रोजगार दिलवाने के बहाने एक विवाहिता को पांच साल पहले कश्मीर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। फिर धर्मांतरण कर जबरन दबाव बनाकर निकाह करवाने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। जयपुर की रहने वाली 25 वर्षीया एक विवाहिता को कश्मीर ले जाकर दुष्कर्म करने और फिर धर्मांतरण कर प्रताड़ित करने वाले आरोपी युवक और उसके भाई को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है।
डीसीपी (पूर्व) प्रहलाद कृष्णियां ने बताया कि गिरफ्तार मुख्य आरोपी शाहिद (28) और अमीर हुसैन (28) है। ये दोनों भरतपुर जिले में गोपालगढ़ स्थित पीपरोली गांव के रहने वाले है। गौरतलब है कि 16 जुलाई को एक महिला ने कोर्ट इस्तगासे के जरिए एक मुकदमा प्रताप नगर थाने में दर्ज करवाया था। जिसमें बताया कि वह सीकर जिले की रहने वाली है। वर्ष 2009 में उसकी शादी हुई। वह पति के साथ जयपुर में आकर रहने लगी। तब एक बेटा और एक बेटी थी। शराब पीकर मारपीट करता। बेरोजगार रहता। तब भूखे मरने की नौबत आ गई। वह पीहर वालों से मदद मांगने गई तब उन्होंने भी कोई मदद नहीं की।
पीड़िता का आरोप है कि तब मकान में किराए से रहने वाले शाहिद, जो कि जेसीबी चलाता था। उसने पीड़िता से हमदर्दी जताते हुए मदद का भरोसा दिया। उसे काम दिलवाने की बात कहकर जून, 2016 में कश्मीर ले गया। दो दिन वहां ठहरकर अवैध संबंध बनाया। फिर नोएडा ले गया। वहां भाई के साथ मिलकर उसके जेवर भी हड़प लिए। वहां से भरतपुर में अपने रिश्तेदारों के घर ले आया। वहां कमरे में बंद रखा। कहने लगा कि तुम्हारी जिंदगी बर्बाद कर दूंगा। आरोपी शाहिद और परिवार के अन्य सदस्यों ने एक काजी की मदद से निकाह करवाकर महिला का धर्म परिवर्तन करवा दिया।
आरोप है कि अगस्त-सितंबर 2016 में दोबारा कश्मीर ले गया। दिसंबर 2016 के अंतिम सप्ताह में कोटा ले गया। फरवरी 2017 में जयपुर ले आया। यहां जून 2017 में पीड़िता ने एक बच्ची को जन्म दिया। जनवरी 2020 में शाहीद ने पीड़िता से कुछ खाली कागजों पर साइन करवाए। इसके करीब डेढ़-दो माह बाद शाहिद जरुरी काम से कश्मीर जाने की बात कहकर चला गया। तब लॉकडाउन लग गया। ऐसे में पीड़िता परिवार पालने के लिए इधर उधर भटकने लगी।