परिवहन विभाग काे 5 कराेड़ 72 लाख रुपए का हुआ नुकसान
परिवहन विभाग के सामने लाॅकडाउन में वाहन मालिकाें से टैक्स वसूलना किसी चुनाैती से कम नहीं है। अप्रैल और मई माह में परिवहन विभाग काे 9 कराेड़ 11 लाख रुपए वसूलने थे और लाॅकडाउन के कारण मात्र 3 कराेड़ 38 लाख रुपए ही वसूल पाए। वाे भी अप्रैल माह में 18 दिन कार्यालय चल जाने से संभव हाे पाया, वरना मई माह में मात्र 80 लाख रुपए ही टैक्स वसूल पाए हैं।
लाॅकडाउन से अप्रैल एवं मई में परिवहन विभाग काे 5 कराेड़ 72 लाख रुपए के राजस्व की हानि हुई। दाे माह तक वाहनाें का संचालन नहीं हाेने से नुकसान उठाना पड़ा। परिवहन विभाग के पास बकाया टैक्स वसूली या राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य प्राप्त करने एक मुश्त टैक्स याेजना भी 30 जून तक लागू कर रखी है। डीटीओ अनिल पांड्या ने बताया कि जिले काे मासिक लक्ष्य दाे माह का 9 कराेड़ 11 लाख रुपए मिला, इसमें से अब तक 3 कराेड़ 38 लाख 75 हजार रुपए का राजस्व प्राप्त हाे चुका है।
अभी भी 5 कराेड़ 72 लाख रुपए का टैक्स वसूलना बाकी है। 30 जून से परिवहन विभाग द्वारा बकाया भार वाहनाें काे सीज करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। परिवहन विभाग ने जून में ट्रक वालों काे 30 तारीख तक बिना पैनल्टी टैक्स जमा करवाने की छूट दी। जिन बस मालिकाें का टैक्स बकाया हैं, उन्हें 30 जून तक बिना पैनल्टी के जमा करवाने की छूट दी जा रही है।
कार्रवाई के लिए 2 विशेष टीमाें का किया गठन
परिवहन विभाग ने टैक्स जमा नहीं करवाने वाले वाहनाें काे पकड़ने के लिए 2 विशेष उड़न दस्तों का गठन किया हैं। जाे भारी वाहनों काे राेककर चेंकिंग कर रहे है। अधिक टैक्स बकाया होने पर वाहनों काे जब्त किया जा रहा हैं। विभाग अन्य दिनों पुराने वाहनों का रजिस्ट्रेशन दूसरे नाम करने पर गाड़ी की खरीद का 25 प्रतिशत शुल्क वसूलता है। लेकिन लाॅकडाउन के चलते इसमें भी भारी वाहन मालिकों काे छूट दी जा रही हैं।