Jaivardhan News

12 की मौत, घायलों के दर्द से गूंजा अस्पताल, 7 घायलों को बीकानेर भेजा पहुंचने से पहले एक और नहीं रहा

accident https://jaivardhannews.com/rajasthan-in-road-accident/

नागौर के श्रीबालाजी में हुए सड़क हादसे में 12 लोगों की मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद बीकानेर के पीबीएम अस्पताल और नोखा के बागड़ी अस्पताल में कोहराम मच गया। घायलों के कराहने की आवाज से पूरा अस्पताल गूंज उठा। दरअसल, मध्यप्रदेश के ये लोग रामदेवरा के दर्शन करने के बाद वापस लौट रहे थे। नागौर से नोखा की तरफ जा रहे थे। इसी बीच श्रीबालाजी में सामने से आ रहे वाहन ने जबरदस्त टक्कर मार दी। मौके पर 8 लोगों की मौत हो गई। घायलों में तीन लोगों ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इनका इलाज ही शुरू नहीं हो पाया। नोखा से बीकानेर पहुंचते हुए एक और घायल ने दम तोड़ दिया। ऐसे में बीकानेर के पीबीएम अस्पताल छह घायल पहुंचे और एक मृतक।

घटना के तुरंत बाद घायलों को सबसे पहले नोखा लाया गया, जहां तीन ने दम तोड़ दिया। जो शेष बचे, उन्हें पीबीएम अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया। यहां सात घायल बीकानेर के लिए रवाना किए गए थे, लेकिन एक की रास्ते में मौत हो गई। घायल अपना नाम बताने की स्थिति में भी नहीं है।

घटना की जानकारी मिलने के साथ पीबीएम अस्पताल के साथ जिला प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया है। श्रीबालाजी के आसपास के युवकों ने ही घायलों को गाड़ी में डाला और नोखा पहुंचे। नोखा अस्पताल में सज्जन पत्नी गोपाल निवासी उज्जैन, गोपाल गहलोत पुत्र नागुराम गहलोत निवासी उज्जैन और संतोष पत्नी पूराराम बलाई निवासी सज्जनखेड़ा की मौत हो गई। घायलों में दस साल का सुमित, बारह साल का साहिल और एक युवती राधा शामिल है। घायलों को पीबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी सिटी स्केन व अन्य जांच हो रही है। कुछ के सिर पर और कुछ के पैरों में चोट आई है।

प्रशासन हरकत में आया
घटना की जानकारी मिलने के बाद बीकानेर प्रशासन भी हरकत में आया। एडीएम सिटी अरुण कुमार मौके पर पहंचे। अस्पताल अधीक्षक व मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल भी ट्रोमा सेंटर के सम्पर्क में रहे।

दर्द से कहरा रहे घायल
घायलों के अस्पताल पहुंचने के साथ ही ट्रॉमा आउटडोर में लाया गया। नोखा में हुए प्राथमिक उपचार से आगे काम शुरू हुआ। सीटी स्केन करके पता किया जा रहा है कि अंदरूनी चोट कितनी है। दर्द से कहरा रहे घायल किसी से बात करने की हालत में नहीं है। घायलों के साथ एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं है जो इनके बारे में पूरी जानकारी दे सके।

Exit mobile version