कृषि उपज मंडी कांकरोली में होलसेल कारोबारियों के व्यवसाय पर तय 6 प्रतिशत कृषि मंडी शुल्क से ज्यादा 12 प्रतिशत तक अवैध वसूली को लेकर रिटेल सब्जी विके्रता व होलसेल कारोबारी आमने सामने हो गए। नगरपरिषद सभापति अशोक टांक एक दर्जन से ज्यादा पार्षदों के साथ कृषि उपज मंडी में पहुंचे, जहां रिटेल सब्जी विके्रता व होलसेल कारोबारियों को आमने सामने कराया गया, तो बिक्री पर 12 प्रतिशत तक अवैध टैक्स वसूलने का खुलासा हुआ। गंभीर अनियमितता उजागर होने के बाद हंगामा, विरोध प्रदर्शन व तनातनी के हालात उत्पन्न होने के बाद उपखंड अधिकारी डॉ. दिनेश राय सापेला भी मौके पर पहुंचे और अवैध वसूली नहीं करने की चेतावनी दी। एसडीएम द्वारा उचित व सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया, दिया तो रिटेल सब्जी विके्रता भी शांत हो गए। इधर, सभापति अशोक टांक ने स्पष्टी चेतावनी दी कि अगर अब तय टैक्स से ज्यादा वसूली करता कोई पाया गया, तो सेल्स टैक्स या जीएसटी को शिकायत कर रेड डलवा देंगे, जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
नगरपरिषद सभापति अशोक टांक एक दर्जन पार्षदों के साथ कृषि उपज मंडी पहंचे, जहां रिटेल सब्जी विके्रता बोले कि होलसेल कारोबारी अपनी मनमानी चला रहे हैं, जो अपनी दुकान से बीस- बीस फीट आगे सडक़ पर बैठे हुए हैं, जबकि ग्राहकों व किसानों के सामान रखने के लिए बने प्लेटफॉर्म पर कारोबारी दुकानें चला रहे हैं। निरीक्षण में पता चला कि कृषि मंडी से 6 प्रतिशत टैक्स वसूली का प्रावधान है, मगर होलसेल कारोबारी अवैध रूप से 10 से 12 प्रतिशत तक टैक्स वसूल कर रहे हैं। सभापति के निरीक्षण में पता चला कि कृषि मंडी परिसर में शौचालय के लिए जहां जगह आरक्षित है, उस जगह कतिपय व्यापारी ने टीनशेड लगाकर दुकान खोल दी। इसके अलावा मुख्य सडक़ ऑटो, टेम्पो तो क्या मोटरसाइकिल भी बड़ी मुश्किल से निकल पाती है। इस गंभीर हालात के बावजूद कृषि उपज मंडी प्रशासन गंभीर नहीं है। बाद में उपखंड अधिकारी डॉ. दिनेश राय सापेला ने निरीक्षण कर तहसीलदार से भौतिक रिपोर्ट मांगी।
यह है निर्धारित टैक्स
कृषि उपज मंडी में फल- सब्जी पर प्रति सैकड़ा 5 प्रतिशत आढ़त और 1 प्रतिशत यूजर चार्ज सहित 6 प्रतिशत टैक्स के्रता से लेने का प्रावधान है। इसके बावजूद होलसेल फल- सब्जी विके्रताओं द्वारा मनमाने ढ़ंग से 8 से 12 फीसदी तक टैक्स वसूल किया जा रहा है।
सभापति के साथ ये थे मौजूद
अवैध टैक्स वसूली को लेकर सभापति अशोक टांक के साथ एक दर्जन और सैकड़ों रिटेलर सब्जी विके्रताओं ने आक्रोश जताया। व्यापार मंडल अध्यक्ष शंभूलाल माली के समक्ष विरोध जताते हुए सवाल किए, तो वे कोई जवाब नहीं दे पाए। इस दौरान पार्षद हेमंत रजक, नितेश माली, हेमंत गुर्जर, चंचल नंदवाना, हिमानी नंदवाना, परसराम पोरवाड़, ब्रजेश पालीवाल, पूर्व चेयरमैन नारायण सुथार, चम्पालाल माली, दीपक सोनी आदि मौजूद थे।
कृषि उपज मंडी का नोटिस दरकिनार
तय टैक्स से ज्यादा अवैध टैक्स वसूली की शिकायत कृषि उपज मंडी को भी की गई। इस पर मंडी प्रशासन द्वारा कारोबारियों को 20 जुलाई को नोटिस जारी किया गया, मगर कार्रवाई अब तक नहीं की। सभापति का आरोप है कि होलसेल फल- सब्जी विके्रताओं की मंडी सचिव से सांठगांठ है। इसलिए कार्रवाई नहीं हो रही है, जिसे अब बर्दाश्त नहीं करेंगे।