Navratra : करणी माता मंदिर, गोकुलपुरा में आयोजित नवरात्रि महोत्सव 2024 एक अद्भुत अनुभव रहा। नवरात्रि महोत्सव समिति द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय समारोह में 9 और 10 अक्टूबर को क्षेत्र भर से हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इस भव्य उत्सव में 11 कुंडीय यज्ञ का आयोजन किया गया जिसने पूरे वातावरण को पवित्र बना दिया। रात्रि जागरण में भक्तों ने मां दुर्गा की भक्ति में रात भर जागरण किया। भव्य शोभायात्रा ने उत्सव में चार चांद लगा दिए। शानदार डांडिया महोत्सव में सभी ने मां दुर्गा की भक्ति में डूबकर नृत्य किया।
Rajsamand news today : 9 अक्टूबर की शाम से ही उत्सव का शुभारंभ रात्रि जागरण के साथ हुआ। भक्तों ने रात भर भजन और प्रार्थनाओं में लीन होकर मां दुर्गा की भक्ति में डूबे रहे। अगले दिन, 10 अक्टूबर को, करणी माता मंदिर से रुड महल तक निकाली गई भव्य शोभायात्रा ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। इस शोभायात्रा में 1100 महिलाओं ने भाग लिया और मां दुर्गा के जयकारों से पूरा वातावरण गुंजायमान रहा। इसके बाद, कलश स्थापना और दुर्गा सप्तशती पाठ का आयोजन किया गया। सभी भक्तों ने मिलकर मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त किया। हवन यज्ञ भी किया गया, जो शांति और समृद्धि के लिए समर्पित था।
राष्ट्रीय स्तर के प्रसिद्ध गायक कलाकारों ने अपने भजनों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस भव्य आयोजन में युवती by bhupendra singh poshaks & Saree ने मुख्य प्रायोजक के रूप में अहम भूमिका निभाई। उनके उदार समर्थन ने इस महोत्सव को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। Navratra Mahotsav Rajsamand
Garba Mahotsav : नवरात्रि महोत्सव 2024 का भव्य समापन
Garba Mahotsav : नवरात्रि महोत्सव 2024 का समापन धूमधाम से हुआ। कार्यक्रम के आयोजकों ने युवती by bhupendra singh poshaks and Sarees सहित सभी प्रायोजकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके उदार समर्थन के बिना यह भव्य आयोजन संभव नहीं होता। आयोजकों ने कहा, “हम युवती और अन्य प्रायोजकों के प्रति अपनी गहरी आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने हमारे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को सहेजने में अपना योगदान दिया। उनकी सहायता से नवरात्रि महोत्सव 2024 एक अविस्मरणीय और सफल आयोजन बन सका।” महोत्सव का समापन रूड महल में आयोजित डांडिया महोत्सव के साथ हुआ।
हजारों की संख्या में भक्तों ने मां दुर्गा की भक्ति में डूबकर नृत्य किया और उत्सव का आनंद लिया। साथ ही, दशहरा के शुभ अवसर पर शस्त्र पूजा का भी आयोजन किया गया। इस आयोजन ने नवरात्रि महोत्सव को एक पूर्णता प्रदान की और सभी भक्तों के मन में मां दुर्गा के प्रति अगाध श्रद्धा और भक्ति को और गहरा किया।