Protest Villagers : राजसमंद जिले में चारभुजा से भटेवर तक निर्माणाधीन हाइवे में खमनोर के पास टांटोल गांव में रोड के नक्शे को बदलने का आरोप लगाते हुए ग्रामीण मशीनों के आगे लेट गए। साथ ही हाइवे निर्माता कंपनी के ठेकेदार व कार्मिकों पर डराने व धमकाने का भी आरोप है। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा ग्रामीणों से समझाइश के प्रयास जारी है, मगर ग्रामीणों का कहना है कि अधिग्रहण से ज्यादा निर्माण तोड़ने, मंदिर को क्षतिग्रस्त किया है, उसका मुआवजा दिया जाए। फिलहाल हाइवे निर्माता कंपनी ने कार्य रोक दिया है।
Nathdwara News : चारभुजा से भटेवर हाइवे तक निर्माणाधीन नेशनल हाईवे 162 ई में ठेकेदार कंपनी व कार्मिकों पर धांधली के आरोप लगाते हुए शनिवार दोपहर में ग्रामीण मशीनों के आगे लेट गए। इस पर कंपनी के कार्मिक व ग्रामीण एक बारगी आमने सामने हो गए। बाद में कानून एवं शांति व्यवस्था को देखते हुए नाथद्वारा थाने से पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों से समझाइश के प्रयास किए।
Rajsamand News : जेसीबी व अन्य खुदाई मशीनों के आगे लेटे ग्रामीणों को उठाया और उनकी बात सुनी। गांव के राजेश प्रजापत व श्रीलाल सुथार सहित ग्रामीण बोले कि हाइवे निर्माता कंपनी द्वारा मनमानी की जा रही है। हाइवे के लिए जितनी जमीन को अधिग्रहित किया है, उससे ज्यादा मकान, मंदिर व धर्मशाला तोड़ा जा रहा है। साथ ही इसको लेकर ग्रामीणों ने शांतिपूर्वक वार्ता करनी चाही, तब भी ठेकेदार कंपनी के कार्मिक व अधिकारी डराने व धमकाने लग गए। साथ ही ग्रामीणों का कहना है कि टांटोल गांव में हाइवे का निर्माण तय नक्शे के विपरीत रोड का निर्माण किया जा रहा है, जिसे ग्रामवासी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
न्यायालय में विचाराधीन मामला, फिर भी तोड़फोड़
Nathdwara police station : टांटोल केे राजेश प्रजापत व श्रीलाल सुथार ने बताया कि टांटोल में एक जगह विवादित जगह का मामला न्यायालय में विचाराधीन है, जहां ठेकेदार निर्माता कंपनी को जवाब देना है। इससे पहले अवकाश के दौरान जबरन हाइवे निर्माण के लिए तोड़फोड़ कर दी गई। साथ ही ग्रामवासियों द्वारा आपत्ति दर्ज कराने पर हाइवे निर्माता कंपनी के अधिकारियों द्वारा झूठे राजकार्य में बाधा डालने के मुकदमे में फंसाने की बात कही। बाद में पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों से समझाइश करते हुए फिलहाल निर्माण कार्य रोक दिया गया है। पुलिस द्वारा समझाइश के प्रयास जारी है।