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2 कांस्टेबल की हत्या करने वाला कुख्यात तस्कर 8 महीने बाद गिरफ्तार, पुलिस ने घेरा तो फायरिंग की

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दो कांस्टेबल की हत्या करने वाले तस्कर पिछले 8 महीनों से फरार चल रहा था। तस्कर के ठिकाने का पता चलने पर पुलिस ने घेराबंदी की तो आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। फायरिंग में आरोपी राजू फौजी को पैर में गोली लगी इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया।

राजस्थान के भीलवाड़ा में 8 महीने पहले दो पुलिस कॉन्स्टेबल की हत्या कर फरार हुए कुख्यात तस्कर राजू फौजी को गिरफ्तार किया। इस दौरान उसने पुलिस पर गोली चला दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में उसके पैर पर गोली लगी। गोली लगने के बाद राजू बाइक से गिर गया। उसके सिर और कोहनी में भी चोट आई है। कड़े सुरक्षा घेरे में उसे एमडीएम अस्पताल लाया गया।

डीसीपी ईस्ट भुवन भूषण यादव ने बताया कि अजमेर आईजी की ओर से गठित विशेष टीम को कल सूचना मिली थी कि राजू फौजी जोधपुर के बनाड़ में है। इस पर कल रात अजमेर से आई टीम के साथ ही बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी व जवानों की एक टीम को भेजा गया। टीम ने पूरी रात निगरानी रखी। सुबह छह बजे राजू फौजी ने भागने प्रयास किया। पुलिस ने पीछा किया तो उसने गोली चला दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसके घुटने में गोली लगी। यादव ने बताया कि उसका सीटी स्कैन कराया जा चुका है। स्थिति सामान्य है और जान का कोई खतरा नहीं है।

दस अप्रैल को दो भीलवाड़ा में दो पुलिस कॉन्स्टेबल की गोली मार हत्या कर देने के बाद राजू फौजू को पकड़ना पुलिस के लिए बहुत बड़ी चुनौती थी। राजू को पकड़ने के लिए जोधपुर व भीलवाड़ा पुलिस की विशेष टीम गठित की गई थी। टीम लगातार राजू की तलाश में जुटी थी। आज सुबह टीम ने राजू के मोबाइल का आईपी एड्रेस ट्रेस करने में सफलता हासिल कर उसकी लोकेशन ढूंढ़ निकाली और उसे गिरफ्तार कर लिया।

राजू फौजी के खिलाफ पहला मामला वर्ष 2005 में जोधपुर के शास्त्री नगर थाने में दर्ज हुआ। अब तक उसके खिलाफ 15 मामले दर्ज हो चुके हैं। राजू कई बड़े तस्करों से भी जुड़ा। 2013 से अपने स्तर पर तस्करी करने लगा। उसने अफीम व डोडा पोस्त की तस्करी में जमकर पैसा कमाया। राजू ने कई लोगों को अपने साथ जोड़ लिया। कई हथियार भी जुटाए। हार्डकोर अपराधी कैलाश मांजू को अपने रास्ते से हटाने के लिए उसने हाल ही में लाखों रुपए में सुपारी ली थी। वह उसे मार पाता उससे पहले मामला खुल गया और उसके कुछ साथी पुलिस की पकड़ में आ गए। इस बीच उसने अफीम की बड़ी खेप लाने के दौरान भीलवाड़ा में पुलिस के 2 कांस्टेबल की हत्या कर दी। पुलिस लंबे अरसे से उसकी तलाश में है। राजू फौजी के परिचितों का कहना है कि उसके परिवार में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है। परिवार खेती पर निर्भर रहा है। राजू के दो भाई व तीन बहन थीं। एक बहन की मौत हो गई है। उसके खुद के तीन बच्चे हैं।

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