कोरोना की जंग जीतने की खुशी की मस्ती अभी गई ही नहीं थी कि राजसमंद का एक और बड़ा सपना साकार होने की खबर आ गई। जी हां, उत्तर भारत का सबसे बड़ा वाटर स्पोर्ट्स अब राजसमंद झील में इसी माह शुरू हो जाएगा। राजसमंद उपखंड अधिकारी सुशील कुमार की पहल पर वाटर स्पोर्ट्स का प्रोजेक्ट बना और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल के निर्देशन में नगरपरिषद सभापति अशोक टांक व आयुक्त जनार्दन शर्मा ने छह माह की समयाविध में इसे साकार रूप दे दिया। राजसमंद झील में उत्तर भारत का यह सबसे बड़ा वाटर स्पोर्ट्स होगा, जिससे पर्यटकों को बढ़ावा मिलेगा और राजसमंद में स्वरोजगार के रास्ते खुलेंगे से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा। इससे राजसमंद को विश्व के मानचित्र में पहचान मिलेगी। इसके लिए अहमदाबाद की ईसीएचटी से नगरपरिषद का एमओयू हो गया है और इसी माह ये सभी गतिविधियां शुरू हो जाएगी। जो कि वर्तमान में अहमदाबाद के साबरमती नदी में मशहूर वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियां संचालित कर रही है।
पर्यटन इतिहास के नए अध्याय की शुरुआत
उत्तर भारत में बड़े पैमाने पर कहीं भी इतनी वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों का संचालन नहीं है और ऐसे में अगर राजसमंद झील में ये सब गतिविधियां शुरू होगी, तो निश्चित रूप से ट्यूरिस्ट हब के रूप में राजसमंद का विकास होगा। ठोस सुरक्षा इंतजामों के साथ वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियां आमजन को अपार आनंद देगी।
झील में ये गतिविधियां भी लुभाएंगी
राजसमन्द झील में पेरासिलिंग, कायकिंग, बनाना राईड, जोरविंग, स्पीड बोट, बम्पर राईड, किड्स बम्पर बोट, एक्वा साईकिल, एक्वा रोलर आदि गतिविधियां आरंभ की जाएगी। इन गतिविधियों से बच्चों, बड़ो, युगल सहित सभी वर्ग के लोग झील में सैर कर सकेंगे और पानी में साहसिक गतिविधियों के शौकीन लोगों के लिए भी यह आकर्षण का केंद्र बनेगी।
खूब आएंगे देसी- विदेशी पर्यटक
राजसमंद झील में वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियां शुरू होने के बाद देसी- विदेशी पर्यटक भी खूब आएंगे, जिससे राजसमंद के बाजार की गतिविधियां भी बढ़ेगी और आर्थिक रूप से भी राजसमंद के लोग सशक्त होंगे। खास तौर से उदयपुर के पर्यटकों को राजसमंद लाने के ठोस प्रयास किए जाएंगे।
संरक्षण के साथ ही बंद होगी अवैध गतिविधियां
राजसमन्द झील पर इन गतिविधियों के संचालन से झील में अवैध रूप से मत्स्याखेट करने वाले असामाजिक तत्वों पर भी अंकुश लगेगा और इस झील का चौतरफा संरक्षण व संवर्धन संभव हो सकेगा। इन गतिविधियों के संचालन से झील और भी सुंदर व स्वच्छ रहेगी।