इस बात की कोई खुशी नहीं दोस्तों
कि कौन सत्ता में रहता है
और कौन सत्ता से जाता है
आज तो इस बात की खुशी मनाओ
कि मेरे देश की जनता को सबक देना आता है।
सबक भ्रष्टाचार पर, उनको भी दिया था
सबक महंगाई और बेरोजगारी पर
इनको भी दिया है।
सरकार चाहे तुम कोई भी बनाओ
पर अब तो इस देश में खुशहाली लाओ
बेरोजगारी और महंगाई मिटाओ
नफरत को हटा भाईचारा बढ़ाओ।
वरना….! अब तुम सबको सबक
देने का जनता ने संकल्प लिया है।
Poltical Kavita : उक्त पंक्तियां मजबूत लोकतंत्र की बात कह रही है। इस तरह विपक्ष की मजबूती भी स्वस्थ लोकतंत्र के लिए जरूरी है। क्योंकि यह सरकार को जवाबदेही में रखती है। समय-समय पर, जब सत्ताधारी दल अपनी शक्ति का दुरुपयोग करता है या अनुचित नियंत्रण का दर्शन करता है, तो विपक्ष समाज की आवाज बनता है। विपक्ष के मौजूदा और गतिशील होने से, लोकतंत्र की बुनियादी ढांचा मजबूत होती है। यह सुनिश्चित करता है कि सरकार के कार्यों का परिणामी विश्लेषण हो, जो समाज के हित में होता है। समाज में विभिन्न धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक धाराओं के अभिव्यक्ति के लिए भी विपक्ष की महत्ता होती है। इसके माध्यम से लोग अपनी आपसी समझदारी का प्रदर्शन करते हैं, राष्ट्र को विकसित और संगठित बनाए रखने में मदद करता है। एक समर्थ विपक्ष, सरकार की कार्यशैली को जांचने, समीक्षा करने और संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। यह न केवल नीतियों के विपरीत मतों का प्रस्तुतिकरण करता है, बल्कि सार्वजनिक दलों की भूमिका को भी मजबूत करता है। Poltical Alliance
अफ़ज़ल खां अफ़ज़ल
वरिष्ठ साहित्यकार
जलचक्की, कांकरोली
मो. 98284-75288