राजसमंद । कोरोना की तीसरी लहर की आंशका और उसे बचाव के लिए आरके अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट की दूसरी यूनिट का काम जोरों पर चल रहा है। ऑक्सीजन प्लांट का चैंबर बनकर तैयार है। ऑक्सीजन बनाने के उपकरण आदि सभी आ गए हैं। संभवतया दूसरी यूनिट दस दिन में बनकर तैयार हो जाएगी। आरके अस्पताल में ऑक्सीजन की पहली यूनिट से रोजाना 34 सिलेंडर जितनी ऑक्सीजन बनती है। दूसरी यूनिट शुरू होने के बाद 66 सिलेंडर ऑक्सीजन बनेगी। दोनों यूनिटों से कुल 100 सिलेंडर ऑक्सीजन मिल सकेगी। ऑक्सीजन प्लांट की तीसरी यूनिट के लिए प्लेटफॉर्म तैयार हो गया है। इसका काम भी जारी है।
तीसरी यूनिट से रोजाना 100 सिलेंडर ऑक्सीजन बनाने की क्षमता है। बिजली बंद होने पर ऑक्सीजन प्लांट बंद नहीं होगा। यहां 125-125 किलोवाट के दो बड़े जनरेटर लगेंगे। कोरोना की दूसरी लहर में जहां ऑक्सीजन को लेकर अधिकांश जिलों में त्राही-त्राही मची रही। वहीं राजसमंद में निजी ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन की सप्लाई की गई। ऐसे में एक साल पूर्व आरके अस्पताल में 34 सिलेंडर का ऑक्सीजन प्लांट शुरू किया था, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में यह ऑक्सीजन प्लांट नाकाफी रहा। 34 सिलेंडर के अलावा आरके अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत 100 से 150 प्रतिदिन तक बढ़ गई। ऐसे में सरकार ने आनन-फानन में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की निर्देश जारी किए। आरके अस्पताल में ऑक्सीजन का दूसरी यूनिट एनएचएम के माध्यम से 65 लाख की लागत से लगाने के आदेश हुए।
वर्तमान में दूसरी यूनिट का काम पूरा होने को है। प्लांट के लिए चेम्बर बनकर तैयार है। वहीं ऑक्सीजन बनने के लिए -बड़े सिलेंडर आदि सभी उपकरण आ गए हैं। पीएमओ डा. ललित पुरोहित ने बताया कि 10 दिन में दूसरा ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा। दूसरे ऑक्सीजन प्लांट से अस्पताल में शेष 50 बेड तक पाइप लाइन डालकर बेड को ऑक्सीजन से जोड़ा जाएगा। दूसरा प्लांट शुरू होने के बाद अस्पताल में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था हो जाएगी। कोरोना की दूसरी लहर को में जो कमी आई थी, इससे काफी हद तक मदद मिलेगी। अभी तीसरी लहर की आंशका जताई जा रही है। ऐसे में यह प्लांट काफी मददगार साबित होगा। तीसरे यूनिट का प्लेटफॉर्म बनकर तैयार आरके अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का तीसरी यूनिट का प्लेटफॉर्म बनकर तैयार हो ग