लक्ष्मणसिंह राठौड़ @ राजसमंद
राजस्थान वन रक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने के मामले में राजसमंद पुलिस ने जांच करते हुए चार और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। प्रकरण रेलमगरा थाना पुलिस ने दर्ज करते हुए पहला आरोपी दरीबा से रेलमगरा पुलिस ने गिरफ्तार किया, जबकि चार अन्य आरोपियों को कांकरोली पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए अग्रिम पूछताछ व जांच शुरू की है। रेलमगरा से गिरफ्तार बिजली निगम के तकनीकी सहायक ने पेपर की उत्तर शीट एक घंटे पहले अन्य युवाओं को वाट्सएप पर भेजी थी। मुख्य आरोपी पहले से आठ दिन के पुलिस रिमांड पर है, जबकि एक दर्जन से ज्यादा आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
पुलिस के अनुसार 12 नवंबर को वन रक्षक भर्ती परीक्षा के तहत एसओजी के इनपुट पर रेलमगरा पुलिस ने दरीबा जीएसएस पर कार्यरत तकनीकी सहायक दीपक कुमार शर्मा को पकड़ा गया। उसके मोबाइल पर देखा तो वन रक्षक परीक्षा शुरू होने से एक घंटे पहले ही उत्तर शीट थी, जिसे अन्य लोगों को वाट्सएप पर भेजी गई थी। फिर पुलिस आरोपी को पकडक़र रेलमगरा थाने पर लाई, जहां सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी दीपक शर्मा ने 5 लाख में खरीदकर 6 लाख रुपए में बेचना तय होना कबूल किया। उसके बाद राजसमंद पुलिस ने जयपुर, करौली, दौसा जिले की पुलिस की मदद से एक दर्जन से ज्यादा लोगों को पकड़ लिया और उनसे पेपर लीक को लेकर अग्रिम पूछताछ की जा रही है। इसी कड़ी में राजसमंद पुलिस की टीम द्वारा सवाई माधोपुर जिले के महुवाखुर्द हाल जगतपुरा, सांगानेर जिला जयुपर निवासी पवन कुमार पुत्र श्यामलाल माली, दौसा जिले के अजयपुरा निवासी हेतराम उर्फ हेमराज पुत्र हजारीलाल मीणा, जयपुर जिले के कोट खावदा, हीरापुरा निवासी सांवलराम पुत्र कल्याणमल मीणा और राजेश पुत्र अर्जुनलाल मीणा को गिरफ्तार कर लिया। पहले आरोपी को गिरफ्तार करने तक की कार्रवाई रेलमगरा थाना पुलिस द्वारा की गई, जबकि अब चार आरोपियों को कांकरोली थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया। कांकरोली थाना प्रभारी दुर्गाप्रसाद दाधीच के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है।
दीपक की नौकरी भी संदेह के दायरे में
पेपर लीक के मामले में दरीबा जीएसएस से गिरफ्तार दीपक कुमार शर्मा वर्तमान में विद्युत वितरण निगम में तकनीकी सहायक के पद पर कार्यरत है। वह दिसंबर 2018 में ज्वाइन किया था। पेपर लीक में दीपक शर्मा के पकड़े जाने के बाद अब उसकी खुद की नौकरी ही पेपर लीक से तो नहीं लगी, यह भी संदेह है। इसको लेकर अब पुलिस द्वारा दीपक की ज्वाइनिंग पत्र से लेकर सर्विस रिकॉर्ड भी मांगा जा रहा है।
विद्युत निगम मुख्यालय भेजी रिपोर्ट
अजमेर विद्युत वितरण निगम दरीबा के 132 जीएसएस पर कार्यरत तकनीकी सहायक दीपक शर्मा का सर्विस रिकॉर्ड संकलित कर लिया। रेलमगरा सहायक अभियंता चेतन शर्मा ने तकनीकी सहायक दीपक का सारा रिकॉर्ड अब विद्युत निगम मुख्यालय राजसमंद व अजमेर भिजवा दिया गया है। विद्युत निगम द्वारा भी अपने स्तर पर आरोपी दीपक के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा रही है और साथ ही उसका सर्विस रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है।