जंगल से आबादी की तरफ बढ़ते पैंथर के आंतक से ग्रामीण परेशान है, जो आए दिन घर- बाड़े में घुसकर मवेशियों का शिकार कर रहे हैं, तो आमना सामना होने पर लोगों पर भी हमले से नहीं हिचकते। गत दिनों मोही में एक युवक पर हमला कर दिया, जबकि बीती रात को आमेट क्षेत्र में ओलनाखेड़ा पंचायत के शंभूपुरा गांव में घर के बाड़े में घुसकर पैंथर ने दो भेड़ के बछड़ों का शिकार कर दिया। पैंथर के आतंक से ग्रामीणों में डर व दहशत व्याप्त है। ग्रामीणों ने वन विभाग से पिंजरा लगाकर पैंथर को पकड़ने की मांग उठाई।
बताया कि शंभूरापुरा निवासी खेमराज गाडरी के बाड़े में आधी रात पैँथर दीवार छलांग कर घर के बाड़े में घुस आया, जहां भेड़ के दो बछड़ों का शिकार कर दिया। लोगों के जाग जाने और चीखने चिल्लाने पर पैंथर भाग गया। ओलनाखेड़ा व शंभूपुरा क्षेत्र में लंबे समय से पैंथर का आतंक है, जिसकी वजह से ग्रामीण अकेले खेत व बीड़ में जाने से भी कतराते हैं और ग्रामीण कई बार मांग कर चुके हैं कि पिंजरा लगाकर पैंथर को पकड़ा जाए, मगर वन विभाग द्वारा अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया गया। इस कारण ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति आक्रोश है। ग्रामीणों ने बताया कि शंभूपरा गांव में एक माह की समयाविध में ही 10 मवेशियों का शिकार हो चुका है, जिसकी वन विभाग को शिकार करने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है। उल्लेखनीय है कि शंभूपरा क्षेत्र में पिछले एक साल से पैंथर विचरण कर रहा है, जो आए दिन खेत- बीड़ में लोगों का आमना सामना हो जाता है और ग्रामीणों को देर शाम को अकेले से घर से बाहर निकलना ही मुश्किल हो गया है।
कुछ दिनों पहले मोही में युवक पर किया हमला
राजसमंद जिले के ग्रामीण क्षेत्र में पैंथराें का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है और गांवों में पैंथर के आतंक भी बढ़ते जा रहे हैं, जिसकी वजह से ग्रामीण परेशान है। गत सप्ताह ही मोही गांव में पैंथर ने हमला कर युवक को घायल कर दिया। इसी तरह मोरवड़, पिपलांत्री, उमठी, सापोल, सांगठकला क्षेत्र में भी पैंथर का विचरण कर रहा है, जिसकी भी ग्रामीण कई बार वन विभाग शिकायत कर चुके हैं।