जंगल से आबादी क्षेत्र में पैंथर के विचरण करने से आए दिन लोगों का आमना सामना हो रहा है, तो कई बार लोग चोटिल व घायल भी हो रहे हैं। कुछ ऐसी ही घटना राजसमंद जिले के भीम उपखंड के कलालिया गांव में शुक्रवार को घटित हो गई। पैंथर बीच रास्ते में बैठा था और बकरिया चराकर जब लौट रहे थे, तभी पैंथर ने अचानक हमला कर दिया, जिससे तीन लोग घायल हो गए। सभी को लहूलुहान हालत में तत्काल भीम अस्पताल पहुंचाया, जहां उपचार जारी है।
जानकारी के अनुसार कलालिया निवासी किशन सिंह (55) पुत्र गोविंदसिंह रावत, घीसासिंह (50) पुत्र हमीरसिंह और गीतादेवी (21) पुत्री छोगसिंह जंगल से बकरियां चराकर घर लौट रहे थे। तभी रास्ते में अचानक पैंथर हमला कर दिया, जिससे महिला सहित तीनों घायल हो गए। उनके चीखने व चिल्लाने की आवाज पर पैंथर एक बार वहां से भाग छूटा, मगर बाद में फिर बीच रास्ते में बैठ गया। पैंथर के इस तरह आबादी क्षेत्र में विचरण से ग्रामीणों में डर व दहशत व्याप्त हो गई। बाद में निजी वाहनों से घायल किशनसिंह, घीसासिंह व गीतादेवी को तत्काल उप जिला चिकित्सालय भीम पहुंचाया गया, जहां उपचार जारी है। हादसे के बाद वन विभाग की टीम ने घटना स्थल का मुआयना करते हुए क्षेत्रीय लोगों को सतर्कता बरतने व सावधानी के लिए खास सलाह दी गई है।
अस्पताल पहुंच गए कई लोग
कलालिया गांव में पैंथर के हमले से घायलों के भीम अस्पताल लाने की सूचना पर भीम विधायक हरिसिंह रावत के पुत्र रणजीत सिंह अस्पताल पहुंच गए। घायल लोगों से मुलाकात करते हुए पैंथर के बारे में जानकारी ली। ग्रामीणों ने कहा कि पैंथर आबादी क्षेत्र में घात लगाकर बैठा रहता है, जिससे हर वक्त हादसे का खतरा है। इसलिए जल्द से जल्द पैंथर को पकड़ा जाए। ग्रामीणों ने शूटर बुलाकर पैंथर को पकड़वाने की मांग उठाई।
गली- मोहल्ले के बाद अब घरों में घुसने लगे पैंथर
राजसमंद शहर से लेकर गांव- ढाणियों में पैंथर की चहलकदमी रात हो या दिन काफी बढ़ गई है, जिससे आमजन डर व दहशत में जीने को मजबूर है। राजसमंद शहर के नौचोकी पाल हो या अणुविभा, धोइंदा हो या गायरियावास, सब जगह पैंथर की चहलकदमी है। बाजार क्या अब मकानों की छतों पर भी खुलेआम घूम रहे हैं और आए दिन मवेशियों का शिकार भी कर रहे हैं। आए दिन चलते दुपहिया वाहन चालकों पर भी हमले की घटनाएं भी सामने आ रही है। पूरी खबर देखने के लिए क्लिक करिए….