राजसमंद। जिले में पिछले 10 दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ है और दिन में तेज धूप निकलने के कारण गर्मी और उमस काफी बढ़ गई है। इस कारण बिलों से जंगली जीव बाहर निकल रहे है। विशेष कर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जंगली जीवों से विशेष सतर्क रहने की जरूरत है। क्योंकि गर्मी और उमस के कारण जहरीले सांप बिलों से बाहर निकल रहे है। पीपरड़ के वन्यजीव प्रेमी नवीन गहलोत ने पिछले दो दिनों में 2 अजगर, एक गोयरा व 6 सांपों का रेस्क्यू किया।
राजसमंद जिले में गर्मी और उमस बढ़ने से सांप, गोयरा एवं अजगर बिलों से बाहर निकल रहे है। ये जीव ठंडक पाने के लिए घरों में घुस जाते है इस मौसम में लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। पीपरड़ा निवासी वन्यजीव प्रेमी नवीन गहलोत ने बताया कि गर्मी और उमस के कारण सांप, अजगर बिलों से बाहर निकल कर घरों में घुस रहे है। पिछले दो दिनों में दो अजगर, एक गोयरा, और 6 सांपों का घरों से रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा गया।
जंगली जीवों का रेस्क्यू कर पुन: जंगल में छोड़ा
वन्यजीव प्रेमी नवीन गहलोत ने बताया कि उनकी टीम मेम्बर यशवंत गहलोत, अनिल गहलोत, विकास खान्देला ने 2 दिनों में 2 अजगर 1 चंदन गोयरा ओर साथ ही 6 सांपों का रेस्क्यू कर वनविभाग के वनरक्षक किशन गायरी को सूचित कर पुनः सुरक्षित जंगल मे छोड़ा गया। बताया दोवड़ निवासी हरिसिंह राजपूत के खेत में निकले 10 फीट लम्बे अजगर का रेस्क्यू किया। इसी प्रकार पीपरड़ा निवासी भंवरलाल गुर्जर के बाडे़ से 7 फीट लम्बा अजगर, पीपरड़ा स्थित मयूर मार्बल गोदाम पर 1 फीट लम्बा चंदन गोयरा, पलेवा मगरी निवासी गणपत खटीक के घर में घुसे 6 फीट लम्बे धामन सांप, पीपरड़ा निवासी विशाल खिंची के घर से पांच फीट लम्बा जहरीला किंग कोबरा सांप, पीपरड़ा निवासी बद्रीलाल टांक के पानी के टैंक से सर्पसुंदरी प्रजाति का सांप, शहर के साेमनाथ चौराहा पर भैरूनाथ स्क्रेप्ट सेंटर से 3 फीट लंबा कोबरा सांप का रेस्क्यू किया। इसी प्रकार सुंदरचा के सुनील लड्ढा की अगरबती फैक्ट्री में घुसे 6 फीट लम्बे धामन सांप का रेस्क्यू किया।
सांप के काटने पर क्या करें और क्या न करें
क्या न करें
– काटे हुए जगह पर टाइट कपड़े न बांधे।
– जहर को चूसकर निकालने की कोशिश न करें।
– काटे हुए जगह पर जहर निकालने के लिए कोई कट न लगाएं।
– एल्कोहल, चाय या कॉफी बिल्कुल भी न पीएं। इससे जहर तेजी से फैल सकता है।
– किसी तरह का ठंड़ा, गर्म सिंकाई न करें। न ही कोई क्रीम लगाएं।
– दर्द के लिए एस्पीरिन न लें। इससे ब्लीडिंग बढ़ सकती है।
क्या करें
– टाइट कपड़े या गहने तुरंत उतार लें
– जहां पर काटा हो उस हिस्से को हार्ट के लेवल से नीचे रखें।
– घायल को जितना हो सके स्थिर रखें, इससे जहर बॉडी में फैलने से रोक सकते हैं
– घायल को शांत रखने की कोशिश करें जिससे उसे शॉक लगने से बचाया जा सके।
– काटने के 4 घंटे के अंदर ही एंटीवेनम का इंजेक्शन लगवा लें।
– जहां काटा हो, उसे हल्के कपड़े से कवर कर लें।