गांव- ढाणियों में रहने वाले ग्रामीणों का समस्या का समाधान करने के लिए प्रशासन गांवों के संग अभियान से पहले आमजन को त्वरित राहत के लिए राजसमंद ब्लॉक में ऑपरेशन रिलीफ योजना शुरू की गई है। पंचायत समिति राजसमंद सभागार में जिला कलक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल के सानिध्य में इसका शुभारंभ किया गया। इसके तहत पंचायतों में विशेष शिविर आयोजित कर ग्रामीणों की समस्याओं को सूचीबद्ध करते हुए उनके निस्तारण के लिए आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति के लिए निर्देशित कर दिया जाएगा। फिर प्रशासन गांवों के संग अभियान में हाथोंहाथ समस्या का समाधान हो जाएगा।
29 सितम्बर तक चलेगा ऑपरेशन रीलीफ
ऑपरेशन रिलीफ योजना के तहत 29 सितंबर तक विशेष शिविर आयोजित होंगे। इसमें विशेष कमजोर वर्ग के लोगों को मुख्यत: पट्टे देने का कार्य किया जाएगा। इस समयावधि में ऑपरेशनल मोड में कार्य करना होगा। अभियान के लिए पूर्व तैयारी करने, बिलानाम भूमि में आबादी विस्तार के लिए प्रस्ताव भेजने, ग्राम सभा बैठक व अन्य सभी तैयारी करने व डोर- टू- डोर सर्वे करने के लिए व इसमें चारागाह भूमि में प्रतिबंध के कारण पट्टे नहीं दिए जाने, साथ ही अभियान में पेंशन, पालनहार, खाद्य सुरक्षा में जो पूर्व से आवेदन आए है, उनके कार्यो को किस प्रकार किया जाना है, उस बारे में विस्तार से दिशा निर्देश जारी किए हैं।
आत्मा, कुंवारिया, बड़ारड़ा में पायलट प्रोजेक्ट
राजसमंद उपखंड अधिकारी डॉ. दिनेश राय सापेला ने बताया कि इस अभियान के लिए आत्मा, कुंवारिया, बड़ारड़ा पंचायत में पायलट प्रोजेक्ट में कार्य किया जाएगा। इसके लिए सभी संबंधित विभागों को समन्वय करते हुए ब्लॉक व पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी व कार्मिकों को कार्य योजना के बारे में बताया गया। उन्होंने कहा कि अभियान के लिए सभी समन्वय से कार्य कर उसमें पात्र व्यक्ति है। उन्हें सौ प्रतिशत रूप से योजना का लाभ दिलाए और लक्ष्यों को हासिल कर लेें। इसके साथ ही सभी संबंधित विभागों को उनकी भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। राजसमंद बीडीओ भुवनेश्वर सिंह चौहान ने तैयारियों के बारे में बताते हुए सरपंचों ने सुझाव मांगे। इस पर कुंवारिया सरपंच ललित श्रीमाली, बड़ारड़ा सरपंच गणेश कुमावत, आत्मा सरपंच मूलाराम ने आवश्यक सुझाव दिए।
शुंभाकर का किया लोकापर्ण
कार्यक्रम में जिला कलक्टर पोसवाल, राजसमन्द प्रधान अरविन्द सिंह राठौड़ द्वारा शुंभाकर का लोकापर्ण किया गया। कार्यक्रम में तहसीलदार राजेन्द्र भारद्वाज, सहायक निदेशक कृष्णकान्त सांखला, राजेश कुमार पालीवाल, मुंडोल सरपंच नारायण सिंह राठौड, भाणा सरपंच नोकलाल कुमावत आदि मौजूद थे।