राजस्थान पुलिस की एक पहल ने फिर लोगों को आत्मीयता से भर दिया। पुलिस द्वारा जब थाने के रसोईये की पत्नी को बहन बनाकर मायरा भरा गया तो हर कोई आश्चर्यचकित हो गया। पुलिस की इस अनूठी पहल ने समाज में एक अच्छा उदाहरण पेश किया है। पुलिसकर्मी द्वारा जब रसोईये की बेटी की शादी में 45 हजार रूपये, कपड़े व कई उपहार भेंट किए तो उपस्थित ग्रामीण आश्चर्य से भर गए। राजसमंद व अजमेर की सरहद पर स्थित टॉडगढ़ पुलिस थाने की इस पहल को लोगों द्वारा काफी सराहा जा रहा है।
टॉडगढ़ थानाधिकारी घासीलाल मीणा ने बताया कि रसोईया रूपसिंह रावत थाने में पुलिसकर्मियों के लिए खाना बनाता है। रूपसिंह रावत आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी पुलिसकर्मियों ने उसकी बेटी की शादी में मायरा भरने का विचार किया। जिस पर सभी पुलिसकर्मियों ने हामी भरी जिसके बाद सभी के सहयोग से रूपसिंह रावत की पत्नी को बहन बनाकर उसकी बेटी की शादी में मायरा भरा गया। सोमवार को जब पुलिसकर्मी मायरा लेकर रूपसिंह के घर पहुंचे। जिस पर रूपसिंह रावत की पत्नी ने पुलिसकर्मियों को तिलक लगाकर आरती उतारी व महिलाओं ने मंगलगीत गीत गाए। उसके बाद पुलिस कर्मियों ने रूपसिंह रावत की पत्नी को ओढ़नी ओढ़ाकर मायरे की रस्म को पुरे रीति- रिवाजों के साथ अदा किया। मायरे में पुलिस स्टाफ द्वारा 45 हजार नगद, कपड़े व उपहार भेंट किए गए।
पुलिस की पहल की लोगों ने की सराहना
टॉडगढ़ थानाधिकारी घासीलाल मीणा व पुलिसकर्मियों ने जब भाई बनकर मायरे की रस्म अदा की तो वहां खड़े लोग आत्मीयता से भर गए। पुलिस की इस अनूठी पहल पर लोगों ने तालियां बजाकर स्वागत किया। ग्रामीणों ने बताया कि खाकी की इस पहल ने समाज में एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। राजस्थान पुलिस के ऐसे कई बेहतरीन उदाहरण पेश कर चूकी हैं। आपको बता दें कि मायरे को लेकर नागौर जिला राजस्थान में काफी प्रसिद्ध है।