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सुजानगढ़ से कांग्रेस के मेघवाल, सहाड़ा से गायत्री त्रिवेदी, राजसमंद से भाजपा की दीप्ति जीतीं

Rajasthan Bye Elections 2021 https://jaivardhannews.com/rajasthan-assembly-bye-election-2021/

राजस्थान में तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे रविवार को आ गए हैं। दो सीटों पर कांग्रेस, एक पर भाजपा जीती है। सुजानगढ, सहाड़ा सीट पर कांग्रेस और राजसमंद में भाजपा ने जीत दर्ज की। सहाड़ा से कांग्रेस उम्मीदवार गायत्री त्रिवेदी ने सबसे बड़ी जीत दर्ज की है, जबकि राजसमंद से भाजपा उम्मीदवार किरण माहेश्वरी की बेटी दीप्ति माहेश्वरी की जीत का अंतर सबसे कम रहा है। सुजानगढ़ सीट से कांग्रेस उम्मीदवार मनोज मेघवाल करीब 35,500 वोट के अंतर से जीते हैं।

पहली बार चुनाव मैदान में उतरे थे तीनों चुने विधायक
तीनों सीटों पर सहानुभूति की लहर चली है। इसने सबकी नैया पार लगा दी। तीनों सीटों पर दिवंगत विधायकों के परिजनों को दोनों पार्टियों ने टिकट दिए थे, परिजन तीनों सीटों पर जीतने में कामयाब रहे हैं। ऐसा इसलिए भी क्योंकि जीत दर्ज करने वाले तीनों विधायक पहली बार चुनावी मैदान में उतरे थे।

कांग्रेस को 48% वोट मिले
चुनाव आयोग के मुताबिक, तीनों सीटों पर कांग्रेस को सबसे ज्यादा 48.7% वोट मिले। जबकि भाजपा को 37% और निर्दलीय समेत अन्य दलों को 12.93% वोट पड़े हैं। इस बार नोटा का बटन भी काफी वोटर्स ने दबाया। करीब 1.35% वोटर्स ने नोटा को अपना वोट दिया।

1- सहाड़ा में सबसे बड़े 42 हजार वोटों से जीती कांग्रेस
सहाड़ा सीट पर दिवंगत कांग्रेस विधायक की पत्नी गायत्री त्रिवेदी ने भाजपा उम्मीदवार डॉ. रतनलाल जाट को 42,099 वोटों से हराया। गायत्री देवी को 81,252 वोट मिले जबकि उनसे हारे रतनलाल जाट को 39052 और आरएलपी उम्मीदवार बद्रीलाल जाट को 12,175 वोट मिले। गायत्री त्रिवेदी को रिकॉर्ड 57.82 फीसदी वोट मिले हैं, जबकि भाजपा उम्मीदवार को 27.82 फीसदी वोट ही मिले। यहां पहले राउंड से ही गायत्री त्रिवेदी आगे रहीं हैं।

सहाड़ा में पितलिया फैक्टर से भाजपा को हुआ नुकसान
सहाड़ा में भाजपा के बागी लादूलाल पितलिया को जबरन चुनावी मैदान से हटने के लिए बाध्य करने के विवाद से भाजपा को भारी नुकसान हुआ है। पितलिया के मन में चुनाव न लड़ने देने की टीस के वायरल ऑडियो से भाजपा को नुकसान हुआ। वहीं, दिवंगत विधायक कैलाश त्रिवेदी की पत्नी गायत्री ​त्रिवेदी को सहानुभूति का वोट मिला है।

2- राजसमंद में भाजपा की दीप्ति माहेश्वरी 5300 वोटों से जीतीं
राजसमंद सीट पर दिवंगत किरण माहेश्वरी की बेटी और भाजपा उम्मीदवार ​दीप्ति माहेश्वरी ने कांग्रेस उम्मीदवार तनसुख बोहरा को 5310 वोटों से हराया है। दीप्ति माहेश्वरी को 74,704 यानी 49% वोट मिले जबकि तनसुख बोहरा को 69,394 यानी 46% वोट मिले हैं। इस चुनाव में तीसरे स्थान पर नोटा रहा जिसे कुल 1586 वोट पड़े।

राजसमंद में दीप्ति माहेश्वरी और तनसुख बोहरा के बीच मुकाबला टक्कर का रहा। दीप्ति माहेश्वरी जीतीं जरूर हैं लेकिन मार्जिन ज्यादा नहीं है। भाजपा-आरएसएस के गढ़ राजसमंद में दिवंगत किरण माहेश्वरी की बेटी को जीतने के लिए इतना संघर्ष करना पड़े, यह चौंकाने वाला है। राजसमंद में भाजपा को आपसी गुटबाजी, कटारिया के महाराणा प्रताप पर दिए बयान का नुकसान हुआ है।

3- सुजानगढ़ में 35,500 वोटों से जीते कांग्रेस के मनोज मेघवाल
सुजानगढ़ सीट पर दिवंगत कांग्रेस ​विधायक, मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल के बेटे मनोज मेघवाल ने भाजपा उम्मीदवार खेमराराम मेघवाल को 35,500 वोटों से हराया है। मनोज मेघवाल को 78,842 वोट मिले। भाजपा उम्मीदवार खेमराम मेघवाल को 43,424 वोट और आरएलपी के सोहनलाल नायक को 31993 वोट मिले हैं। मनोज मेघवाल की रविवार को ही कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। ऐसे में वह घर ही आईसोलेट रहे, मतगणना केंद्र नहीं गए। घर से ही वीडियो संदेश जारी करके शुक्रिया अदा किया।

सुजानगढ़ में भाजपा की साख बमुश्किल बच पाई। यहां काउंटिंग के कई राउंड में हनुमान बेनीवाल की आरएलपी ने भाजपा को पछाड़कर तीसरे नंबर पर पहुंचा दिया था। हालांकि, बाद में भाजपा दूसरे नंबर पर पहुंच गई। भाजपा उम्मीदवार को भितरघात का सामना करना पड़ा है। हनुमान बेनीवाल ने एनडीए से अलग होकर खुद भले न जीते न हो लेकिन भाजपा को हरवा दिया है।

ललिता राठौड़ @ जयपुर

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