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nvidia share price in india : चीन की DeepSeek ने मचाई हलचल : Nvidia समेत ग्लोबल टेक सेक्टर में भारी गिरावट

Nivida Share Price https://jaivardhannews.com/nvidia-share-price-in-india-and-deepseek/

nvidia share price in india : चीनी स्टार्टअप DeepSeek की हालिया घोषणा ने ग्लोबल टेक इंडस्ट्री को हिला कर रख दिया है। अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली, जिसमें Nvidia के शेयर प्रीमार्केट ट्रेडिंग में 14% तक गिर गए। यह गिरावट सिर्फ Nvidia तक सीमित नहीं रही, बल्कि एशिया और यूरोप में भी चिप निर्माता कंपनियों के शेयरों में बड़ा नुकसान हुआ।

DeepSeek ने दिसंबर 2024 में एक फ्री ओपन-सोर्स लार्ज लैंग्वेज मॉडल लॉन्च किया, जिसे महज दो महीने में सिर्फ 6 मिलियन डॉलर (लगभग 49 करोड़ रुपये) के खर्च में तैयार किया गया। यह मॉडल न केवल कम लागत में विकसित किया गया, बल्कि इसकी परफॉर्मेंस ने OpenAI जैसे पश्चिमी दिग्गजों को कड़ी चुनौती दी है।

nvidia share price : ग्लोबल टेक्नोलॉजी मार्केट में खलबली

nvidia share price : DeepSeek के नए AI मॉडल ने बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। टेक कंपनियां, जो अब तक बड़े-बड़े AI मॉडल्स और डेटा सेंटर्स पर अरबों डॉलर खर्च कर रही थीं, इस नई चुनौती से घिर गई हैं।

Nvidia और अन्य कंपनियों पर असर


What is DeepSeek : क्या है यह नया मॉडल?

DeepSeek ने दावा किया है कि उसने बेहद कम लागत में ओपन-सोर्स लार्ज लैंग्वेज मॉडल विकसित किया है। जनवरी 2025 के तीसरे सप्ताह में इसने एक नई रीजनिंग मॉडल भी लॉन्च की, जो थर्ड-पार्टी टेस्ट में OpenAI के नवीनतम मॉडल से बेहतर प्रदर्शन करती दिखी।

कम लागत में बड़ी चुनौती

DeepSeek का दावा है कि यह मॉडल सिर्फ 6 मिलियन डॉलर में तैयार हुआ। यह लागत पश्चिमी कंपनियों के AI मॉडल्स के विकास में होने वाले खर्च की तुलना में काफी कम है।

विशेषज्ञों की राय

Srini Pajjuri, जो Raymond James में सेमीकंडक्टर एनालिस्ट हैं, ने कहा,
“DeepSeek के पास अमेरिकी कंपनियों जैसे बड़े कंप्यूटिंग संसाधन नहीं हैं, फिर भी उन्होंने प्रतिस्पर्धात्मक मॉडल तैयार किया है। यह दिखाता है कि AI मॉडल्स के विकास में लागत को कम किया जा सकता है।”


chinese ai startup deepseek : क्या अमेरिका की बढ़त पर संकट है?

chinese ai startup deepseek : DeepSeek के इस कदम ने अमेरिकी टेक कंपनियों की एआई टेक्नोलॉजी में लीडरशिप पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, कुछ विशेषज्ञ इस बात से सहमत नहीं हैं कि यह अमेरिकी कंपनियों के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है।

Citi के विश्लेषकों की राय

Citi के विशेषज्ञों का मानना है कि:

  1. अमेरिकी कंपनियां अब भी एडवांस्ड GPUs (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स) की ताकत पर निर्भर हैं, जो DeepSeek जैसे मॉडल्स से आगे निकलने की क्षमता रखते हैं।
  2. टेक कंपनियों के पास एडवांस्ड चिप्स तक पहुंच है, जो AI मॉडल्स को ट्रेन करने के लिए बेहद जरूरी हैं।

Bernstein के विश्लेषकों का संदेह

Bernstein के एनालिस्ट्स ने DeepSeek के खर्च के दावे पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा:
“6 मिलियन डॉलर का दावा पूरी लागत को नहीं दर्शाता। इसमें आर्किटेक्चर, एल्गोरिदम और डेटा पर किए गए पिछले रिसर्च का खर्च शामिल नहीं है।”


nvidia stock : Nvidia और AI इंफ्रास्ट्रक्चर पर प्रभाव

nvidia stock : DeepSeek के मॉडल्स की सफलता ने Nvidia जैसी कंपनियों के बिजनेस मॉडल पर कई सवाल खड़े किए हैं। Nvidia GPUs का मार्केट लीडर है, जो बड़े AI मॉडल्स को ट्रेन करने में इस्तेमाल होते हैं।

स्टारगेट AI प्रोजेक्ट

अमेरिकी सरकार ने हाल ही में $500 बिलियन का Stargate AI प्रोजेक्ट लॉन्च किया है, जो एडवांस्ड चिप्स की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया है।


DeepSeek की चुनौती: पैनिक या अवसर?

DeepSeek की सफलता ने टेक इंडस्ट्री को दो हिस्सों में बांट दिया है।

  1. पैनिक: कुछ विशेषज्ञ इसे AI इंफ्रास्ट्रक्चर और बड़े डेटा सेंटर्स के लिए खतरे के रूप में देख रहे हैं।
  2. अवसर: अन्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह अमेरिकी कंपनियों के लिए GPU तकनीक और डेटा सेंटर एडवांटेज का और बेहतर उपयोग करने का समय है।

कुल मिलाकर:

DeepSeek की यह उपलब्धि टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री के लिए एक वेकअप कॉल की तरह है। हालांकि, Nvidia और अन्य अमेरिकी कंपनियां अब भी एडवांस्ड चिप्स और डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में आगे हैं।


nvda stock : आगे का रास्ता

DeepSeek का मॉडल भले ही एक बड़ी उपलब्धि हो, लेकिन यह कहना जल्दबाजी होगी कि यह अमेरिका की बढ़त को खत्म कर सकता है।

  1. तकनीकी चुनौतियां: DeepSeek को अपने मॉडल्स को स्केल करने और वैश्विक बाजार में टिकाऊ बनाने के लिए अभी लंबा सफर तय करना होगा।
  2. अमेरिकी कंपनियों की तैयारी: Nvidia और अन्य कंपनियां अब अपने एडवांस्ड GPUs और AI मॉडल्स के जरिए अपने बाजार को और मजबूत करने की ओर बढ़ेंगी।

DeepSeek का यह कदम टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में क्रांति ला सकता है। लेकिन अमेरिकी कंपनियां, जो एडवांस्ड चिप्स और डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर में भारी निवेश कर रही हैं, अपनी बढ़त बनाए रखने के लिए पहले से ज्यादा सक्रिय हो जाएंगी। इस पूरी घटना ने यह साबित कर दिया है कि AI के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा अब नई ऊंचाइयों पर पहुंच चुकी है। अब देखना होगा कि Nvidia और अन्य टेक दिग्गज DeepSeek की चुनौती का किस तरह जवाब देते हैं।

Author

  • परमेश्वरसिंह चुडावत युवा व उत्साही पत्रकार है। 2 साल में न सिर्फ पत्रकारिता को समझा, बल्कि आहत, पीड़ित की आवाज भी बने। पढ़ने- लिखने के शौकीन परमेश्वर वेब पोर्टल पर SEO Based खबरें बनाने की तकनीकी समझ भी रखते हैं। घटना, दुर्घटना, राजनीतिक हो या कोई नवाचार, हर मुद्दे पर बेहतर डिजिटल कंटेंट यानि रोचक खबर बनाने में माहिर है। jaivardhanpatrika@gmail.com

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