्वारा इंस्टीट्यूट की दो छात्राओं ने मारी बाजी

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मेवाड़ विश्वविद्यालय गंगरार चितौड़गढ़ में आयोजित श्री नंदलाल गदिया अखिल भारतीय वाद विवाद प्रतियोगिता, debate competition में नाथद्वारा इंस्टीट्यूट ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट की दो छात्राओं ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।

महाविद्यालय प्राचार्य डॉ रंजना शर्मा ने बताया कि मेवाड़ विश्वविद्यालय में आयोजित 29 फरवरी और 1 मार्च को आयोजित की गई। श्री नंदलाल गदिया अखिल भारतीय वाद- विवाद प्रतियोगिता, debate competition में बीए बीएड तृतीय वर्ष की छात्राध्यापिका लक्षिता पुरोहित एवं बीएससी बीएड चतुर्थ वर्ष की छात्राध्यापिका हित्विका शर्मा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता में देश भर के 300 विश्वविद्यालय के 700 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। वाद-विवाद का विषय “जाति जनगणना देश हित में है” पर दोनों विद्यार्थियों ने कांटे की टक्कर में समस्त प्रतिभागियों को को पछाड़ते हुए द्वितीय स्थान प्राप्त किया। दोनों छात्राध्यापिकाओं को संयुक्त रूप से 15000 रूपये, स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। महाविद्यालय शिक्षा संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ मुकेश शर्मा एवं प्राणी शास्त्र की व्याख्याता खुशबू शर्मा के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने तैयारी करके इस उपलब्धि को प्राप्त किया। विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर निदेशक दीपेश पारिख प्राचार्या डॉ रंजना शर्मा में ने बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

क्या है वाद- विवाद प्रतियोगिता : what is debate competition

वाद-विवाद किसी मुद्दे या समाधान के बारे में चर्चा या संरचित प्रतियोगिता है। एक औपचारिक बहस में दो पक्ष शामिल होते हैं। जिनमें से एक प्रस्ताव का समर्थन करता है और दूसरा इसका विरोध करता है। ऐसी बहस पहले से सहमत नियमों से बंधी होती है। विजेता पक्ष की घोषणा करने के लिए बहस का मूल्यांकन किया जा सकता है।

वाद- विवाद प्रतियोगिता के नियम : debate competition rules

  • प्रस्ताव का समर्थन करने वाली टीम को अपना दृष्टिकोण नहीं बदलना चाहिए।
  • यदि कोई वक्ता कोई बयान देता है, तो उसे बयान का समर्थन करने के लिए सबूत या कारण प्रदान करने में सक्षम होना चाहिए।
  • बहस में प्रस्तुत तथ्य सटीक होने चाहिए।
  • वक्ता खंडन भाषण में नए मुद्दे नहीं उठा सकते।