Paper Leak in Rajasthan https://jaivardhannews.com/paper-leak-100-jobs-scam-fake-candidates/

Paper Leak : हनुमान प्रसाद, जिस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था, उसने एसओजी की पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने कबूल किया है कि पिछले 5 सालों में 13 विभागों की भर्ती परीक्षाओं में लीक पेपर बेचकर और डमी उम्मीदवारों को बैठाकर 100 से अधिक लोगों को नौकरी दिलाई। इसके लिए वह उनसे 3 से 7 लाख रुपये तक वसूलता था। हनुमान ने टोंक और सवाई माधोपुर में एक गैंग बना रखा था, जिसके सदस्य जालोर, सांचौर, पाली और जोधपुर के रहने वाले थे। उसने अपने परिवार और परिचितों के 27 लोगों को भी इसी तरह नौकरी दिलवाई थी।

Paper Leak in Rajasthan : राजस्थान एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया है कि हनुमान प्रसाद (31) निवासी बिलोता अलीगढ़-टोंक को सोमवार तक रिमांड पर लिया गया है। उन पर 9 साल से भर्ती परीक्षाओं में नकल करवाने और लीक पेपर बेचने के 3 मामले दर्ज हैं। यह भी पता चला है कि हनुमान प्रसाद ने खुद क्लर्क भर्ती परीक्षा 2018 में लीक पेपर से परीक्षा पास की थी और फिलहाल वह कोटा में सेटलमेंट डिपार्टमेंट में एलडीसी के पद पर कार्यरत है। हनुमान प्रसाद ने अपने भाई सुशील मीणा को भी क्लर्क भर्ती परीक्षा 2018 में चयन करवाया था, जो वाणिज्यिक विभाग में कार्यरत हैं।

SOG Big Action : एएसआई भर्ती परीक्षा 2021 का फर्जीवाड़ा

  • SOG Big Action : चेतन सिंह मीणा: अलीगढ़-टोंक निवासी चेतन सिंह मीणा ने सुरेश नामक व्यक्ति को 15 लाख रुपए में जयपुर के झोटवाड़ा स्थित सेंटर पर एएसआई भर्ती परीक्षा 2021 में परीक्षा दिलवाई।
  • नरेंद्र कुमार: देवली-टोंक निवासी नरेंद्र कुमार ने 4 लाख रुपए में मोहनलाल को डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा में बैठाया। नरेंद्र कुमार लिखित परीक्षा में पास हो गया था, लेकिन इंटरव्यू में रह गया। बताया जा रहा है कि उसने लिखित परीक्षा पास करने के बाद बाकी के रुपए नहीं दिए थे।
  • सियाराम: अलीगढ़-टोंक निवासी सियाराम ने 3 लाख रुपए में नारायण को डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा में बैठाया। सियाराम ने रिटर्न परीक्षा पास कर ली, लेकिन इंटरव्यू में उसका चयन नहीं हुआ।

Exam scam : पटवारी भर्ती परीक्षा-2021 में धांधली

Exam scam : सवाई माधोपुर और टोंक: राजस्थान पटवारी भर्ती परीक्षा-2021 में बड़ी धांधली का खुलासा हुआ है। सवाई माधोपुर के बहादुर मीणा और टोंक के अनुराग मीणा ने लाखों रुपए लेकर अपने स्थान पर डमी उम्मीदवारों को परीक्षा में बैठाया था।बहादुर मीणा ने 3 लाख रुपए लेकर नरेश नामक व्यक्ति को अपने स्थान पर परीक्षा में बैठाया था। नरेश को परीक्षा देते हुए पकड़ा गया था। वहीं, अनुराग मीणा ने 7 लाख रुपए लेकर सुरेश नामक व्यक्ति को कोटा में स्थित परीक्षा केंद्र पर अपने स्थान पर बैठाया था। अनुराग मीणा पहले से ही एपीओ चल रहा था।

Rajasthan News Today : ग्राम विकास अधिकारी परीक्षा में धांधली

Rajasthan News Today : राजस्थान में ग्राम विकास अधिकारी भर्ती परीक्षा-2022 में भी डमी अभ्यर्थियों का खेल सामने आया है। एसओजी ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में नरेंद्र मीणा निवासी टोंक और महेंद्र मीणा निवासी टोंक शामिल हैं।

  • नरेंद्र मीणा: नरेंद्र मीणा ने 5 लाख रुपए में नारायण चौधरी निवासी बाड़मेर को परीक्षा में बैठाया था।
  • महेंद्र मीणा: महेंद्र मीणा ने 5 लाख रुपए में महेंद्र चौधरी निवासी बाड़मेर को डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा में बैठाया। हालांकि, महेंद्र चौधरी फेल हो गया, जिसके बाद उसे 2 लाख रुपए वापस कर दिए।

Paper leak revealed : संगणक भर्ती परीक्षा-2021 में घोटाला

Paper leak revealed : संगणक भर्ती परीक्षा 2021 में हेमंत मीणा टाेंक निवासी ने 5 लाख रूपए लेकर नरेश नामक युवक को परीक्षा में बैठाया। अभी हेमंत SDM कार्यालय हिंडोली- बूंदी में कार्यरत है।

Dummy candidate exam : प्रयोगशाला सहायक भर्ती परीक्षा-2019

Dummy candidate exam : राजस्थान में प्रयोगशाला सहायक भर्ती परीक्षा-2019 में भी डमी अभ्यर्थियों का खेल सामने आया है। एसओजी ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में मनराज मीणा निवासी सवाई माधोपुर और अजमल मीणा निवासी डेकवा-सवाई माधोपुर शामिल हैं।

  • मनराज मीणा: मनराज मीणा ने 7 लाख रुपए में नरेश नामक व्यक्ति को डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा में बैठाकर चयन करवाया था। मनराज सवाई माधोपुर में एक स्कूल में प्रयोगशाला सहायक के रूप में कार्यरत हैं।
  • अजमल मीणा: अजमल मीणा ने 7 लाख रुपए में मोहनलाल नामक व्यक्ति को डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा में बैठाकर चयन करवाया था। अजमल चौथ का बरवाड़ा स्कूल में प्रयोगशाला सहायक के रूप में कार्यरत हैं।

Competition Exam Scam : बिजली विभाग में हेल्पर भर्ती परीक्षा 2019

Competition Exam Scam : बिजली विभाग में 2019 में आयोजित हेल्पर भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली का मामला सामने आया है। आरोप है कि मनीष मीणा, रिंकू मीणा और मेघराज मीणा ने 3-3 लाख रुपये लेकर डमी अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठाकर उन्हें नौकरी दिलवाई।

मनीष मीणा, जो खुद सौंप-टोंक में बिजली विभाग में तैनात है, ने नरेश नामक व्यक्ति को 3 लाख रुपये में डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा में बैठाया और उसकी भर्ती करवाई। इसी तरह, रिंकू मीणा ने भी नरेश को ही 3 लाख रुपये में डमी अभ्यर्थी बनाकर उनियारा-टोंक में हेल्पर पद पर भर्ती करवाई। तीसरे मामले में, मेघराज मीणा ने मोहनलाल नामक व्यक्ति को 3 लाख रुपये देकर डमी अभ्यर्थी बनाकर सवाई माधोपुर में हेल्पर पद पर भर्ती करवाई। मेघराज भी खुद सवाई माधोपुर में बिजली विभाग में कार्यरत है।

वन रक्षक भर्ती परीक्षा 2019: डमी अभ्यर्थी का मामला

वन रक्षक भर्ती परीक्षा 2019 में बड़ा घोटाला सामने आया है। आरोप है कि नरेश मीणा, सुरज्ञान मीणा और बुद्धि प्रकाश ने 7-7 लाख रुपये लेकर राकेश नामक व्यक्ति को डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा में बैठाकर उसे नौकरी दिलवाई।

  • नरेश मीणा, जो खुद कोटा में वन विभाग में कार्यरत है, ने राकेश को 7 लाख रुपये में डमी अभ्यर्थी बनाकर परीक्षा में बैठाया और उसकी भर्ती करवाई।
  • इसी तरह, सुरज्ञान मीणा, जो झालावाड़ में वन विभाग में कार्यरत है, ने भी 7 लाख रुपये में राकेश को डमी अभ्यर्थी बनाकर परीक्षा में बैठाकर उसकी भर्ती करवाई।
  • तीसरे मामले में, बुद्धि प्रकाश ने राकेश को 7 लाख रुपये देकर डमी अभ्यर्थी बनाकर परीक्षा दिलवाई। हालांकि, बुद्धि प्रकाश खुद फिजिकल परीक्षा में फेल हो गया था।