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Protest Villagers : करंट से मौत पर 7 घंटे बाद धरने से उठे ग्रामीण, फीडरकर्मी सस्पेंड, मुआवजे का आश्वासन

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Protest Villagers : खेत में पड़े बिजली के तार में करंट से झुलसकर एक डाककर्मी की तड़प तड़प कर दर्दनाक मौत के बाद विद्युत निगम के कार्मिकों द्वारा आनन फानन में घटना स्थल से बिजली का पोल व तार हटाने व निगम की लापरवाही काे रफादफा करने के प्रयास को लेकर ग्रामीण उग्र हो गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने गजपुर में अस्पताल के बाहर मुख्य सड़क पर रोड जाम कर धरने पर बैठ गए। सुबह 10 बजे शुरू हुआ धरना अपराह्न 3 बजे कुंभलगढ़ पुलिस उप अधीक्षक ज्ञानेंद्रसिंह राठौड़ व विद्युत निगम के सहायक अभियंता चेतन शर्मा के आने और गजपुर फीडर प्रभारी प्रतापसिंह को सस्पेंड करने व उचित मुआवजा दिलाने के आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए। इस तरह करीब 7 घंटे तक राजसमंद से कुंभलगढ़ मार्ग जाम रहा और दो घंटे तक तो मौके पर कोई अधिकारी पहुंचा ही नहीं। इस कारण ग्रामीण ज्यादा उग्र हो गए।

AVVNL Rajsamand : सुबह 7 बजे हादसा होने के बाद अजमेर विद्युत वितरण निगम गजपुर से कार्मिक मौके पर पहुंचते है और चोरी छीपे मौके से पोल व बिजली का तार उठा ले जाते हैं। इससे ग्रामीण उग्र हो जाते हैं कि जब हादसा हो गया, तो मौके से सबूत नष्ट करने के लिए कार्मिकों ने तार व पोल तत्काल हटा लिया। इस कारण ग्रामीण उग्र हो गए और 10 बजे से ही गजपुर अस्पताल के पास मुख्य सड़क पर धरने पर बैठ गए। राजसमंद- कुंभलगढ़ मार्ग को जाम किया, जहां पर सांयों का खेड़ा गांव का रास्ता भी उसी जगह मिलता है। इस तरह तीनों ही रास्तों पर बस, ऑटो, टेम्पो व अन्य कई वाहनों की लंबी कतार लग गई। दोपहर में केलवाड़ा थाना प्रभारी विशाल गवारिया, कुंभलगढ़ तहसीलदार विनोद जांगीड़ मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों से समझाइश के प्रयास किए गए, मगर ग्रामीण अड़ गए कि पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए मुआवजा दिलाया जाए, मृतक की पत्नी को संविदा पर नौकरी और लापरवाह कार्मिकों को हत्काल हटाया जाए। बाद में अजमेर विद्युत वितरण निगम आमेट के अधिशासी अभियंता सत्येंद्र पाल सिंह रावत ने आदेश जारी कर गजपुर फीडर प्रभारी प्रतापसिंह को सस्पेंड कर दिया और मुख्यालय भीम कर दिया गया। साथ ही हादसे को लेकर पूरी जांच के लिए भी विद्युत निगम द्वारा विशेष कमेटी का गठन कर दिया है, जो दो दिन में तथ्यात्मक रिपोर्ट अधीक्षण अभियंता को पेश करेंगे।

AVVNL Personnel suspended : मौके पर कुंभलगढ़ पुलिस उप अधीक्षक ज्ञानेन्द्र सिंह राठौड़ व केलवाड़ा से विद्युत निगम के सहायक अभियंता चेतन शर्मा भी पहुंच गए और विद्युत के कार्मिक प्रताप सिंह को सस्पेंड करने की जानकारी दी। साथ ही प्रकरण की पूरी जांच की जाएगी और जांच में अन्य कार्मिकों का भी दोष सामने आता है, तो उन्हें भी हटा दिया जाएगा। साथ मौके पर प्रदेश कांग्रेस सचिव योगेन्द्रसिंह परमार व भाजपा नेता एवं पूर्व उप प्रधान नारायण सिंह सोलंकी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए। इस दौरान कुंभलगढ़ पुलिस उप अधीक्षक की ग्रामीणों से तीखी तकरार भी हुई, मगर ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे। बाद में मृतक की पत्नी को किसी जगह संविदा पर नौकरी पर लगाने का आश्वासन दिया। साथ ही विद्युत निगम के सहायक अभियंता शर्मा ने बताया कि जांच के बाद विद्युत निगम द्वारा भी नियमानुसार मुआवजा राशि पीड़ित परिवार को दिया जाएगा। इस दौरान कृषि कार्य करते हुए महेश कुमार शर्मा की मौत होने पर कृषि उपज मंडी से भी उचित सहायक राशि दिलाने का तहसीलदार द्वारा आश्वासन दिया गया। तब ग्रामीण शांत हुए और अपराह्न 3 बजे ग्रामीण धरने से उठे। फिर महेश कुमार शर्मा के शव को भवानी की भागल ले गए, जहां पर अंतिम संस्कार की तैयार की जा रही है।

Accident Story : करंट से मौत का यह है पूरा मामला

Accident Story : पुलिस के अनुसार भवानी की भागल (कोयल) निवासी महेश कुमार शर्मा (32) पुत्र स्व. शांतिलाल शर्मा सुबह 7 बजे चतराजी का गुड़ा के पास स्थित खेत पर गया, जहां खेत में पड़े बिजली तार की चपेट में आने से करंट का झटका लगने से गंभीर रूप से झुलस गया। फिर केलवाड़ा अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में दम तोड़ दिया। बताया कि 6 माह से तार टूटकर खेत में गिर गया था और शिकायत के बाद बिजली आपूर्ति बंद भी कर दी थी, मगर फिर से चालू करने की वजह से यह हादसा हुआ। महेश शर्मा ने समझा कि बिजली आपूर्ति तो बंद है, खेत से तार को हटाकर किनारे कर दूं और तार पकड़ते ही करंट का झटका लगने से मौत हो गई। हादसे के बाद सुबह 10 बजे से ग्रामीण धरने पर बैठ गए और राजसमंद- कुंभलगढ़ मार्ग जाम कर दिया।

death by electrocution : तीखी धूप के चलते तिरपाल खिंचकर की छाया

death by electrocution : सुबह 10 बजे से ग्रामीण चिलचिलाती धूप में बीच सड़क पर धरना देकर बैठ गए, मगर धूप के चलते काफी तपने लगा तो बाद में एक तिरपाल लाकर बीच सड़क पर बिछाया और ऊपर भी खींचकर छाया की गई। इस तरह तीखी धूप होने के बावजूद ग्रामीण पीड़ित परिवार को राहत, सहायक राशि, न्याय और लापरवाह कार्मिक व अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। बाद में तहसीलदार कुंभलगढ़ व डीएसपी की समझाइश के बाद शांत हुए। इस तरह करीब 7 घंटे तक ग्रामीण सड़क पर तीखी धूप में डटे रहे और विद्युत निगम के प्रति आक्रोश जताते रहे।

Rajsamand Police : पोल नहीं, पेड़ से बांध रखे हैं बिजली के तार

Rajsamand Police : महेश शर्मा की मौत के बाद जब ग्रामीण गजपुर में धरने पर बैठे, तब ग्रामीणों ने अजमेर विद्युत वितरण निगम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कई तस्वीरें व वीडियो बताए। ग्रामीणों ने बताया कि पोल खड़ा होने के बावजूद कई जगह करंट के तार आम व नीम के पेड़ से बांध रखे हैं, जिससे हर वक्त हादसे का खतरा है। फिर भी विद्युत निगम के कार्मिक गंभीर नहीं है, जिसकी वजह से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। तस्वीरों में देख सकते हैं कि पोल के पास पेड़ है, जिस पर तार बंधा हुआ है और दूसरी तस्वीर में खेत में तार लटकता हुआ दिखाई दे रहा है, जो भी हादसे को न्यौता दे रहा है।

AVVNL Rajsamand : परिवार के घर गुजारे पर मंडराया खतरा

AVVNL Rajsamand : महेश कुमार शर्मा के पिता का पहले ही निधन हो चुका है और वह डाकघर में डाककर्मी की नौकरी से पूरे परिवार को पाल रहा था। परिवार में वृद्ध मां भी उसके साथ है। पत्नी रीना जोशी तथा 1 साल का कियांस बेटा व 9 वर्ष की यशस्वी बेटी है। इसके अलावा एक छोटा भाई किरण शर्मा है। परिवार के पालन पोषण का सारा दाराेमदार महेश कुमार शर्मा के कंधों पर ही था। हालांकि छोटा भाई गांव में दुकान चलाता है। छोटे भाई की अभी शादी नहीं हुई है। इस कारण परिवार के घर गुजारे को लेकर बड़ा संकट मंडरा रहा है।

Rajsamand Police : यात्री और वाहन चालक हुए परेशान

Rajsamand Police : गजपुर में अस्पताल के पास ग्रामीणों के धरना देकर रोड जाम करने से राजसमंद की तरफ से जाने वाले सभी वाहन चालक व उसमें सवार यात्री काफी परेशान हुए। इसी तरह सांयों का खेड़ा मार्ग और कुंभलगढ़ मार्ग पर बस, कार, जीप, दुपहिया वाहन सहित अन्य कई वाहनों की लंबी कतार लग गई और लोग काफी परेशान रहे। 7 घंटे तक रोड जाम होने से यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा। मौके पर ग्रामीणों ने कांटे रख दिए, तो दुपहिया वाहन खड़े कर रास्ता रोक दिया और बाद में जब अधिकारी मौके पर पहुंचे और कांटे व बाइक हटा दी, तो ग्रामीण खुद बीच सड़क पर धरना लगाकर बैठ गए।

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