अचानक व गुपचुप तरीके से ग्रामसभा आयोजित करने के आरोप को लेकर राजसमंद जिले में कुंभलगढ उपखंड क्षेत्र के धानीन ग्राम पंचायत पर कुछ वार्डपंचों और ग्रामीणों ने सरपंच के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। लोगों के विरोध की भनक पर सरपंच सोहनलाल जैन चले गए, तो ग्रामीणों ने ग्राम विकास अधिकारी महेंद्रसिंह को घेरकर आक्रोष जताया। लंबे समय से ग्रामसभा व कोरम नहीं होने से ग्रामीणों के कामकाज ठप होने से रोष जताया।

कुंभलगढ़ क्षेत्र के धानीन ग्राम पंचायत में कई महीनों बाद आयोजित कोरम की बैठक 20 फरवरी को प्रस्तावित की गई। बैठक में सरपंच सोहनलाल जैन, ग्राम विकास अधिकारी महेंद्रसिंह के साथ कुछ वार्डपंच व ग्रामीण पहुंचे। बाद में उप सरपंच मनोहरसिंह व अन्य वार्डपंच तथा ग्रामीण भी सूचना पर ग्राम पंचायत पहुंच गए, जहां ग्रामसभा चलने पर ग्रामीणों ने रोष जताया कि कोरम व ग्रामसभा की पहले गांवों में सूचना क्यों नहीं की गई। गुपचुप तरीके से बैठक क्यों रखी जा रही है। ग्रामीण बोले कि जब सरपंच ही पंचायत से गायब रहते हैं, तो फिर लोगों की समस्या का समाधान कैसे हो पाएगा और लोगों के रूटीन के कामकाज हो पाएंगे। ग्रामसभा में ग्राम विकास अधिकारी महेंद्रसिंह ने ग्रामसभा की कार्रवाई शुरू की, मगर लोगों ने बिना सूचना बैठक आयोजन का विरोध किया। ऐसे में ग्रामसभा की बैठक को स्थगित कर दिया गया। बाद में सभी लोग ग्राम पंचायत कार्यालय से बाहर निकल आए, जहां ग्राम विकास अधिकारी महेंद्रसिंह को घेरकर सरपंच के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। सरपंच पर मनमानी व भ्रष्ट्राचार के आरोप भी लगाए। ग्रामीण बोले कि समाजसेवा का दावा करने वाले सरपंच सोहनलाल जैन की काली करतूत जनता के सामने आ चुकी है। सरपंच की अनियमितता सामने आ चुकी है, जिसे जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। लोगों ने गली गली में चोर है, सोहनलाल जैन चोर है… के नारे भी लगाए।

इस दौरान उप सरपंच मनोहरसिंह, वार्डपंच रतनसिंह, महेंद्रसिंह, षिवसिंह, धर्मचंद, फुलसिंह, रूपसिंह, रमेष गुर्जर, किषनसिंह आदि मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि मौजूदा सरपंच सोहनलाल जैन के खिलाफ वार्डपंच अविष्वास प्रस्ताव भी लाए, मगर हाईकोर्ट के स्थगनादेष पर जैन अभी सरपंच यथावत है। हालांकि उप सरपंच मनोहरसिंह व ज्यादातर वार्डपंचों और सरपंच सोहनलाल जैन एक दूसरे के खिलाफ हो गए। इस कारण ग्राम पंचायत के कामकाज ठप हो गए है।

ग्रामीण बोले- मुंबई में सरपंच, कैसे हो काम

धानीन ग्राम पंचायत कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्षन के दौरान ग्रामीण बोले कि सरपंच सोहनलाल जैन व्यवसाय के चलते ज्यादातर मुंबई में रहते हैं, जिससे ग्रामीणों के रूटीन के काम भी नहीं हो पा रहे हैं। कई माह से नामान्तरण नहीं खुले हैं, तो छोटे मोटे प्रमाण पत्र बनाने के लिए भी ग्रामीणों को परेषान होना पड़ रहा है। आरोप है कि सरपंच महीने या दो महीने में सरपंच कभी कभार धानीन आकर वापस चले जाते हैं। ऐसे में ग्राम पंचायत का कार्य प्रभावित हो रहा है। ग्रामीण बोले कि इसी के तहत कई महीनों बाद धानीन गुपचुप तरीके से कोरम की बैठक रख ली, जिसकी सभी सूचना ही नहीं दी। इसलिए वार्डपंचों व ग्रामीणों ने विरोध किया।

सरपंच- वार्डपंचों में लंबे समय से मतभेद

धानीन पंचायत के सरपंच सोहनलाल जैन और उप सरपंच मनोहसिंह सहित कई वार्डपंचों में लंबे समय से मतभेद है, जिसका खमियाजा क्षेत्रीय ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। वार्डपंच पहले सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए, जिस पर सरपंच द्वारा हाईकोर्ट से स्थगन आदेश ले आए। इस कारण अविश्वास प्रस्ताव पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। तब से सरपंच और वार्डपंच एक दूसरे के खिलाफ आमने सामने है। आपसी मतभेद और विरोध के चलते ग्राम पंचायत के कामकाज प्रभावित हो रहे हैं।

सरपंच- ग्राम विकास अधिकारी ने नहीं उठाया काॅल

धानीन ग्राम पंचायत में ग्रामीणों के विरोध प्रदर्षन और ग्रामसभा स्थगित करने के मामले में जयवर्द्धन न्यूज द्वारा सरपंच सोहनलाल जैन व ग्राम विकास अधिकारी महेंद्रसिंह से संपर्क के प्रयास किए गए। ग्राम विकास अधिकारी द्वारा एक बार काॅल उठाया, मगर पूरी वार्ता नहीं की। उसके बाद सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी से संपर्क करने के प्रयास किए, मगर काॅल ही अटेंड नहीं किया।